रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। रूस की तरफ से किए हमलों के बाद यूक्रेन बैकफुट पर है। रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के पांच गांवों पर कब्जा कर लिया है।
रूस ने यूक्रेन पर घातक मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं। रूस की तरफ से किए हमलों में यूक्रेन के ऊर्जा ढांचों को निशाना बनाया गया है। रूसी हमलों को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच दुनिया को चौंका देने वाली खबर सामने आ रही है। यूक्रेनी खुफिया एजेंसियों का दावा है कि जिस वक्त रूस में पुतिन का शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था, ठीक उसी वक्त जेलेंस्की की हत्या होने वाली थी। यह साजिश रूस ने रची थी। मगर इसे यूक्रेन ने नाकाम करने का दावा किया है। मामले में दो कर्नल गिरफ्तार हुए हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि सैन्य अभ्यास के दौरान परमाणु हथियारों को भी शामिल किया जाएगा। यूक्रेन से जंग के बीच पहली बार रूस ने इस तरह की घोषणा की है।
रूसी सेना यूक्रेन पर फिर से हावी होने लगी है। गोला-बारूद और हथियारों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन के एक गांव पर रूस ने बड़ा हमला किया है। इससे पूरे गांव के लोग इलाका छोड़कर भाग गए हैं। वहीं मोर्चे पर डटी यूक्रेनी सेना भी ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। अमेरिका ने यूक्रेन की मदद की है लेकिन यह बात यूक्रेन में जन्मी अमेरिकी सांसद को पसंद नहीं है। सांसद विक्टोरिया स्पार्ट्ज ने जो किया है वो जानना आपके लिए जरूरी है।
रूस ने यूक्रेन के मिकोलाइव शहर पर भयानक ड्रोन हमला किया है। इसमें यूक्रेन के कई ऊर्जा संयंत्र तबाह हो गए हैं। इससे हजारों घरों में अंधेरा छा गया है। रूसी हमले की चपेट में आए एक होटल में आग लग गई। इस हमले में कम से कम 7 लोग घायल हुए हैं। कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
जंग में रूस से मुकाबला करने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को बड़ी मदद दी है। अमेरिका की ओर से यूक्रेन को बैलिस्टिक मिसाइलें सौंपी गई हैं। ये मिसाइलें रूसी क्षेत्रों पर हमला करने में सक्षम हैं।
रूस से मुकाबला करने के लिए अमेरिका हर तरह से यूक्रेन की मदद कर रहा है। अब अमेरिका की ओर से यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई शुरू कर दी है। इन हथियारों की मदद से यूक्रेन रूस को जवाब देने में सक्षम होगा।
अमेरिका ने यूक्रेन को मिसाइलों का जखीरा उपलब्ध करवाया है। यूक्रेन ने इन मिसाइलों का उपयोग रूसी टारगेट को निशाने बनाने में किया है। खास बात यह है कि ये मिसाइलों लंबी दूरी की मारक क्षमता से लैस हैं।
रूस के साथ जंग में इस वक्त यूक्रेन सैन्य साजोसामान की कमी झेल रहा है। ऐसे में यूक्रेन की मदद के लिए ब्रिटेन ने बड़ी पहल की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है।
रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन को हथियारों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को जल्द ही बड़ी मदद पहुंचाई जाएगी। इसे लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बड़ी बात कही है।
अमेरिका ने कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से रूस भड़क गया है। रूस ने साफ चेतावनी दी है कि यूक्रेन में और अधिक तबाही देखने के मिलेगी साथ ही लोगों की जान भी जाएगी।
यूक्रेन ने रूसी मिसाइल हमले में अपने 9 लोगों की मौत होने के बाद रूस के सबसे घातक बमवर्षक विमान को मार गिराने का दावा किया है। रूस का यह फाइटर जेट परमाणु हथियार भी ले जाने में सक्षम है। ऐसे में इस विमान का मार गिराया जाना रूस के लिए बड़ा झटका है। हालांकि रूसी अधिकारियों ने इसे तकनीकी दुर्घटना बताया है।
रूस ने यूक्रेन पर एक और बड़ा मिसाइल हमला किया है। बमवर्षकों से बरसाए गए बम में 3 बच्चों समेत कुल 9 लोगों की मौत हो गई है। कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है। कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
हथियारों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन ने अब रूस के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ दिया है। रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन रूसी इलाकों में विस्फोटकों से लदे गुब्बारे छोड़ रहा है। यह ड्रोन से ज्यादा खतरनाक होते हैं और सुरक्षा एजेंसियों व ट्रैकिंग सिस्टम को चकमा देकर हमले को अंजाम दे सकते हैं। यह जीपीएस से लैस हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में यूक्रेन की स्थिति कमजोर पड़ती जा रही है। रूस के ताजा मिसाइल हमलों से यूक्रेन के चेर्निहाइव शहर में तबाही मच गई है। रूसी हमले में 17 लोगों की मौत हे गई है।
रूस ने यूक्रेन की राजधानी से 150 किलोमीटर दूर चेर्निहाइव में मिसाइलों से हमला कर दिया। इसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 18 लोग घायल हो गए हैं। रूस लगातार यूक्रेनी क्षेत्रों पर बढ़त बनाता जा रहा है।
जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हुए हमलों के बाद रूस और यूक्रेन एक दूसरे पर इसका आरोप मढ़ रहे हैं। लेकिन इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
रूस ने यूक्रेन के साथ 2 वर्ष से अधिक समय से चल रहे युद्ध के बाद अब एक शांति मसौदा पेश किया है, जिसे वर्ष 2022 में ही तैयार किया गया था। हालांकि इसमें मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार कई बदलाव किए जाने का दावा है। रूस का कहना है कि यह मसौदा रूस-यूक्रेन शांति का आधार बन सकता है।
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