महुआ ने इससे पहले दिन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम द्वारा दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ये बातें कही।
2021 में तृणमूल ने न सिर्फ पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज की, बल्कि ममता बनर्जी को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहले से बड़ी पहचान मिली।
यह सत्र एक बार फिर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव का गवाह बना। शीतकालीन सत्र में हंगामे की शुरुआत 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन के बाद हुआ। इन सांसदों को मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में भारी हंगामा करने के आरोप में निलंबित किया गया।
हालिया दिनों में तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ने में विफल रहने के लिए कांग्रेस पर हमला किया है। थरूर ने विश्वास जताया कि कांग्रेस के खिलाफ बोलने वाले विपक्षी दल एक साथ आएंगे क्योंकि उन सबका लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हराने का है।
राव ने कहा कि अब टीएमसी गठबंधन को स्वीकार करने का कोई सवाल ही नहीं है, क्योंकि वे कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, बीजेपी को नहीं।
पश्चिम बंगाल के मंत्री और स्थानीय विधायक बेचाराम मन्ना ने अपने समर्थकों के साथ हुगली जिले में विरोध स्थल पर गाय का गोबर डाला और गंगा जल छिड़का और एक पुजारी ने मंत्रों का जाप किया।
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा के दो दिवसीय दौरे पर हैं। तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह अगले साल होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।
महुआ मोइत्रा ने बताया कि उनकी पार्टी जल्दी ही योजना के लाभुकों के बीच कार्ड का वितरण शुरू करेगी।
शिवसेना ने कहा कि अगर विपक्षी दलों में एकता नहीं होगी तो बीजेपी का राजनीतिक विकल्प बनाने की बात बंद कर देनी चाहिए।
कांग्रेस के खिलाफ प्रशांत किशोर के ताजा ट्वीट का जिक्र करते हुए आलेख में कहा गया है कि सिर्फ चुनाव रणनीतिकार ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के नेता भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं।
ओ ब्रायन ने कहा, यदि आप संप्रग के इतिहास पर गौर करें तो पाएंगे कि 13 मई 2004 को चुनाव के नतीजे आए थे।
दरअसल राष्ट्रीय विस्तार के लिए TMC पार्टी का नाम बदलने पर चर्चा कर रही है और पार्टी संविधान में बदलाव भी इसी उद्देश्य से किया जाएगा। अभी टीएमसी वर्किंग कमेटी में सिर्फ बंगाल के नेता ही शामिल हैं।
महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया, कांग्रेस हर मुद्दे को उठाती है, लेकिन हमने उनसे लगातार सवाल-जवाब करते नहीं देखा है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक तृणमूल पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी अपने करियर के सबसे कठिन चुनावों में से एक को जीतने के बाद विपक्ष के सबसे सशक्त चेहरे के रूप में उभरी हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि इस षड्यंत्र का एक ही मकसद है कि कांग्रेस को कमजोर करो और बीजेपी को मजबूत करो।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के 18 में से 12 विधायक अब TMC में शामिल हो चुके हैं।
कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद और कांग्रेस की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने अपनी पार्टी के कुछ नेताओं के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने को नाटक करार देते हुए बुधवार को कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी इस तरह के प्रयासों से कमजोर नहीं होगी।
गौरतलब है कि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने एक ताजा बयान में कहा है कि बीजेपी भारतीय राजनीति के केन्द्र में रहेगी और ‘अगले कई दशकों तक यह कहीं जाने वाली नहीं है।’
तृणमूल के मुखपत्र के संपादकीय में कहा गया है, हम चाहते हैं कि बीजेपी के विरूद्ध एक गठबंधन बने और हमने यह बात कांग्रेस से भी कही है।
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