चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने फरवरी 2022 में रूस के हमले के बाद यूक्रेन के अपने समकक्ष वलोदिमिर जेलेंस्की के साथ पहली बार फोन पर बात की। वह वहां चल रहे संघर्ष को हल करने के लिए सभी पक्षों के साथ बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल को यूक्रेन भेजेंगे
नाटो के महासचिव जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन नाटो के संगठन में शामिल होने का हकदार है। उन्होंने पिछले साल रूस के आक्रमण के बाद अपनी पहली यूक्रेन यात्रा के दौरान देश को लगातार सहयोग प्रदान करने का वादा किया।
रूसी महिला जिसका नाम ओल्गा स्लेगिनम है, उसने जेलेंस्की की प्रशंसा की। महिला ने जेलेंस्की को ‘शानदार सेंस ऑफ ह्यूमर वाला हैंडसम शख्स‘ कहा।
यूक्रेन पर हमले के एक वर्ष से अधिक समय बाद उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) चीफ के अचानक कीव पहुंचने से खलबली मच गई है। आखिर क्या वजह है कि अचानक नाटो चीफ यूक्रेन पहुंचे हैं। आपको बता दें कि नाटो शुरू से ही यूक्रेन को युद्ध में मदद करता रहा है। इसे लेकर रूस और नाटो में भारी तनातनी चलती आ रही है।
ब्रिटेन ने रूस पर एक ऐसी गंभीर आशंका जाहिर की है, जिससे दुनिया भर में खलबली मच गई है। ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों ने बुधवार को दावा किया कि रूसी हैकर ब्रिटेन के अहम बुनियादी ढांचे को "बाधित या नष्ट" करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
व्लादिमिर पुतिन की सेना ने यूक्रेन पर इतना बड़ा घातक हमला कर दिया है कि जेलेंस्की भी अब रूसी मिसाइल प्रणाली के दीवाने हो गए हैं। पूर्वी यूक्रेन के स्लोवियांस्क शहर पर रूसी मिसाइल हमलों के बाद अब यूक्रेन भी रूसी मिसाइल प्रणाली की मांग करने लगा है। यूक्रेन को रूस की मिसाइल प्रणाली का बेसब्री से इंजतजार है।
रूसी मिसाइलों ने पूर्वी यूक्रेन के सोल्वियांस्क शहर मे कहर बरपाया है। मिसाइल के हमले से सोल्वियांस्क शहर के आवासीय इलाकों में 8 लोगों की मौत हो गई है।
यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस को हथियारों की सप्लाई करने की अमेरिकी और यूरोपीय चिंताओं के बाद चीन का बड़ा बयान सामने आया है। चीन ने भरोसा दिलाया है कि वह रूस या यूक्रेन किसी भी पक्ष को हथियारों की सप्लाई नहीं करेगा। चीन का यह बयान विशेष रूप से अमेरिका और फ्रांस द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद सामने आया है।
रूस की शीर्ष सुरक्षा एजेंसी ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन के एक व्यक्ति पर उस बमबारी में शामिल होने का आरोप लगाया, जिसमें सेंट पीटर्सबर्ग के एक कैफे में प्रसिद्ध रूसी सैन्य ब्लॉगर की मौत हो गई थी। यूक्रेन में रूस के हमले के समर्थक व्लादलेन तातार्स्की (40) अग्रिम मोर्चे से लड़ाई की नियमित खबरें देते थे।
यूक्रेन युद्ध के दौरान फरवरी 2022 में यूक्रेन छोड़कर अपने देश लौटे भारतीय छात्रों के लिए सबसे बड़ी खबर है। यूक्रेन ने सभी भारतीय छात्रों को अपने देश से ही परीक्षा दे सकने की अनुमति दे दी है। यानी सभी छात्र भारत में रहकर ही परीक्षा दे सकेंगे और डिग्री हासिल कर सकेंगे।
रूस- यूक्रेन युद्ध के 1 वर्ष बीत जाने के बाद यूक्रेनी सैनिक का सिर कलम किए जाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इससे सनसनी फैल गई है। राष्ट्रपति जेलेंस्की भी बौखला गए हैं। हालांकि उन्होंने पहले वीडियो की सत्यता की जांच कराए जाने की बात कही है। इसके बाद यूक्रेन उचित प्रतिक्रिया देगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। जापारोवा ने मंगलवार को एक बैठक के दौरान विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को यह पत्र सौंपा।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने मंगलवार को कहा कि रूस के साथ खड़े होने का मतलब इतिहास के गलत पक्ष के साथ होना है और उनका देश भारत के साथ घनिष्ठ संबंध चाहता है।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने मंगलवार को नई दिल्ली में एक थिंक टैंक में कहा, "जब हमने रूसी सैनिकों की उनकी पत्नियों और माताओं के साथ बातचीत को इंटरसेप्ट किया तो पाया कि वे इस बारे में बात करते हैं कि यूक्रेनी घरों से क्या चुराया जाए।"
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री एर्मक के हवाले से कहा कि मुक्त कराए गए लोगों में यूक्रेनी सेना के जवान, राष्ट्रीय रक्षक व नौसेना के जवान और सीमा रक्षक शामिल हैं। मार्च 2022 से, रूस के साथ कैदियों की अदला-बदली के परिणामस्वरूप अब तक दो हजार से अधिक यूक्रेनी मुक्त किए गए हैं।
मंत्री द्वारा यह टिप्पणी इसलिए की गई है क्योंकि बार बार कीव पर रूस द्वारा हमले किए जा रहे हैं। बावजूद इसके अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत रूस के खिलाफ मतदान करने से दूर रहा है। रविवार को भारत पहुंची झापरोवा ने सोमवार को विदेश मंत्रालय में सचिव-पश्चिम संजय वर्मा से मुलाकात की।
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोप को अमेरिका पर अपनी निर्भरता घटाने की सलाह दी है। चीन से मुलाकात के बाद मैक्रों के सुर बदले नजर आ रहे हैें। वे अमेरिका से अलग यूरोप का वजूद चाहते हैं, इसलिए इस तरह के बयान दिए हैं। इमानुएल मैक्रों तो ये भी चाहते हैं कि यूरोप ‘तीसरी शक्ति‘ बनकर उभरे, जिसका लीडर फ्रांस हो।
यूक्रेन के एक बचाव संगठन के प्रमुख माइकोला कुलेबा ने कहा कि वह युद्ध के दौरान रूस ले जाए गए 31 बच्चों को वापस लेकर आए हैं। कुलेबा ने शनिवार को कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। वह ‘सेव यूक्रेन’ संगठन के कार्यकारी निदेशक हैं।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जपरोवा 9 अप्रैल से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं। वह ऐसे वक्त में भारत की यात्रा कर रही हैं, जब रूस के साथ यूक्रेन को युद्ध करते 1 वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है और अभी तक इसके खात्मे का कोई रास्ता दिखता नजर नहीं आ रहा।
रूस इसके लिए अपने जंगी फाइटर्स में से एक को लैजर वीपन्स के साथ लैस कर रहा है। इसकी खासियत यह होती है कि यह सैटेलाइट्स को तबाह करने में सक्षम होते हैं, जबकि धमाके की आवाज भी नहीं होती है।
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