वसेना के प्रवक्ता कृष्ण हेगड़े ने कहा कि पिछले साल की तरह मुख्यमंत्री शिंदे ने किसी भी टकराव से बचने के लिए पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर शिवाजी पार्क स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रवक्ता ने कहा कि शिंदे के साथ वरिष्ठ नेता भी थे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे की चेतावनी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मुंब्रा में ‘शाखा’ स्थल का दौरा करने की कोशिश की, तो उन्हें वापस आना पड़ा।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मुंब्रा जाने वाले हैं। ऐसे में उनके स्वागत में बैनर लगाए गए थे। इन बैनरों को किसी अंजान व्यक्ति द्वारा फाड़ दिया गया है। अब बैनर फाड़ने को लेकर विधायक जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट कर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय इन दिनों एक्शन मोड में है। इसी कड़ी में ईडी ने उद्धव गुट के विधायक रवींद्र वायकर के खिलाफ केस दर्ज किया है। रवींद्र वायकर पर बीएमसी के जमीन घोटाले का आरोप है, जिसपर अब ईडी ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
इस मामले को लेकर राजन किणे ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना शाखा में आनंद दिघे साहब का सम्मान नही किया जाता था इस वजह से शाखा पर कब्ज़ा किया गया है।
मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में तनाव के हालात बने हुए हैं। राठा समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उग्र आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच शिवसेना उद्धव गुट ने राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने का समय मांगा है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, उद्धव ठाकरे ने समाज सेवा क्या होती है देखा नहीं है। वह ढाई साल मुख्यमंत्री रहे लेकिन दो बार विधान भवन में आए। 100 बार फेसबुक लाइव किया। कहने का मतलब यह है कि उद्धव ठाकरे कुल मिलाकर हिंदुत्व विरोधी हो गए हैं।
उद्धव ठाकरे ने दशहरा रैली में मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर भी शिंदे सरकार को घेरा। ठाकरे ने कहा कि शिंदे सरकार जनरल डायर की सरकार है, इसने मराठाओं पर लाठी चलाई।
दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर कोविड में लापरवाही और भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाए। उन्होंने यहां दावा किया कि सिर्फ लोकसभा ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी महायुती का ही भगवा लहराएगा।
महाराष्ट्र की राजनीति में मंगलवार को बड़ी हलचल देखने को मिलने वाली है। शिंदे गुट आजाद मैदान में तो वहीं, उद्धव दोनों गुट शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को आयोजित करेंगे। हालांकि, रैली से पहले शिंदे गुट का पोस्टर चर्चा में आ गया है।
महाराष्ट्र में आज यानी मंगलवार को बड़ी सियासी हलचल देखने को मिलेगी। इसकी वजह ये है कि शिवसेना के दोनों गुट-शिंदे और उद्धव गुट ने दशहरा सभा को लेकर रैली करेंगे। रैली में लाखों समर्थकों के जुटने की बात कही जा रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे एवं शरद पवार युवाओं के अंदर एक भ्रम पैदा कर रही है कि राज्य में अब सभी सरकारी भर्तियां कॉन्ट्रैक्ट बेस पर होगी।
महाराष्ट्र में उद्धव गुट को एक और झटका लगा है और महिला इकाई की प्रमुख मीनाताई कांबली शिंदे गुट में शामिल हुई हैं। मीनाताई कांबली एक हार्डकौर शिवसैनिक हैं। उनका महिलाओं के बीच में काफी प्रभाव रहा है।
शिवसेना में फूट पड़े एक साल से ज्यादा वक्त बीत चुका है। उद्धव ठाकरे के हाथों से पार्टी का नाम और सिंबल दोनों ही छिन चुका है। इसके बाद भी शिंदे और ठाकरे गुट के बीच समय-समय पर तनाव सामने आ ही जाता है।
महाराष्ट्र की अस्पतालों में मरीजों की हो रही मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शिंदे सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। इसकी सीबीआई जांच करानी चाहिए।
कुछ दिन पहले शिवसेना शिंदे गुट के शहर प्रमुख रवि पाटिल ने दुर्गाड़ी किले का निरीक्षण किया था और बताया था कि 15 से 24 अक्टूबर तक नवरात्रि उत्सव मनाया जाएगा। एक बार फिर त्योहार के मौके पर दोनों गुट एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं, अब देखना यह है कि किसे अनुमति मिलती है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के विधायकों की अयोग्यता को लेकर आज सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सदन के केंद्रीय कक्ष में सुनवाई की। विधानसभा अध्यक्ष के सामने कुल 34 याचिकाएं लंबित हैं।
शिवसेना (यूबीटी) ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद ने कहा कि आज प्रधानमंत्री जो भी इंडिया अलाइंस को लेकर कह रहे थे, वो एक प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि बीजेपी के नेता के तौर पर बोले हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे पर बड़ा हमला बोला है। सीएम शिंदे ने कहा कि जब वह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिले तो उन्होंने उद्धव की लंदन में संपत्तियों के बारे में बताया।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस पार्टी पर भरोसा नहीं करती है। वह लोगों में केवल भ्रम पैदा करने का काम करती है।
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