प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में अनुच्छेद 370, तीन तलाक, अर्थव्यवस्था, सेना और देश की बढ़ती जनसंख्या पर बातें की। आइए, जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातों के बारे में:
तीन तलाक के खिलाफ कानून बनने से उत्साहित वाराणसी की मुस्लिम महिलाओं ने क्षेत्रीय सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने हाथ से राखियां बनाकर भेजी हैं। इस नेक काम को कुछ मुस्लिम मौलानाओं ने सराहा तो कुछ ने इसे 'सस्ते प्रचार का तरीका' बताया है।
महिला के ससुराल वालों का कहना है कि उसके पास एक धारदार हथियार था जिससे उसने खुद ही अपनी नाक काट ली। वहीं महिला के ससुराल पक्ष के एक रिश्तेदार ने कहा, "उसने मुझे भी पत्थर से मारा।"
राज्यसभा का 20 जून से शुरू हुआ 249वां सत्र बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया और इस दौरान तीन तलाक संबधित विधेयक तथा जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के प्रावधान सहित कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया गया।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद में पारित ‘तीन तलाक’ विधेयक को गुरुवार को मंजूरी दी थी।
पत्नी को फौरी ‘तीन तलाक’ के जरिए छोड़ने वाले मुस्लिम पुरुष को तीन साल तक की सजा के प्रावधान वाले कानून को शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गई।
संसद से तीन तलाक विधेयक के पारित होने से उत्साहित हजारीबाग की एक मुस्लिम महिला ने पिछले महीने उसे तीन बार तलाक कहने को लेकर पति के खिलाफ बृहस्पतिवार को प्राथमिकी दर्ज करायी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार देर रात तीन तलाक विधेयक को मंजूरी दे दी। उनकी मंजूरी के साथ ही तीन तलाक कानून अस्तित्व में आ गया है। आपको बता दें कि मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) के तहत मुस्लिम महिलाओं से एक साथ तीन तलाक को अपराध करार दिया गया है।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि ट्रिपल तलाक बिल के विरोध ने ‘छद्म उदारवादियों का पर्दाफाश’ कर दिया है।
आपको बता दें कि मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) के तहत मुस्लिम महिलाओं से एक साथ तीन तलाक को अपराध करार दिया गया है।
देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने तीन तलाक संबंधी विधेयक के संसद से पारित होने के बाद बुधवार को कहा कि यह मुस्लिम महिलाओं के साथ इंसाफ नहीं करेगा, बल्कि उनका भविष्य अंधकार में धकेल देगा।
ट्रिपल तलाक बिल को कल संसद की मंजूरी मिल गई, लेकिन इसके कुछ ही घंटों के बाद ही अहमदाबाद से एक और तलाक का मामला सामने आया है।
विवादास्पद तीन तलाक विधेयक पर राज्यसभा में वोटिंग के दौरान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के पांच-पांच सांसदों सहित विपक्ष के करीब 20 सांसद अनुपस्थित रहे।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि तीन तलाक विधेयक को 2014 में भाजपा नीत राजग(एनडीए) सरकार के सत्ता में आने के बाद से ‘मुस्लिम अस्मिता’ पर हुए कई हमलों के महज एक हिस्से के रूप में देखा जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन तलाक बिल राज्यसभा में पारित होने पर कहा कि इस बिल का पास होना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है।
राज्यसभा से तीन तलाक बिल पास होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नारी गरिमा की रक्षा के लिए तीन तलाक बिल का पास होना जरूरी था।
लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी तीन तलाक बिल पास हो गया है। अब सिर्फ इस बिल पर राष्ट्रपति की मुहर लगनी बाकी है। राज्यसभा में तीन तलाक बिल पास होने के बाद इसके समर्थन और विरोध दोनों में ही रिएक्शन सामने आए।
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल जनता दल (यू) ने केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी तीन तलाक पर रोक संबंधी विधेयक का विरोध करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि किसी समुदाय विशेष से जुड़े विषय पर कानून बनाने की नहीं, जन जागरण की जरूरत है।
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने तीन तलाक बिल पर लोकसभा में बहस के दौरान कहा कि तीन तलाक कानून महिलाओं पर जुल्म है। आप इस कानून के जरिये शादी को खत्म कर रहे हैं।
लोकसभा में 'तीन तलाक विधेयक' ध्वनिमत से पास हो गया है। विधेयक पर वोटिंग से पहले ही मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया है, कांग्रेस के अलावा भाजपा के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड ने भी सदन से वॉकआउट किया।
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