कंपनी ने कहा कि ट्रूकॉलर फिलहाल अपने कार्यालयों में अधिकारियों की पूरी तरह से सहायता कर रही है। यह बिना किसी पूर्व सूचना के हुआ और ट्रू-कॉलर वर्तमान में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से आधिकारिक पुष्टि और संचार की प्रतीक्षा कर रही है।
Trucaller ने यूजर्स की ऑनलाइन फ्रॉड वाली टेंशन खत्म करने का फैसला किया है। इंस्टैंट मैसेजिंग और कॉलर आईडी सर्विस प्रोवाइडर ने एक खास सर्विस लॉन्च की है, जिसमें यूजर्स के ऑनलाइन फ्रॉड की भरपाई ट्रू-कॉलर द्वारा की जाएगी।
Truecaller ने यूजर की बड़ी टेंशन खत्म कर दी है। Android यूजर्स अब आसानी से पता लगा सकेंगे कि उनके नंबर पर आने वाले कॉल में AI वॉइस का इस्तेमाल किया गया है कि नहीं? इसके लिए ऐप में AI कॉल स्कैनर फीचर जोड़ा गया है।
Truecaller ने अपने AI फीचर को अपग्रेड कर दिया है। यूजर्स अब अपने पर्सनलाइज्ड वॉइस को AI असिस्टेंट में जोड़ सकते हैं। यूजर्स इसके लिए अपनी आवाज को AI के जरिए डिजिटल वॉइस में कन्वर्ट कर सकते हैं।
Truecaller ऐप को अब आप बिना फोन में डाउनलोड किए भी एक्सेस कर पाएंगे। इसके वेब वर्जन को लॉन्च किया गया है, जिसमें यूजर्स को अनजान नंबर का पता लगाने से लेकर चैटिंग और SMS की सुविधा मिलेगी।
Truecaller AI Spam Filter: थर्ड पार्टी कॉलर आईडी ऐप ट्रू कॉलर ने अपने यूजर्स के लिए नया एआई बेस्ड स्पैम फिल्टर रोल आउट किया है। ट्रू कॉलर का यह AI स्पैम फिल्टर यूजर्स के नंबर पर आने वाले किसी भी फर्जी कॉल को ब्लॉक कर देगा।
अगर आप भी अपने स्मार्टफोन में ट्रूकॉलर ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। आखिरकार लंबे समय बाद ट्रूकॉलर ने अपने ऐप में कॉल रिकॉर्डिंग का फीचर दे दिया है। अब यूजर्स आसानी से इनकमिंग और आउट गोइंग कॉल्स को रिकॉर्ड कर सकते हैं।
Truecaller Like Apps: सरकार के इस कानून से नागरिकों के डेटा को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। सरकार नियमों के उल्लंघन करने पर पेनाल्टी भी लगाएगी। आइए इसके बारे में जानते हैं।
Truecaller ने यूजर्स के लिए Ai Assistant फीचर लॉन्च कर दिया है। इस फीचर की मदद से यूजर्स अब आसानी से स्पैम कॉल की पहचान कर पाएंगे। इतना ही नहीं यह एआई फीचर यूजर्स के फोन पर आने वाली कॉल्स का रिप्लाई भी करेगा।
अब ट्रूकॉलर की कॉलर आईडी सर्विस अब व्हाट्सएप के लिए भी उपलब्ध हो चुकी है। ऐसे में इसका फायदा बड़ी संख्या में लोगों को मिल सकता है।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सी.पी. सिंह ने कहा कि साइबर जागरूकता फैलाना अनिवार्य हो गया है, क्योंकि आजकल अधिक से अधिक लोग डिजिटल माध्यमों को अपना रहे हैं।
किसी भी अनजान नंबर से कॉल आने के बाद हमलोग उस नंबर को ट्रूकॉलर पर सर्च करते हैं। इस ऐप में प्रीमियम यूजर्स अपने अनुसार नाम ऐड कर लेते हैं। कई बार कॉलर भी अपने बारे में जानकारी नहीं देते हैं। ऐसी स्थिति में Truecaller के अलावा इन 3 आसान तरीकों से कॉल करने वाले का नाम पता कर सकते हैं।
Truecaller अपने यूजर और उनके करीबियों को स्पैम मैसेज और धोखाधड़ी से बचाने के लिए नया फैमिली प्लान फीचर रोल आउट किया है। ये फीचर प्लान में शामिल पांच लोगों को स्पैम मेसेजिस से बचाने के लिए प्रीमियम सर्विस की सुविधा देगा।
Truecaller मोबाइल फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान बताने वाले ऐप का संचालन करती है।
कंपनी ने कहा कि उसका लक्ष्य अगले दो वर्षों में विभिन्न बाजारों में 10 करोड़ से अधिक नए एंड्रॉयड स्मार्टफोन को अपने ऐप के दायरे में लाना है।
गार्जियन ऐप दूसरी पर्सनल सेफ्टी और लोकेशन शेयरिंग फीचर देने वाली दूसरी सैकड़ों ऐप्स से अलग हैं।
संचार के लिए लोकप्रिय एप ट्रूकॉलर ने गुरुवार को बताया कि उसके दैनिक यूजर्स की संख्या दुनियाभर में 10 करोड़ से भी अधिक हो गई है। कंपनी ने यह आंकड़ा एक साल से भी कम समय में हासिल किया है।
आईफोन, एंड्रॉयड या विंडोज मोबाइल पर आप इस तरह से अपने ट्रूकॉलर अकाउंट को डीएक्टिवेट कर सकते हैं।
देश में चाइनीज स्मार्टफोन और चाइनीज एप की बढ़ती संख्या देश के लिए क्या किसी प्रकार का खतरा है, शायद रक्षा मंत्रालय शायद ऐसा ही मान रहा है।
भारतीय स्टेट बैंक ग्राहकों को सेवा संबंधी मोबाइल एसएमएस भेजने के मामले में सबसे बड़ा बैंक है। ट्रूकॉलर की इनसाइट्स रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
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