फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब रूस ने साफ कह दिया है कि अगर यूक्रेन में अपने सौनिकों को भेजा तो इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने विदेश मंत्री द्विमित्रो कुलेबा को भारत भेजा है। आज वह एस जयशंकर से मुलाकात कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की को भारत से उम्मीद है कि वह रूस से बातचीत कर शांति का कोई रास्ता निकाल लेगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रोकस सिटी हॉल पर शुक्रवार रात हुए हमले को ‘इस्लामिक कट्टरपंथियों’ की करतूत करार दिया लेकिन साथ ही उनके ‘यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश’ पर भी सवाल उठाए।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच एक रूसी मिसाइल पोलैंड के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गई। इस पूरे मामले को लेकर पोलैंड ने रूस से स्पष्टीकरण मांगा है।
रूस ने यूक्रेन पर 4 दिनों में तीन बड़ा हमला करके पुतिन की रूस में बतौर राष्ट्रपति फिर से मजबूती से स्थापित होने का संकेत दे दिया है। ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर एक साथ दर्जनों मिसाइलों से हमला किया। इससे दहशत का जलजला मच गया। लोग अपनी जान बचाने को इधर-उधर भागने लगे।
रूस में पुतिन के फिर से राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद सेना ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। रूसी सेना ने हफ्ते में दूसरी बार यूक्रेन पर सबसे बड़ा दूसरा हमला किया है। रूसी सेना ने इस बार यूक्रेन के सबसे बड़े विद्युत संयंत्रों समेत यूक्रेन के प्रमुख बिजली संयंत्रों पर भीषण हमला किया। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई।
रूस के 5वीं बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पुतिन का जोश कई गुना हाई हो गया है। यूक्रेन पर पिछले 44 दिनों में रूसी सेना ने सबसे बड़ा हमला बोलकर यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों के होश उड़ा दिए हैं। बृहस्पतिवार को रूसी सेना ने कीव पर जब 31 घातक क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया तो पूरे यूक्रेन में हाहाकार मच गया।
दो साल से भी ज्यादा समय से चली आ रही रूस और यूक्रेन जंग से यूक्रेन थक चुका है। इसी बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। यूक्रेन को भारत से बहुत उम्मीद है कि भारत इस जंग का कोई समाधान निकाल सकता है।
रूसी सेना के कब्जे वाले यूक्रेनी इलाकों में अब पुतिन अपने देश का पासपोर्ट लागू करवा रहे हैं। यूक्रेन का आरोप है कि उनके लोगों को रूसी सेना जबरन रूस का पासपोर्ट बनवाने को मजबूर कर रही है। रूसी सेना ने अपने कब्जे वाले सभी यूक्रेनी इलाकों में यह दबाव बनाना शुरू किया है।
यूक्रेन के बाद ऑस्ट्रिया भी रूस से भिड़ गया है। ऑस्ट्रिया ने रूस के दो राजनयिकों को देश से निष्कासित करके पुतिन के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है। ऑस्ट्रिया ने इन राजनयिकों पर जासूसी का आरोप लगाया है।
रूस और यूक्रेन में जंग दो साल से जारी है। इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा किया है। रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेनी हमले को नाकाम कर दिया है। साथ ही 234 यूक्रेनी लड़ाकों को मार गिराया है।
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में गुजरात के सूरत का रहने वाला एक लड़का मारा गया है। युद्ध के दौरान सुरक्षा सहायक के तौर पर काम कर रहे सूरत के हेमिल मांगुकीया की मौत एक ड्रोन हमले में हुई है।
ये तस्कर रूस-यूक्रेन में लोगों को भेजकर वहां सेना में लड़ाई के मोर्चे पर तैनात कराते थे। यहां भारतीय युवकों को उनकी इच्छा के विरुद्ध तैनात किया गया था। इसके साथ ही युद्ध के दौरान कई लोग घायल भी हुए।
पंजाब के कुछ युवाओं के रसियन आर्मी ने जबरन सेना में भर्ती कर लिया है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है। वहीं, युवकों के परिजनों ने उनके सकुशल वापसी के लिए सरकार से गुहार लगाई है।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडेसा शहर पर भीषण ड्रोन हमला किया है। यह हमला एक बहुमंजली इमारत को निशाना बनाकर किया गया है। यूक्रेन के दावे के अनुसार इस हमले में 3 वर्ष के एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का आरोप है कि रूसी सेना नागरिकों से युद्ध कर रही है।
रूस और यूक्रेन के बीच 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद लगभग 3 लाख रूसी और 20 हजार यूक्रेनी श्रीलंका पहुंचे हैं।
रूस और यूक्रेन जंग के दो साल पूरे हो गए। इस बीच रूस पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद रूस ने जवाब में नया बयान दिया है। जानिए रूस ने इन पाबंदियों पर क्या कहा?
रूस और यूक्रेन में जंग को आज दो साल पूरे हो गए, इसके बावजूद दोनों देशों में जंग खत्म नहीं हुई है। बल्कि अब तो यूक्रेन भी रूस पर लगता है कि हावी होने लगा है। एक बार फिर यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है कि उसने एक और रूसी विमान को मार गिराया है।
भारत ने हमेशा ही रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही आम लोगों की हत्याओं की निंदा की है। इसी बीच यूक्रेन ने कहा है कि इस जंग को रोकने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है। जानिए यूक्रेन की उपविदेश मंत्री ने ऐसा क्यों कहा?
भारत के 12 युवकों को रूस में नौकरी दिलाने के नाम पर एजेंटों द्वारा धोखा देने का मामला सामने आया है। उन्हें कथित तौर पर यूक्रेन के साथ सीमा पर युद्ध क्षेत्र में भेज दिया गया।
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