ताजा मामला सिकंदर हयात नाम के शख्स का है, जिसकी उइगर पत्नी और बेटे को चीन की सरकार ने डिटेंशन कैंप में डाल रखा है।
पिछले कुछ महीनों में जो सबूत सामने आए हैं उनके आधार पर कहा जा सकता है कि ड्रैगन अपने देश में इन अल्पसंख्यकों की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का नामो-निशान मिटा देना चाहता है।
चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुसलमानों पर अत्याचार की खबरों से भले ही चीन इनकार करता रहा हो, लेकिन समय-समय पर कुछ ऐसा लीक हो ही जाता है जिससे ड्रैगन के झूठ की पोल खुल जाती है।
चीन शुक्रवार तड़के भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। भूकंप के ये झटके उत्तर पश्चिमी चीन के उइगर स्वायत्त क्षेत्र में महसूस हुए हैं।
बता दें कि चीन और अमेरिका के बीच पहले से ही ट्रेड वॉर, साउथ चाइना सी और कोरोना वायरस को लेकर जांच पर विवाद है। वहीं यह बिल इमरान खान के लिए मुसीबत साबित हो सकती है।
चीन ने अपने शिनजियांग इलाके में उइगर मुसलमानों के मुद्दे को उठाने पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी को जवाब दिया है। चीन ने अफरीदी से कहा है कि वह 'दुष्प्रचार के प्रभाव में न आएं और खुद आकर स्थितियों को देखें।'
विश्व की नई आर्थिक महाशक्ति चीन के सामने हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने एक नई मुसीबत खड़ी कर दी।
शिनजियांग में मुसलमानों की दशा पर विश्व के नए सिरे से ध्यान केन्द्रित करने के मद्देनजर चीन ने कहा है कि वहां धर्म के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
चीन में उइगर एवं अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर दुनिया के कई देशों ने समय-समय पर कड़ा ऐतराज जताया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने चीन द्वारा बंदी शिविरों में दस लाख से भी ज्यादा मुस्लिमों को रखने को लेकर दुनिया की चुप्पी की आलोचना की।
चीनी सरकार के लीक हुए दस्तावेजों ने देश के शिनजियांग प्रांत में मुसलमान अल्पसंख्यकों पर की गई कार्रवाई पर नई रोशनी डाली है।
अमेरिकी निगरानी दल के मुताबिक, शिनजियांग में चीनी अत्याचार का शिकार होने वाले उइगर मुसलमानों की संख्या दस लाख तक पहुंच गई है।
चीन में उइगर मुसलमानों पर अत्याचारों की बात किसी से छिपी नहीं है। इस बीच अब दूसरे देशों में रह रहे उइगरों पर नकेल कसने की उसकी कारस्तानियां सामने आ रही हैं।
चीन ने अशांत शिनजियांग प्रांत में लाखों उइगर मुसलमानों को कथित ‘व्यावसायिक प्रशिक्षण शिविरों’ में तमाम पाबंदियों के साथ रखा है।
चीन पर आरोप है कि वह शिनजियांग में नजरबंदी शिविरों में जातीय उइगर मुसलमानों को कथित तौर पर हिरासत में रखकर उनपर अत्याचार करता है।
उइगर मुस्लिमों को सामूहिक रूप से हिरासत में रखने की खबरों पर 22 राष्ट्रों के दूतों ने चीन की बेहद ही तीखी आलोचना की थी।
उइगर मुस्लिमों के बड़े पैमाने पर हिरासत में लिए जाने की आलोचना करते हुए 22 देशों द्वारा संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखे जाने का चीन ने विरोध किया है।
मानवाधिकार समूहों और अमेरिका का अनुमान है कि शिनजियांग में करीब 10 लाख मुसलमानों को शायद मनमाने तरीके से नजरबंद किया गया है।
चीन पर अक्सर ही शिनजियांग प्रांत में रहने वाले अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिमों के प्रति कड़ा रुख अपनाने और उन्हें कैद में रखने का आरोप लगता रहा है।
दमन के डर से पहचान नहीं उजागर करने का अनुरोध करते हुए एक उइगुर मुसलमान ने कहा कि यहां पर हालात बहुत सख्त है, दिल कड़ा करके रहना पड़ता है।
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