समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने आज एक अजीबोगरीब बयान में कहा कि बीवी को गोली मारने से बेहतर है कि तलाक दे दिया जाए।
लोकसभा में ट्रिपल तलाक विधेयक आज चर्चा के लिए पेश होने जा रहा है और बिल पेश होने से पहले केंद्र सरकार में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बिल का विरोध करने का ऐलान किया है
लोकसभा में 'तीन तलाक विधेयक' पर चर्चा शुरू हो गई है। बिल को सदन में पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये मजहब का मामला नहीं है यह नारी अस्मिता का प्रश्न है।
तीन तलाक को अपराध ठहराने के लिए लड़ाई लड़ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान ने शुक्रवार को कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो मोदी सरकार भी वही गलती करेगी जो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने शाह बानो मामले में की थी।
बाराबंकी जिले की कोतवाली फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम हसनपुर टांडा में एक युवक ने शादी के महज 24 घंटे के अंदर ही अपनी पत्नी को तीन तलाक देकर संबंध खत्म कर लिया।
सऊदी अरब में रह रहे पति ने देवरिया के गांव में रह रही पत्नी को वहीं से तलाक दे दिया और फिर जीजा से हलाला करवा दिया।
मैं कुरान का समर्थन करता हूं, ट्रिपल तालाक एक व्यक्तिगत मुद्दा है: आज़म खान
आजम खान ने कहा कि लोकतंत्र का बचना जरूरी है। तीन तलाक हमारा व्यक्तिगत मामला है। जो कुरान कहेगा वही मान्य होगा। बाकी कुछ नहीं। महिलाओं के हमदर्द सबरीमाला में कहां हैं।
संसद के चालू बजट सत्र के दौरान आने वाला सप्ताह सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है। इस हफ्ते संसद में जम्मू कश्मीर से संबंधित दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर चर्चा होगी जिसमें से एक जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति द्वारा लगाये गए अनुच्छेद 356 को जारी रखने का प्रस्ताव है जबकि दूसरा जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन विधेयक 2019 है।
केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि जो धर्म के नाम पर तीन तलाक कानून का विरोध कर रहे हैं वह मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं।
कुरुक्षेत्र | विपक्ष के विरोध के बीच मोदी सरकार ने लोकसभा में फिर पेश किया तीन तलाक़ बिल
AIMIM के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को लोकसभा में तीन तलाक बिल का विरोध किया और कई सवाल खड़े किए।
लोकसभा में आज फिर पेश किया गया तीन तलाक पर रोक के लिए बिल, कांग्रेस किया विरोध
17वीं लोकसभा के गठन के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला बिल है जिसे केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद में पेश किया।
सत्रहवीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू होगा जिसमें केंद्रीय बजट पारित किया जाएगा और तीन तलाक जैसे अन्य महत्वपूर्ण विधेयक इसमें सरकार के एजेंडे में प्रमुख रहेंगे।
मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल के दौरान तीन तलाक विधेयक राज्यसभा में अटक गया था क्योंकि वहां उसके पास जरूरी संख्या बल नहीं हैं। उच्च सदन में इसे पारित कराने के लिए सरकार को गैर-राजग दलों के समर्थन की भी जरूरत होगी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) ने गुरुवार को यहां कहा कि वह तीन तलाक के मुद्दे पर राज्यसभा में भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार का समर्थन नहीं करेगी।
पीएम मोदी ने अब मुसलमानों के बीच पहुंच बनाने के लिए गंभीर कदम उठना शुरू कर दिया है, और इस लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए तीन तलाक बिल एक बार फिर से 17वीं लोकसभा में पेश किया जाएगा।
भदोही में पीएम मोदी ने गिनाए आज़ादी के बाद राजनीति के 4 पंथ | पीएम मोदी के अनुसार ये चार पंथ हैं नामपंथी, वामपंथी, दाम और दमनपंथी और तीसरा विकासपंथी |
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ‘तीन-तलाक’ का मुद्दा रूढ़ीवादी मुसलमान परिवारों के पुरुष और महिलाओं को बांटता नजर आ रहा है...जहां कई इस प्रथा को अपराधिक श्रेणी में डालने के हक में हैं लेकिन पति के प्रति वफादारी के चलते वे भाजपा को मत देने से परहेज कर रही हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़