भारतीय क्षेत्र में ट्रेनिंग कर रहा सेना का एक ड्रोन पाकिस्तान के क्षेत्र में घुस गया है। ऐसा तकनीकी खराबी के कारण हुआ जिस कारण ड्रोन ने अपना नियंत्रण खो दिया। सेना ने इस घटना की जानकारी दी है।
डीआरडीओ ने शुक्रवार को स्वदेशी हाई स्पीड फ्लाइंग विंग यूएवी, ऑटोनोमस फ्लाइंग विंग टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह परीक्षण कर्नाटक के चित्रदुर्ग में स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में किया गया।
डीआरडीओ द्वारा तैयार किया गया मानव रहित ड्रोन परीक्षण के दौरान आज दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि इस हादसे में किसी को कुछ नुकसान नहीं पहुंचा है। डीआरडीओ इस मामले की जांच में जुट गई है।
China Mysterious Drone: चीन लगातार अधिक क्षमता वाले और रहस्यमयी हथियारों को विकसित कर रहा है। उसके एक ड्रोन का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है।
एएलयूएवी के बारे में जो परियोजना-समझौता किया गया है, वह वायु प्रणालियों से जुड़े संयुक्त कार्य समूह के दायरे में आता है। यह डीटीटीआई की एक बड़ी उपलब्धि है।
केंद्र ने यूएएस नियमों को उदारीकृत ड्रोन नियम, 2021 से बदल दिया है, जिसमें नियमों को पहले के मुकाबले काफी सरल बना दिया गया है।
दुश्मनों के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाने के लिए ड्रोन को अपग्रेड करने के प्रोजेक्ट में कई भारतीय-विकसित तकनीक और हथियार भी शामिल होंगे। सूत्रों की मानें तो उन्नत यूएवी का इस्तेमाल पारंपरिक सैन्य अभियानों के साथ-साथ भविष्य में आतंकवाद-रोधी अभियानों के खिलाफ किया जा सकता है।
इंफ्रा सेक्टर की कंपनी एलएंडटी सेनाओं और सुरक्षाबलों के लिए ड्रोन बनाएगी
इंडिया TV को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक ये ड्रोन माइक्रो और मल्टी रूटर होंगे जिनकी रेंज तीन किलोमीटर है। उसके बाद दूसरे नैनो तरीक़े की UAV होंगे। तीसरे तरीके का स्मॉल और हाइब्रिड UAV हैं।
वैमानिकी, परिवहन, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र की वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी थेल्स की निगाह UAV प्रणाली तथा रडार की आपूर्ति के लिए भारत पर है।
इसरायल की IAI तथा बेंगलुरू की डायनामाइट टेक्नोलॉजी लिमिटेड (DTL) ने भारत में छोटे मानव रहित विमान बनाने के लिए बुधवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
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