एप आधारित टैक्सी सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी उबर ने एक बार फिर दिल्ली में सर्ज प्राइस शुरू कर दी है। इसके बाद केजरीवाल ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
दिल्ली-एनसीआर में सुप्रीम कोर्ट ने आज से डीजल टैक्सियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब सिर्फ सीएनजी टैक्सियां ही चलेंगी। इसके दायरे में ओला और उबर भी है।
ओला ने अपनी माइक्रो सेवा का 48 नए शहरों विस्तार किया है। इसके बाद कुल मिलाकर 75 शहरो में ओला की कम कीमत वाली एसी टैक्सी सेवा उपलब्ध होगी।
टैक्सी सर्विस कंपनी उबर ने 10 शहरों में किराया 22 फीसदी कम कर दिया है। कंपनी ने इंदौर और नागपुर जैसे शहरों में उबर-गो का किराया 9 फीसदी घटा दिया है।
उबर और ओला अब आपसे पीक टाइम में ज्यादा पैसे चार्ज नहीं कर पाएंगी। कर्नाटक सरकार ने कंपनियों के इस प्राइसिंग सिस्टम पर रोक लगा दी है।
टैक्सी एप ओला ने अपनी सस्ती सर्विस माइक्रो का छह और शहरों में विस्तार किया है। इन शहरों में अहमदाबाद, जयपुर और भुवनेश्वर शामिल हैं।
ऑनालइन कैब सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी उबर ने अपनी उबरब्लैक सर्विस भारत में बंद कर दी है। रि-कोड ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
ओला को पीछे छोड़ने के लिए एप आधारित टैक्सी सर्विस देने वाली कंपनी ऊबर इस साल जून तक भारत में लगभग 3,300 करोड़ रुपए का निवेश करने की तैयारी में है।
टैक्सी सर्विस देने वाली कंपनी उबर के बाद ऑटो बुकिंग एप जुगनू ने भी ओला पर कारोबार को नुकसान पहुंचाने के लिए अनैतिक व्यवहार अपनाने का आरोप लगाया है।
उबर ने आरोप लगाया कि ओला राइड बुक करने के लिए फर्जी खाते बना रही है और बाद में वह बुकिंग को रद्द कर देती है। कंपनी ने 49.61 करोड़ रुपए की की मांग की है।
एप आधारित टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनियों उबर और ओला के बीच बादशाहत हासिल करने के लिए मची होड़ अब घिनौना रूप लेती दिखाई दे रही है।
टैक्सी बुकिंग सर्विस कंपनी ओला को उम्मीद है कि उसकी हाल में शुरू सस्ती सेवा माइक्रो एक महीने में उबर को सवारियों की संख्या के मामले में पीछे छोड़ देगी।
टैक्सी बाजार पर बादशाहत कायम करने के दावे भले ओला और उबर अपने-अपने ढंग से कर रहे हों, लेकिन इस बीच यह बात साफ है कि इसमें फायदा अंतत: उपभोक्ता का ही है।
टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने अपने गूगल मैप के जरिये कैब की जानकारी और उसे बुक करने की नई सर्विस लॉन्च की है।
एप आधारित टैक्सी सर्विस कंपनी ओला और उबर द्वारा आईटी राजधानी बेंगलुरू में इसी हफ्ते शुरू की गई बाइक टैक्सी सर्विस मुश्किल में फंस गई है।
एप आधारित कैब सर्विस देने वाली कंपनियों उबर और ओला की जंग अब एकदम नए सेगमेंट बाइक टैक्सी में भी शुरू हो गई है।
उबर ने चेन्नई में अपनी हैचबैक और सेडान का किराया घटा दिया है। रिवाइज्ड रेट के अनुसार हैचबैक का किराया घटाकर 6 रुपए किलोमीटर कर दिया गया है।
ओला टैक्सी सर्विस ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लोगों को साझा यात्रा की पेशकश की है। इस पहल का मकसद दिल्ली सरकार के सम-विषम फॉर्मूले की समस्या को दूर करना है।
बीते तीन हफ्ते भारत की टैक्सी इंडस्ट्री के लिए काफी एक्शन वाला रहा है। इससे देश में टैक्सी इंडस्ट्री हमेशा के लिए तस्वीर बदल सकती है।
उबर ने नई दिल्ली में अपनी ऑटो सर्विस को बंद कर दिया है। उबर ने सात महीने पहले 5,000 ऑटो के साथ इस सर्विस की शुरूआत की थी। बंद करने की वजह नहीं बताई गई है।
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