भारतीय रेलवे ने मंगलवार 8 नवंबर को 131 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। रेलवे के मुताबिक, आज 131 ट्रेनों को कैंसिल, डायवर्ट या री-शेड्यूल किया गया है। इनमें से 26 ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है।
Train Cancellation: भारतीय रेलवे ने आज सोमवार को 138 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इन ट्रेनों को रेलवे के अलग-अलग जोनों में चल रहे मरम्मत और दूसरे कारणों से रद्द किया गया है। इनमें से 18 ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है।
मानसून के दिल्ली में दस्तक के साथ ही गुरुवार सुबह उड़ान संचालन भी प्रभावित हुआ। दिल्ली/एनसीआर में तेज बारिश के कारण कई सारी उड़ानें डिले हो गईं।
Agneepath Protest: सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शन के कारण अब तक 200 से अधिक ट्रेन रद्द की जा चुकी हैं। रेलवे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
Agnipath Protest: रेलवे ने एक बयान में बताया कि प्रदर्शनों के चलते 72 अन्य ट्रेन देरी से चल रही हैं। रेलवे ने कहा कि पांच मेल और एक्सप्रेस ट्रेन और 29 यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गईं।
उत्तर रेलवे ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आने वाले दिनों में कई ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला लिया है। ट्रेन रद्द होने की स्थिति में यात्रियों को रेलवे की ओर से जानकारी दी गई है ताकी यात्रियों को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़ा।
किसान आंदोलन के कारण जिन ट्रेनों को रद्द किया गया था, आंदोलन खत्म होने के बाद रद्द की गई सभी ट्रेनों को बहाल किया जा रहा है। ऐसी 18 से अधिक ट्रेनें हैं। बता दें कि किसान आंदोलन की वजह से उत्तर रेलवे का यातायात कई दिनों तक बुरी तरह प्रभावित रहा था।
भारतीय रेलवे की ओर से विभिन्न रेल मार्गों पर आधुनिकीकरण और नवीनीकरण के तहत देशभर में कई मार्गों पर पटरियों के दोहरीकरण का काम जारी है।
उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया, ‘‘कल (शुक्रवार) से कुल 40 ट्रेनें रद्द की गईं हैं।’’ उन्होंने कहा कि शुक्रवार को अलग रूट पर जम्मू रेलवे स्टेशन से कुछ ही ट्रेनें रवाना हुईं, जबकि दिल्ली में शनिवार तड़के हुई बारिश के कारण जम्मू जाने वाली कुछ और ट्रेनों को रद्द करना पड़ा।
पश्चिम बंगाल में गंगा के आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र निर्मित होने के कारण पिछले दो दिन से भारी बारिश होने से राज्य के दक्षिणी भाग के कई जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
महाराष्ट्र में भारी बारिश और भूस्खलन (लैंडस्लाइड) के चलते भारतीय रेलवे ने 60 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) के कारण भारतीय रेलवे ने 25 ट्रेनें रद्द करने का फैसला लिया है। बिहार, बंगाल, केरल, कर्नाटक आने-जाने वाली ट्रेनों पर चक्रवाती तूफान यास का असर पड़ेगा।
पूर्वी रेलवे ने इन 7 जोड़ी ट्रेनों के अलावा धनबाद, मुजफ्फरपुर और देवघर को आने-जाने वाली ट्रेनों को भी रद्द किया है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने न सिर्फ लोगों की जिंदगी पर असर डाला है, बल्कि भारतीय रेलवे को भी बार-बार अपना प्लान बदलने पर मजबूर किया है।
कोरोनावायरस के मामलों और यात्रियों की कमी को देखते हुए भारतीय रेलवे ने एक बार फिर कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। ईस्टर्न रेलवे ने इन ट्रेनों का संचालन कल यानी 21 मई से अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया है।
क्या आपके पास भी 31 मार्च तक सभी ट्रेनें रद्द कर दिए जाने की कोई खबर आयी है तो आप भी इसकी सच्चाई जान लीजिए।
किसानों के आंदोलन के चलते रेल यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। किसानों के जारी प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर रेलवे ने कुछ ट्रेनों के संचालन में कुछ बदलाव किया है।
रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, कोटा-हजरत निजामुद्दीन, देहरादून-कोटा और हजरत निजामुद्दीन-कोटा ट्रेनें को रद्द की गई हैं।
भारतीय संसद ने हाल ही में कृषि सुधार से जुड़े बिलों को मंजूरी दी है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इन कृषि विधेयकों को लेकर आज से पंजाब में किसान संगठनों ने रेल रोको अभियान की शुरुआत की है।
पूर्व रेलवे (ईआर) ने पश्चिम बंगाल के कुछ स्टेशनों से 29 जुलाई को प्रस्थान करने और पहुंचने वाली विशेष ट्रेनों को शनिवार को रद्द कर दिया।
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