ओडिशा रेल हादसे में सीबीआई ने बड़ा एक्शन लिया है। इस हादसे मामले में सीबीआई ने केस दर्ज किया है। गौरतलब है कि हालही में रेल मंत्री रेलवे वैष्णव ने बताया था कि रेलवे बोर्ड ने सीबीआई से इस मामले की जांच करने के लिए सिफारिश की है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट की जांच CBI से किए जाने की बात कही थी, जिसके बाद CBI की एक टीम एक्सीडेंट साइट पर पहुंची। बालासोर रेलवे पुलिस ने इस मामले में 3 जून को FIR दर्ज की थी।
CBI ने एक्सीडेंट वाली जगह से अहम सबूत जुटाए हैं। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट की जांच CBI से किए जाने की बात कही थी, जिसके बाद CBI की एक टीम एक्सीडेंट साइट पर पहुंची।
सबीआई लाइफ ने दावा निपटान और दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया को सुगम बनाया है। इस हादसे के शिकार लोगों के आश्रित बीमा कंपनी के अधिकारियों से ई-मेल या टोल फ्री नंबर 1800 267 9090 के जरिये संपर्क कर सकते हैं।
ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में करीब 200 लोगों का इलाज चल रहा है। दुर्घटना में मरने वाले 278 लोगों में से 101 शवों की अभी पहचान नहीं हो पाई है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा था कि रेलवे बोर्ड ने CBI से जांच की सिफारिश की है। इस मामले में ताजा खबर ये आई है कि अभी तक सीबीआई ने इस केस को टेकओवर नहीं किया है।
राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि मृतकों के परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट के लिए कोई भी डॉक्यूमेंट देने की जरूरत नहीं होगी। राज्य सरकार सुओमोटो लेकर परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट मुहैया कराएगी।
कोरोमंडल एक्सप्रेस के पिछले डिब्बों ने शुक्रवार को 100 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से चलने वाली यशवंतपुर-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस को टक्कर मार दी थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार शाम को मरने वालों का आंकड़ा 62 बताते हुए आशंका जताई थी कि और शवों की पहचान होने पर संख्या बढ़ सकती है।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राउत ने बालासोर रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के लिए रेलवे एक खिलौना बन गया है।
इस हादसे के बाद रेलवे ने बयान जारी कर कहा है कि यह हादसा भारतीय रेलवे से जुड़ा हुआ नहीं है। हादसा एक निजी नैरोगेज रेल लाइन पर हुआ है और यहां पटरी, इंजन और मालगाड़ी सभी एक निजी कंपनी की ही हैं।
ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में सैकड़ों लोगों की जानें चली गई थीं। जिस ट्रैक पर ये हादसा हुआ आज सुबह फिर से उसी ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेन और फिर वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार दौड़ी हैं। देखें वीडियो-
ओडिशा पुलिस ने बताया कि कुछ सोशल मीडिया अकाउंट बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। पुलिस ने लोगों से बालासोर दुर्घटना को लेकर इस तरह के भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट शेयर करने से बचने का अनुरोध किया।
बालासोर में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास जहां भयानक रेल हादसा हुआ था, वहां एक्सीडेंट के 51 घंटों के भीतर ही ट्रैक को बना लिया गया है और इस पर आज शाम हादसे के बाद पहली रेल गाड़ी दौड़ी। रेल मंत्री हादसे के बाद से लगातार वहां मौजूद हैं।
ओडिशा ट्रेन हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि रेलवे बोर्ड ने हादसे से संबंधित जांच की सिफारिश सीबीआई से की है।
अडाणी ने एक ट्वीट मे कहा कि पीड़ितों और उनके परिवारों की मदद करना तथा बच्चों को बेहतर कल देना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने ट्वीट किया, ''उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं।
ओडिशा ट्रेन हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और लगभग 1000 लोग घायल हुए हैं। भारतीय रेल हादसों के इतिहास में यह अब तक का तीसरा सबसे बड़ा हादसा है।
ओडिशा रेल हादसे में मरने वालों में 7 लोग बिहार के हैं। इसके अलावा बिहार के 36 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं, जबकि 6 लापता हैं। बिहार के जिन 7 लोगों की मौत हुई उनमें 3 मधुबनी जिले से, 2 जमुई जिले से, 1 नवादा और 1 पूर्वी चंपारण जिले से हैं।
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर रेलवे की प्रेस कांफ्रेंस जारी। रेलवे ने बयान जारी कर बताया कि तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर नहीं हुई थी। सिग्नल में गड़बड़ी की वजह से हुआ था हादसा।
शुक्रवार शाम ओडिशा में हुए इस हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हादसे के मदद लोग मदद के लिए बढ़-चढ़कर सामने आ रहे हैं।
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