महाराष्ट्र के सियासी संकट पर आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। उद्धव गुट की अर्जी पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे ने खुद ही इस्तीफा नहीं दिया वो उन्हे बहाल कर सकते थे। अब कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज अपने मुंबई दौरे के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे।
इससे पहले कोर्ट ने 9 दिनों तक दोनों पक्षों की और राज्यपाल कार्यालय की दलीलों को सुना था। इस दौरान उद्धव गुट ने एकनाथ शिंदे व उनकी गुट की बगावत और फिर सरकार बनाने को गैरकानूनी बताया।
महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज का दिन अहम है। आज यानी 11 मई को सुप्रीम कोर्ट शिवसेना विधायकों की अयोग्यता मामले पर अपना फैसला सुनाएगा। सबकी निगाहें इस पर टिकी हुई हैं।
उद्धव गुट कि तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए कहा गया था कि राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट करने के आदेश को रद्द किया जाए। उद्धव गुट ने कहा था कि राज्यपाल का जून 2022 का फैसला लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने फिल्म एक्टर सलमान खान की सुरक्षा को लेकर बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा।
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को सख्त चेतावनी दी है और कहा है कि जो भी मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की कोशिश करेगा उसके टुकड़े किए जाएंगे।
महाराष्ट्र Apmc यानी कृषि बाजार समितियों के चुनाव में बीजेपी राज्य में भले ही नंबर बनकर उभरी हो पर महाविकास आघाडी की जीत ने बीजेपी और एकनाथ शिंदे को चिंता में डाल दिया है। जानकारी दे दें कि महाविकास अघाड़ी ने इस चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है।
महाराष्ट्र में एकतरफ सत्तापक्ष बीजेपी शिवसेना में मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें तेज है वही विपक्ष महाविकास आघाड़ी में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान छिड़ गया है।
महाराष्ट्र में बड़ा खेला होने वाला है, जल्द ही सीएम बदलने वाला है। ऐसा दावा किया है उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने। दावे में कहा गया है कि सीएम शिंदे अपने गांव गए हैं और यहां अब उनके पीठ पीछे यहां बहुत कुछ हो सकता है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में परिवार इन दिनों सिर चढ़ कर बोल रहा है। परिवार शरद पवार का हो या ठाकरे का हो। पवार हर रोज़ एक शिगूफा छोड़ देते हैं।
महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सब ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ तो उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने कहा है कि कभी भी चुनाव हो सकते हैं और हम तैयार हैं तो वहीं दूसरी तरफ शरद पवार ने साथ चुनाव लड़ने पर बड़ी बात कह दी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि असली शिवसेना किसकी है, यह तय करने के लिए पाकिस्तान के प्रमाणपत्र की जरूरत है।
नवंबर 2019 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद हमने सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार किया। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं महाविकास अघाड़ी गठबंधन कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ हूं।
उद्धव ने कहा, 'राहुल गांधी ने अदानी पर जो सवाल पूछे, वो सही हैं। उसका जवाब कौन देगा। 8 साल में उनका मित्र दुनिया का दूसरा सबसे अमीर आदमी कैसे बना? उनकी सफलता की कहानी हमारे किसानों को भी बताएं, उनको भी फायदा होगा।'
सैकड़ों शिंदे गुट के शिवसैनिक गुलाबराव पाटिल का मुखौटा पहन पचोरा के लिए निकले हैं। इस दौरान जलगांव में जोरदार नारेबाजी की गई है। जलगांव जिले में सैकड़ों शिवसैनिकों ने नारेबाजी की और सैकड़ों वाहनों पर गुलाबराव का मास्क पहनकर ठाकरे की सभा में पहुंच रहे हैं।
EVM को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता जहां लगातार बयानबाजी करते हैं, जबकि अजित पवार ने हाल ही में कहा था कि उन्हें EVM से कोई दिक्कत नहीं है।
संजय राउत ने कहा कि इस मुलाकात के दौरान विपक्षी एकता पर बातचीत हुई है। केसी वेणुगोपाल ने सोनिया और राहुल गांधी का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि 2024 में हम लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए एक साथ चुनाव लड़ेंगे।
शिंदे के अयोध्या दौरे पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा, मैं जब मुख्यमंत्री था तो अयोध्या गया था उस समय सुनील केदार भी मेरे साथ थे। मैंने कहा था कि पहले मंदिर फिर सरकार। राम भक्त होते तो अयोध्या पहले गए होते। सूरत नहीं गए होते, गुवाहाटी नहीं गए होते।
उद्धव गुट के नेता और सांसद संजय राऊत आज नागपुर पहुंचे, जहां उन्होंने जानकारी दी की कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल,उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी की मुलाकात के संदर्भ में सोमवार को मातोश्री आएंगे।
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