तृणमूल कांग्रेस की कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि रेलवे नरेन्द्र मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल के बाद रेलवे ‘‘आपातकालीन कक्ष’’ में पहुंच चुका है।
पिछले एक साल के अंदर कई रेल हादसे हुए जिसमें सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। आइये जानते हैं पिछले एक साल में हुए ट्रेन हादसों के बारे में।
डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में मृतकों के परिजनों को रेलवे ने 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। जबकि घायलों को भी मुआवजा दिया जाएगा।
गोंडा में जो ट्रेन हादसे का शिकार हुई उसके कोच LHB थे जिसकी वजह से जान माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। नहीं तो हादसा और भी भयानक होता। इस हादसे में दो लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि करीब 8 लोग घायल हैं।
ट्रेन हादसे के चलते कुल 13 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। इनमें से दो ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। वहीं, कई ट्रेनों का रूट बदला गया है।
Train Accident Gonda : उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक ट्रेन दुर्घटना हुई है। डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) के 5 से 6 कोच पटरी से उतर गए है।
यूपी के गोंडा में गुरुवार को चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 5 से 6 बोगियां पलट गईं। हादसे में अभी तक 4 लोगों के मौत की सूचना है। वहीं, कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
अमृतसर-हावड़ा मेल के एक डिब्बे में शनिवार शाम आग लग गई। दिल्ली जा रही ट्रेन धीमी गति से चल रही थी, तभी अमृतसर के जोरा फाटक के पास एक डिब्बे में आग लग गई।
वंदे भारत ट्रेन हादसे के दावे के साथ एक वीडियो फेसबुक प्लेटफार्म में शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में दावा किया जा रहा कि वंदे भारत ट्रेन दुर्घटना का शिकार हो गई और इसमें कई लोगों की जान भी गई है।
एक हाथी कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। हाथी पटरी पर ही लड़खड़ा कर गिर गया और उसकी जान चली गई।
करनाल के तरावड़ी में मालगाड़ी से कुछ कंटेनर पटरी पर गिर गए जिसके बाद अंबाला दिल्ली रूट पर रेल यातायात बाधित हो गया। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है।
रूस के सुदूर उत्तरी क्षेत्र में एक यात्री ट्रेन हादसे का शिकार हो गई है। हादसा उस वक्त हुआ जब ट्रेन के 9 डिब्बे पटरी से उतर गए। दुर्घटना में 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
कंचनजंघा एक्सप्रेस को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में यात्री ट्रेन के गार्ड और मालगाड़ी के पायलट सहित 10 लोगों की मौत हो गई। इस ट्रेन हादसे की जांच के लिए छह वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम गठित की गई है, जिसकी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है।
कंचनजंघा एक्सप्रेस दुर्घटना के मामले को लेकर कांग्रेस रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांग रही है। रेलवे सूत्रों का दावा है कि मोदी सरकार में रेल दुर्घटनाएं कांग्रेस गठबंधन की सरकार के मुकाबले कम हो रही है।
कवच सिस्टम का परीक्षण मार्च 2022 में सिकंदराबाद डिवीजन में गुल्लागुडा-चिटगिड्डा रेलवे स्टेशनों के बीच किया गया था। आइए जानते हैं कि ये पूरा सिस्टेम काम कैसे करता है।
पश्चिम बंगाल का ये ट्रेन हादसा इतना भीषण था कि माल गाड़ी की टक्कर लगने के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस की बोगियां एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गईं। कई बोगियां पटरी से भी उतर गईं। इस ट्रेन हादसे में 10 लोगों की जान चली गई और 60 से ज्यादा घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल में हुए हादसे के चलते सोमवार को कई ट्रेनों को रद्द किया गया था। वहीं, मंगलवार को भी कई ट्रेनों को रद्द किया गया है। कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है। रेलवे ने कहा कि रूट के सुचारु रूप से शुरू हो जाने के बाद ट्रेनों की सेवा फिर से शुरू कर दी जाएगी।
वैसे तो इस रेल एक्सीडेंट के पीछे मालगाड़ी के ड्राइवर की लापरवाही को वजह बताया जा रहा है। रेल मंत्रालय ने एक्सीडेंट की जांच के लिए एक टीम बना दी है लेकिन इस मामले पर अब सियासत भी शुरू हो गई है।
पश्चिम बंगाल के रानीपतरा रेलवे स्टेशन और चतर हाट जंक्शन के बीच ट्रेन हादसा देखने को मिला। इसके बाद से ही रेलवे सेवाएं इस रूट पर बाधित थी। अबतक इस रूट पर फिर से ट्रेन सेवाओं को शुरू कर दिया गया है।
पश्चिम बंगाल में सोमवार को भीषण ट्रेन हादसा देखने को मिला। इस हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हो गई है और दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि मालगाड़ी चालक की कोई गलती नहीं थी।
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