हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद उत्तरी गाजा के जबालिया क्षेत्र में इजरायली सेना ने अपने जमीनी अभियान को और तेज कर दिया है। शुक्रवार को इजरायल ने सैनिकों की एक और टुकड़ी भेजी है। जबालिया वासियों का कहना है कि इजरायली टैंक बमबारी करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध घातक होने के बाद अमेरिका ने मध्य-पूर्व में तनाव कम करने के लिए अतिरिक्त सेना भेजने का बड़ा ऐलान किया है। अक्टूबर में इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से ही मध्य-पूर्व के देशों में भारी तनाव का दौर चल रहा है।
जम्मू में भारतीय सेना ने आतंकियों के सफाये के लिए फौज की संख्या में इजाफा कर दिया है। वेस्टर्न कमांड से भी सैनिक भेजे गए हैं।
मालदीव के राष्ट्रपति का भारत के खिलाफ बगावती तेवर उन्हीं पर भारी पड़ने लगा है। पहले तो मालदीव के राष्ट्रपति मो मुइज्जू ने परंपरा तोड़कर चीन की यात्रा की और भारत के खिलाफ बयानबाजियां करते रहे। इसका खामियाजा चीन से लौटने के बाद उन्हें मेयर चुनाव में पार्टी की हार से भुगतना पड़ा।
मालदीव में चुनाव के दौरान ही मोहम्मद मुइज्जू ने ऐलान कर दिया था कि यदि उनकी सरकार बनती है तो वह भारतीय सैनिकों को अपने देश से बाहर निकाल देंगे। मुइज्जू का चीन की ओर झुकाव ज्यादा है। लिहाजा राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के 24 घंटे के अंदर ही उन्होंने भारत से अपने सैनिकों को वापस बुलाने को कहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की सेना को चीन द्वारा हथियार भेजे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सबसे पहले अमेरिका ने इस बात का खुलासा किया था कि चीन रूस को चोरी छुपे हथियार भेज रहा है, जिसका इस्तेमाल वह यूक्रेन के खिलाफ कर रहा है। इसके लिए अमेरिका ने चीन को चेतावनी भी दी थी।
वर्ष 2020 में गलवान घाटी की हिंसा के बाद से भारत और चीन में तनाव चरम पर है। रही सही कसर चीन ने तवांग में नवंबर 2022 में घुसपैठ का प्रयास फिर से करके पूरा कर दिया था। लिहाजा अब दोनों देशों में दुश्मनी का स्तर हाईटेंशन पर चल रहा है।
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध को छह महीने से अधिक का समय बीत चुका है। मगर अभी तक इसका कोई अंत होता नहीं दिखाई दे रहा है। जबकि इस युद्ध में रूस और यूक्रेन दोनों को ही भारी नुकसान पहुंचा है। बावजूद दोनों ही देश एक दूसरे पर लगातार बमवर्षा कर रहे हैं।
Indo-China on LAC: पूर्वी लद्दाख क्षेत्र स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास से अचानक चीन अपने सैनिकों को हटाने लगा है। यह देख पूरी दुनिया हैरान है।
रूस ने यह मान लिया कि इस युद्ध में उसके सैनिकों को भारी नुकसान हुआ है। रूसी सेना के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात को स्वीकार किया।
वाशिंगटन। रूस और अमेरिका के बीच यूक्रेन को लेकर तनाव कम नहीं हो रहा है। इस जारी तनाव के बीच अमेरिका ने भी रूस के यूक्रेन सीमा के समीप जमे 1 लाख रूसी सैनिकों के जवाब में और अधिक सैनिकों को यूरोप भेज रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक मई तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों की वापसी की संभावना को खारिज कर दिया है।
अमेरिका के साथ जारी तनाव के बीच इराक में अमेरिकी सैनिकों के शिविर पर रविवार को रॉकेट दागे गए। सुरक्षा बलों ने बताया कि इस हमले में चार इराकी एयरमैन घायल हुए है।
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी)श्रीनगर ने कश्मीर में अनिश्चित हालात के मद्देनजर अगले आदेश तक सभी कक्षाएं स्थगित कर दी है। एनआईटी के रजिस्ट्रार द्वारा शुक्रवार को जारी एक आदेश में कहा गया, ‘‘यह सूचना संस्थान के सभी छात्रों के लिए है कि सभी विषयों की कक्षाएं अगले आदेश तक के लिए रद्द की जाती है।’’
जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा की दृष्टि से भारत द्वारा उठाए जा रहे कदमों से पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है। एक पाकिस्तानी अखबार ने दावा किया है कि पहले 10 हजार सैनिक भेजने के बाद, भारत ने अब 28 हजार और सैनिक कश्मीर भेजे हैं।
जम्मू एवं कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती ने पाकिस्तान को बेचैन कर दिया है। पाकिस्तान की बेचैनी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने कहा है कि वह इस मामले को पूरी दुनिया के सामने उठाएगा।
जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने एक आदेश में पुलिस से कहा है कि वह घाटी में मस्जिदों का विवरण उसे तत्काल मुहैया कराए। केंद्र ने हाल में राज्य में अतिरिक्त सुरक्षाबल भी भेजे हैं जिससे राज्य को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 35ए के भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी हैं।
उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अन्बु ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो सेना एक और सर्जिकल स्ट्राइक करने से नहीं हिचकेगी
ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल तेमेर ने वेनेजुएला के साथ लगने वाली सीमा पर आव्रजन को लेकर क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के बाद सेना को वहां भेजा और प्रमुख मंत्रियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई।
चीन ने गुरुवार को फिर कहा कि भारत डोकलाम से अपने जवानों बुला ले, तभी बातचीत होगी। डोकलाम में चीन व भारत के सैनिक करीब महीने भर से आमने-सामने हैं।
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