पिछले महीने संसद द्वारा पारित किए गए ट्रिपल तलाक कानून के खिलाफ दायर की गई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई की।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि ट्रिपल तलाक बिल के विरोध ने ‘छद्म उदारवादियों का पर्दाफाश’ कर दिया है।
आपको बता दें कि मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) के तहत मुस्लिम महिलाओं से एक साथ तीन तलाक को अपराध करार दिया गया है।
बता दें कि विधेयक में तीन तलाक का अपराध सिद्ध होने पर संबंधित पति को तीन साल तक की जेल का प्रावधान किया गया है। मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक को राज्यसभा ने 84 के मुकाबले 99 मतों से पारित कर दिया।
मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक को राज्यसभा ने 84 के मुकाबले 99 मतों से पारित कर दिया। विपक्ष के कुल 31 सांसदों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। बीएसपी, सपा, एनसीपी और पीडीपी ने बॉयकट किया।
मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए आखिरकार तीन तालक बिल राज्यसभा से पास कराने में सफलता हासिल कर ली।
यह ऐतिहासिक बिल अगर कानून की शक्ल अख्तियार करता है तो उन मुसलिम महिलाओं के लिए एक नए युग की शुरुआत होगी जो अपने पति की सनक के कारण अन्याय का सामना कर रही थीं।
लोकसभा में 'तीन तलाक विधेयक' ध्वनिमत से पास हो गया है। विधेयक पर वोटिंग से पहले ही मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया है, कांग्रेस के अलावा भाजपा के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड ने भी सदन से वॉकआउट किया।
लोकसभा में 'तीन तलाक विधेयक' पर चर्चा शुरू हो गई है। बिल को सदन में पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये मजहब का मामला नहीं है यह नारी अस्मिता का प्रश्न है।
AIMIM के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को लोकसभा में तीन तलाक बिल का विरोध किया और कई सवाल खड़े किए।
लोकसभा में आज फिर पेश किया गया तीन तलाक पर रोक के लिए बिल, कांग्रेस किया विरोध
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