Shiv Sena: वहीं इस एपहले सोमवार को शिंदे गुट ने त्रिशूल, गदा और उगता सूरज के तीन चिन्ह ऑप्शन के तौर पर दिये थे, जिन्हें आयोग ने खारिज कर दिया था और शिंदे गुट से चुनाव चिन्ह के लिए फिर से नये विकल्प देने को कहा था।
Shiv Sena New Name and Sign: चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे द्वारा पेश किए गए त्रिशूल और गदा के चुनाव चिन्हों पर प्रतिबंध लगाया है और उद्दव ठाकरे को माशाल का चिन्ह मिला है। इसके अलावा आयोग ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) का नाम स्वीकर कर लिया है।
Shiv Sena Crisis: शिवसेना में ऐसी फूट पड़ी की पार्टी से उसका नाम और निशान भी छिन गया। चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिन्ह फ्रीज कर दिया है और उद्धव और शिंदे गुट से नए नाम और निशान के विकल्प मांगे हैं।
ShivSena: चुनाव आयोग ने उद्धव बनाम शिदें विवाद में शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह फ्रीज कर दिया है। जिसके बाद आयोग ने दोनों गुटों से नाम और चिन्ह सुझाने को कहा है। वहीं आयोग के इस फैसले के खिलाफ उद्धव गुट दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है।
Shiv Sena Crisis: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद ने अपने आवास पर अपने गुट के नेताओं के साथ अहम मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने पार्टी के नए नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर चर्चा की।
उद्धव ठाकरे ने शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तक तो ठीक था, लोग अब शिवसेना प्रमुख होने लगे हैं। दशहरा रैली के लिए मैदान न मिले, खोका सुरों ने यह तैयारी की थी।
Shiv Sena Crisis: उद्धव ठाकरे की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब मुंबई पुलिस ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के समर्थन में तैयार किए गए 4,500 से अधिक शपथ पत्र बरामद किए हैं। ये सभी शपथ पत्र फर्जी बताए जा रहे हैं।
Shiv Sena Crisis: चुनाव आयोग ने उद्धव बनाम शिदें विवाद में शिवसेना का चुनाव चिन्ह फ्रीज कर दिया है। अब उद्धव गुट ने शिवसेना के नए निशान और नाम के विकल्प चुनाव आयोग को भेज दिए हैं।
Shiv Sena: चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों से 7 अक्टूबर को दस्तावेज जमा करने को कहा था। शिंदे ने आयोग को दस्तावेज सौंपकर चुनाव चिन्ह पर अपना दावा पेश कर दिया है। लेकिन ठाकरे की तरफ से अभी कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया है।
Maharashtra News: फडणवीस ने कहा, मैं उद्धव ठाकरे के भाषण पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। 'शिमगा' पर कोई प्रतिक्रिया देने की जरुरत नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने शिवासेना छोड़ कर बीजेपी के साथ जाने वाले एकनाथ शिंदे को जहां कटप्पा कहा तो वहीं, बीजेपी में शामिल होने वाले महाराष्ट्र के दिग्गज नेता नारायण राणे को मुर्गी चोर तक कह दिया।
जयदेव ठाकरे ने अपने छोटे से संबोधन के दौरान एकनाथ शिंदे को किसी किसान की तरह मेहनती बताया। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे ने ऐसे-ऐसे काम किए हैं कि मैं उनका मुरीद हो गया हूं। उन्हें दोबारा चुनाव करवाकर एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनवाएं।
एकनाथ शिंदे ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने बालासाहेब की हिंदुत्व की भूमिका ली है और उन्हें पूरे महाराष्ट्र से समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे उन्हें गद्दार बोलते हैं, लेकिन उन्होंने कोई गद्दारी नहीं की, बल्कि गदर किया है।
जब बिलकिस बानो के परिवार को मारा गया, उसके साथ बलात्कार हुआ और उसके गुनहगारों को छोड़ दिया गया तो इन्हीं लोगों ने मुजरिमों का सम्मान किया, उनका सत्कार किया। क्या ये स्त्री का सम्मान करना है। ये लोग नया हिंदुत्व ला रहे हैं।
Dussehra Rally: असली कसौटी अब शिंदे सेना और ठाकरे सेना के बीच मुंबई में होने वाला शक्ति प्रदर्शन है। सबकी निगाह इसी पर लगी हुई है। सरकार के पास मशीनरी की ताक़त भी होती है, शिवसेना को इसका अंदाज़ा है इसलिए वो इल्जाम लगा रही है कि पैसों के दम पर शिंदे सेना भीड़ जुटा रही है।
मुंबई में रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते मैदान न सिर्फ गीला है बल्कि कई जगहों पर कीचड़ और दलदल-सा हो गया है।
Uddhav vs Shinde: पीठ ने कहा कि हम निर्देश देते हैं कि भारत के चुनाव आयोग के समक्ष कार्यवाही पर कोई रोक नहीं होगी।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के परभणी जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते वक्त सत्तार ने यह दावा किया। सत्तार ने कहा कि आज ठाकरे गली-गली घूम रहे हैं। अगर पहले घूमते तो आज उन पर यह नौबत नहीं आती।
Dussehra Rally: खबर है कि हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए शिंदे गुट सीनियर वकीलों से सलाह ले रहा है। शिंदे गुट सोमवार को याचिका दाखिल कर जल्द सुनवाई की मांग कर सकता है।
Dussehra rally: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के अनिल देसाई ने 22 अगस्त को बीएमसी को प्रतिष्ठित पार्क में रैली आयोजित करने की अनुमति के लिए आवेदन दिया था। बाद में 30 अगस्त को शिंदे गुट के विधायक ने भी दशहरा रैली आयोजित करने के लिए बीएमसी के जी-नॉर्थ वार्ड से अनुमति को लेकर आवेदन किया था।
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