Noida Approves Audit of Multi-Storey Buildings:नोएडा में ट्विन टॉवर गिराए जाने के बाद कई बहुमंजिला इमारतों के स्ट्रक्चर को लेकर शुरू से ही सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसी कई इमारतों पर नियम-कानून को ताख पर रखकर बनाए जाने के आरोप लग रहे हैं। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण बोर्ड ने ऐसी तमाम बहुमंजिला इमारतों के ऑडिट को मंजूरी दी है।
Twin Tower: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आगामी 19 अक्टूबर को सोसाइटी के लोग विजय दिवस मनाएंगे। इसकी तैयारी की जा रही है। सोसाइटी की आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने कहा कि कार्यक्रम में जहां लेजर लाइट शो के माध्यम से ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण, उनके निर्माण और संघर्ष की गाथा को बताया जाएगा।
ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद लखनऊ विजिलेंस सक्रिय हुआ है। ट्विन टावर मामले में विजिलेंस ने प्राधिकरण से रिकॉर्ड मांगा है। लखनऊ विजिलेंस ने नोएडा प्राधिकरण पहुंचकर मामले की जानकारी ली। नक्शों से जुड़ी जानकारी देने के लिए प्राधिकरण ने समय मांगा है।
रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक लिमिटेड (Supertech Limited) नोएडा स्थित अपनी ट्विन टावर इमारत को नियंत्रित धमाके के साथ गिराये जाने के बाद उसी जगह पर एक नयी आवासीय परियोजना विकसित करना चाहती है।
Twin Tower Demolition: नोएडा के सेक्टर 93-ए स्थित सुपरटेक के ट्विन टावर को भले ही धराशायी कर दिया गया हो, लेकिन कंपनी अभी भी हिम्मत नहीं हारी है। सुपरटेक ने ट्विन टावर गिराने की जगह पर ही फिर से नए टावर बनाने का ऐलान कर दिया है। इससे लोग भी सकते में पड़ गए हैं।
Supertech Twin Towers: कंपनी ने पहले प्रेस रीलीज करके कहा था कि हम 70 हजार फ्लैट्स बना चुके हैं और डिलिवर भी कर चुके हैं। ऐसे में 952 फ्लैट्स वाले ट्विन टावर के गिरने से कंपनी के बाकी प्रोजेक्ट्स पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Twin Tower Demolition: नोएडा के सेक्टर 93A में सुपरटेक के ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को रविवार दोपहर धराशायी कर दिया गया। लगभग 100 मीटर ऊंचे ढांचों को विस्फोट कर चंद सेकेंड में गिरा दिया गया।
Twin Towers Demolition: आम लोगों के लिए इलाके में प्रवेश पर लगी रोक के बावजूद रियाज और उनके परिवार की तरह कई अन्य लोग भी दूरदराज क्षेत्रों से इमारत के गिरने की कार्रवाई देखने नोएडा पहुंचे थे।
Twin Tower Story: ट्विन टावर (Twin Tower) को बनाने से लेकर गिराने के बीच का हिसाब-किताब से लेकर, सुपरटेक (Supertech) को हुए नुकसान और भविष्य में होने वाले खर्चे की डिटेल स्टोरी क्या है? चलिए पूरा लेखा-जोखा बिजनेस की भाषा में समझते है।
Twin Towers: एक्सप्लोजन जोन में 560 पुलिसकर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग और 4 क्विक रिस्पांस टीम समेत एनडीआरएफ टीम तैनात रहे। दोनों टावर कुतुब मीनार से भी ऊंचे थे और इन्हें ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से ढहा दिया गया।
Noida Twin Towers Demolition: ट्विन टावर गिराने के लिए की गई इस पूजा में 6 लोग मौजूद थे, डिसमें एडिफिस कंपनी के डायरेक्टर उत्कर्ष मेहता समेत उनकी टीम के लोग शामिल हुए।
Twin Towers: एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी के इंजीनियर के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीकी कंपनी के इंजीनियर बिल्डिंग में धमाका करेंगे। ब्लास्ट का डिजाईन एक विदेशी इंजीनियर ने तैयार किया लेकिन ब्लास्टिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला डेटोनेटर भारत के चेतन दत्ता चलाएंगे।
Supertech Twin Towers Demolition: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज सुपरटेक के ट्विन टावर्स को कुछ घंटे के बाद ही गिरा दिया जाएगा। इन टावर्स का निर्माण अवैध तरीके से किया गया था, जिसके कारण सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा फैसला सुनाया।
Noida Twin Towers Demolition: नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने फॉगिंग मशीन का ट्रायल किया। अधिकारियों का कहना है कि ट्विन टावर के डिमोलिशन के बाद भारी मात्रा में धूल उड़ने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
Noida Twin Tower Blast: नोएडा में सेक्टर 93-ए स्थित सुपरटेक का ट्विन टॉवर अब ध्वस्त होने के बाद इतिहास बन जाएगा। सिर्फ नौ सेकेंड में भीषण बारूदी विस्फोट से यह 100 मीटर ऊंची बिल्डिंग पूरी तरह जमींदोज हो जाएगी। मगर ध्वस्तीकरण का दंश आमजनों को लंबे समय तक झेलना पड़ सकता है।
Supertech Twin Tower Demolition: अभी शुरूआती तौर पर प्रदूषण विभाग ट्विन टावर के आसपास उठने वाले धूल के गुबार और कितने किलोमीटर तक इसका रेडियस रहेगा यह अनुमान लगा पाने में सक्षम नहीं है।
Supertech Twin Tower: नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर को 28 अगस्त को गिराया जाएगा। इस इमारत को गिराने में लगभग 3,700 किलोग्राम विस्फोटक लगेगा। इस टावर की ऊंचाई दिल्ली के कुतुब मीनार से भी अधिक है। ये टावर भारत की अब तक की सबसे ऊंची इमारतें गिराने वाली बन जाएगी।
Noida Twin towers demolition: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नोएडा में सुपरटेक कंपनी के दोनों टावर अब ध्वस्तीकरण के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इन्हें गिराने के लिए विस्फोटक लगाए जाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
Supertech Twin Towers: डीसीपी (यातायात) गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि विस्फोट में कुछ सेकेंड लगेंगे और उसके बाद लगभग 10-15 मिनट तक धूल फैले रहने की आशंका है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों से अतिरिक्त समय रखा गया है व धूल छंटते ही एक्सप्रेस-वे को खोल दिया जाएगा।
UP News: नोएडा प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों टावर को गिराने के दिन सुपरटेक और एटीएस सोसायटी पूरी तरह से खाली कराई जाएंगी। इसके बाद बिल्डिंग के कॉलम और बीम में वी शेप में छेद किया जाएगा और फिर उसके अंदर विस्फोटक भरे जाएंगे।
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