ब्रिटेन और ईरान में नई सरकार चुनी जाने के बाद अब फ्रांस में भी संसदीय चुनाव जारी हैं। विभिन्न सर्वे में फ्रांस के मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की हालत खस्ता बताई जा रही है। सर्वे के अनुसार मैक्रों की पार्टी चुनाव हार सकती है। ब्रिटेन और ईरान में भी मौजूदा सरकार चुनाव हार चुकी है। जनता ने नई पार्टियों को मौका दिया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टॉर्मर ने यूके में अब नई राजनीति का दौर शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में 11 महिलाओं को शामिल करके महिला शक्ति को बढ़ाने के इरादों को जता दिया है। इसमें भारतीय मूल के भी मंत्री हैं। लेबर पार्टी को यूके चुनाव में भारी जीत हुई है, वहीं सुनक को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है।
ब्रिटेन और ईरान में हुए चुनाव के बाद दोनों देशों की सत्ता बदल गई है। ब्रिटेन में जहां 14 वर्ष बाद लेबर पार्टी ने बंपर जीत दर्ज की है तो वहीं ईरान में सुधारवादी नेता पेजेशकियन ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के नए पीएम कीर स्टार्मर और ईरान के नए राष्ट्रपति पेजेशकियन को जीत की बधाई दी है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कियर स्टारमर ने लिसा नंदी को अपनी कैबिनेट में शामिल किया है। भारतीय मूल की लिसा नंदी को संस्कृति, मीडिया एवं खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
आज ब्रिटेन की खबर से शुरूआत करते हैं.....जहां आज भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा....लेकिन ब्रिटेन में इस बार इंडियन मूल के उम्मीदवार रिकॉर्ड संख्या में जीते....14 साल के बाद कंजर्वेटिव पार्टी सत्ता से बाहर हो गई....200 साल में कंजरवेटिव पार्टी को सबसे बड़ी
ब्रिटेन में हुए आम चुनावों में लेबर पार्टी ने शानदार जीत हासिल की है। चुनाव में मिली जीत के बाद कीर स्टार्मर ने विजयी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि बदली हुई लेबर पार्टी देश की सेवा करने के लिए तैयार है।
ब्रिटेन में आम चुनावों ऋषि सुनक को करारी हार मिली है। चुनाव में जीत के बाद लेबर पार्टी के कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। लेबर पार्टी के सामने सुनक की पार्टी ने घुटने टेक दिए।
ब्रिटेन में लेबर पार्टी ने आम चुनावों में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है और उसके तूफान में कंजर्वेटिव पार्टी के बड़े-बड़े दिग्गज धराशायी हो गए हैं।
राजनीति में एंट्री लेने से पहले कियर स्टारमर वकालत करते थे। उन्हें साल 2020 में लेबर पार्टी का नेता चुना गया था। अब उन्होंने पार्टी को जीत दिलाई है। आइए जानते हैं स्टारमर के बारे में कुछ खास बातें।
कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक ने आम चुनाव में हार मान वी है। उन्होंने लेबर पार्टी और कियर स्टारमर को जीत की बधाई दी है। सुनक ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए उम्मीदवारों से माफी भी मांगी है।
यूके चुनाव के लिए एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए गए हैं। इसमें लेबर पार्टी की भारी जीत का अनुमान लगाया गया है।
ब्रिटेन में आम चुनाव को लेकर मतदान शुरू हो गया है। चुनाव में चार करीब करोड़ 65 लाख मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार का चुनाव कर सकेंगे। मुख्य मुकाबला ऋषि सुनक और कीर स्टार्मर के बीच है।
ब्रिटेन में हो रहे आम चुनाव में जनता नेताओं की किस्मत का फैसला करेगी। इस बार चुनाव के दौरान मतदान केंद्र पर पहचान पत्र ले जाना अनिवार्य कर दिया गया है। चुनाव में ऋषि सुनक की टक्कर कीर स्टार्मर से है।
ब्रिटेन के आम चुनाव में जनता नेताओं की किस्मत का फैसला करेगी। इस बार ऋषि सुनक की सीधी टक्कर लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर से है। चलिए आपको वो बड़े नाम बतातें हैं जिनपर चुनाव में सभी की निगाहें रहेंगी।
चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में बुरी तरह पिछड़ रहे ऋषि सुनक ने मतदाताओं से कहा है कि गुरुवार को मतदान के दिन वे कुछ ऐसा न करें जिससे कि बाद में उन्हें पछताना पड़े।
ब्रिटेन में 4 जुलाई को होने वाले संसदीय चुनाव से पहले हिंदू वोटरों को लुभाने का प्रयास शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के अलावा लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने भी स्वामी नारायण मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने हिंदुओं के साथ भेद-भाव नहीं होने देने का वादा किया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत को टी-20 वर्ल्ड कप जीतने पर बधाई दी है। वह आज लंदन के स्वामी नारायण मंदिर में अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ पूजा अर्चना के लिए पहुंचे थे। मंदिर में दर्शन करके निकलने के बाद उन्होंने भारत की विश्वकप जीतने की बधाई दी। फिर कहा-मुझे हिंदू धर्म से प्रेरणा मिलती है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक चुनाव प्रचार के दौरान अचानक लंदन स्थित स्वामी नारायण मंदिर पहुंचे तो उन्हें देखकर भक्तों और समर्थकों में उत्साह जाग गया। उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मंदिर में घुटने पर बैठकर माथा टेका और प्रभु का आशीर्वाद मांगा। ब्रिटेन में आगामी 4 जुलाई को संसदीय चुनाव होने हैं।
भारत के बाद अब अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन में भी राष्ट्रीय चुनावों का दौर आरंभ हो चुका है। ये तीनों ही देश भारत के प्रमुख रणनीतिक साझेदार हैं। विभिन्न सर्वे में अमेरिका से लेकर ब्रिटेन और फ्रांस तक में मौजूदा राष्ट्राध्यक्षों की वापसी की संभावना न के बराबर दिख रही है। हालांकि यहां सत्ता बदली तो भी संबंध स्थिर रहेंगे।
ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव में एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता उम्मीदवार चर्चा का विषय बना हुआ है। इसका नाम 'एआई स्टीव' है। आप भी जानें पूरा मामला क्या है।
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