रविवार को दिल्ली दौरे पर आये मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात से कुछ दिनों पहले ही शिंदे शरद पवार से भी मिले थे।
महाराष्ट्र की सियासत में वार-पलटवार का एक नया दौर शुरू हो गया है, और उद्धव एवं शिंदे गुट के नेता एक-दूसरे के कैंप में सेंधमारी के दावे कर रहे हैं।
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद ने कहा है कि हम संसद भवन का विरोध नहीं कर रहे हैं। बल्कि केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं। हालांकि नए संसद भवन के लिए उन्होंने पीएम मोदी का आभार भी व्यक्त किया है।
अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र से पूर्व मुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे ने हमें अपने परिवार का सदस्य बना लिया है।
अरविंद केजरीवाल आज मुंबई पहुंच जाएंगे। जहां वह बुधवार 24 मई को शाम 4 बजे मातोश्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। इसके बाद गुरुवार 25 मई को दोपहर 3 बजे वह शरद पवार से यशवंतराव चव्हाण सेंटर में मुलाकात करेंगे।
जाधव ने कहा था कि यह घटना गुरुवार की रात बीड शहर में हुई, जहां शनिवार को शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत की एक रैली प्रस्तावित है।
नितेश राणे ने कहा कि प्रीतिश नंदी को जबसे शिवसेना की तरफ से सांसद का टिकट दिया गया और संजय राउत को नहीं मिला, तभी से उन्होंने शिवसेना को खत्म करने की कसम खाई है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक चुनाव ने देश की राजनीति को नई दिशा और उम्मीद की नई किरण दिखाई है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक में मोदी और शाह की तानाशाही की पराजय हुई।
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि अदालत के फैसले की अनदेखी करते हुए शिंदे सरकार को बार-बार असंवैधानिक बोला जा रहा है।
उद्धव ठाकरे और उनके सहयोगी बार-बार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अपमान कर रहे हैं। भाजपा उनके खिलाफ कंटेप्ट ऑफ कोर्ट का केस दायर कर सकती है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगर उद्धव के पक्ष में आए तो न्याय व्यवस्था सही है।
उनके द्वारा अपनी आत्मकथा में यह लिखे जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला जिसमें कोर्ट ने पुष्टि की कि बिना फ्लोर टेस्ट के इस्तीफा देना उद्धव ठाकरे की बड़ी भूल थी। जून 2022 में बिना फ्लोर टेस्ट के ही और विधानसभा में बिना बहुमत साबित किए बिना उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया था।
उद्धव ठाकरे ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर मैं इस्तीफा नहीं देता तो शायद मैं फिर मुख्यमंत्री बन जाता। मैं मेरे लिए नहीं लड़ रहा, मेरी लड़ाई जनता के लिए, देश के लिए है। राजनीति में मतभेद होते रहते हैं लेकिन हमारा एक मत यह है कि इस देश को बचाना है।"
उज्जवल निकम ने कहा कि राज्यपाल ऐसा अधिवेशन बुला सकता है, यह भी सुप्रीम कोर्ट ने माना लेकिन सरकार माइनॉरिटी में आ गई थी, इसका राज्यपाल के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं था।
महाराष्ट्र के सियासी संकट पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। उद्धव गुट की अर्जी पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे ने खुद ही इस्तीफा नहीं दिया वो उन्हे बहाल कर सकते थे। अब कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज अपने मुंबई दौरे के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे।
इससे पहले कोर्ट ने 9 दिनों तक दोनों पक्षों की और राज्यपाल कार्यालय की दलीलों को सुना था। इस दौरान उद्धव गुट ने एकनाथ शिंदे व उनकी गुट की बगावत और फिर सरकार बनाने को गैरकानूनी बताया।
महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज का दिन अहम है। आज यानी 11 मई को सुप्रीम कोर्ट शिवसेना विधायकों की अयोग्यता मामले पर अपना फैसला सुनाएगा। सबकी निगाहें इस पर टिकी हुई हैं।
उद्धव गुट कि तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए कहा गया था कि राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट करने के आदेश को रद्द किया जाए। उद्धव गुट ने कहा था कि राज्यपाल का जून 2022 का फैसला लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने फिल्म एक्टर सलमान खान की सुरक्षा को लेकर बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा।
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को सख्त चेतावनी दी है और कहा है कि जो भी मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की कोशिश करेगा उसके टुकड़े किए जाएंगे।
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