लोकसभा में 'तीन तलाक विधेयक' ध्वनिमत से पास हो गया है। विधेयक पर वोटिंग से पहले ही मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया है, कांग्रेस के अलावा भाजपा के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड ने भी सदन से वॉकआउट किया।
लोकसभा में ट्रिपल तलाक विधेयक आज चर्चा के लिए पेश होने जा रहा है और बिल पेश होने से पहले केंद्र सरकार में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बिल का विरोध करने का ऐलान किया है
लोकसभा में 'तीन तलाक विधेयक' पर चर्चा शुरू हो गई है। बिल को सदन में पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये मजहब का मामला नहीं है यह नारी अस्मिता का प्रश्न है।
केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि जो धर्म के नाम पर तीन तलाक कानून का विरोध कर रहे हैं वह मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं।
कुरुक्षेत्र | विपक्ष के विरोध के बीच मोदी सरकार ने लोकसभा में फिर पेश किया तीन तलाक़ बिल
AIMIM के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को लोकसभा में तीन तलाक बिल का विरोध किया और कई सवाल खड़े किए।
लोकसभा में आज फिर पेश किया गया तीन तलाक पर रोक के लिए बिल, कांग्रेस किया विरोध
17वीं लोकसभा के गठन के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला बिल है जिसे केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद में पेश किया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) ने गुरुवार को यहां कहा कि वह तीन तलाक के मुद्दे पर राज्यसभा में भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार का समर्थन नहीं करेगी।
पीएम मोदी ने अब मुसलमानों के बीच पहुंच बनाने के लिए गंभीर कदम उठना शुरू कर दिया है, और इस लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए तीन तलाक बिल एक बार फिर से 17वीं लोकसभा में पेश किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को तीन तलाक विधेयक वापस लेने के वादे को लेकर कांग्रेस की जमकर आलोचना की।
केंद्र सरकार विवादित ट्रिपल तलाक बिल को आज राज्य सभा से पारित करवाने की भरसक कोशिश करेगी।
आज राज्यसभा में तीन तलाक़ बिल पर होगी चर्चा, एकजुट विपक्ष कर सकता है बिल का विरोध
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की महिला शाखा ने तीन तलाक से संबंधित विधेयक के महिला विरोधी होने का आरोप लगाया और राज्यसभा सदस्यों से इसे कानूनी जांच के लिए प्रवर समिति को भेजने को आह्वान किया।
महबूबा ने कहा कि जब हम मुस्लिमों के लिए आरक्षण की बात करते हैं तो भाजपा यह कहते हुए इसे नकार देती है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता, लेकिन जब ट्रिपल तलाक पर कानून बनाने की बात आती है तो भाजपा संसद पहुंच जाती है
मुस्लिमों में एक बार में तीन तलाक की प्रथा को अपराध की श्रेणी में लाने वाला तीन तलाक विधेयक सोमवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। उधर, कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दल इसे प्रवर समिति के पास भेजने के प्रयास में हैं।
तीन तलाक को आपराधिक कृत्य के रूप में कानूनी जामा पहनाने को लेकर उत्सुक सरकार ने विधेयक सोमवार को राज्यसभा में पेश करने के लिए सूचीबद्ध करवा लिया है।
मुस्लिम समाज में एक बार में तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) पर रोक लगाने के उद्देश्य से लाए गए ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक’ को लोकसभा की मंजूरी मिल गई।
एक बार में तीन बार तलाक कहने को तलाक-ए-बिद्दत कहते हैं जिसके तहत लिखकर, फोन से ट्रिपल तलाक देते थे। कई महिलाओं को लेटर, व्हाट्सएप मैसेज से तलाक दिया गया। अगर पुरुष तलाक का फैसला बदलना चाहे तो नहीं कर सकता लेकिन तलाकशुदा जोड़ा फिर हलाला के बाद ही शादी कर सकता था।
लोकसभा में तीन तलाक़ बिल पर चर्चा शुरू, विपक्षी पार्टियों ने बिल को स्टैंडिंग कमेटी में भेजने की मांग की
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