ओडिशा भीषण ट्रेन हादसे को लेकर बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि मन व्यथित है, इससे हमें पीड़ा हुई है। हम पहली अर्जी यही लगाएंगे कि घायल लोग स्वस्थ हो जाएं।
ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर हुए हादसे में अब तक 288 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इस हादसे में लगभग 1000 लोग घायल भी हुए हैं। इस हादसे से रेलवे ने बड़ा सबक लिया है।
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गहरा दुख जताया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि रेलवे को तो चौपट कर दिया है इस सरकार ने।
ओडिशा के बालासोर में हुए हादसे का असर बाकी ट्रेनों पर भी पड़ा है। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और कई को डायवर्ट किया गया है।
बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद घटनास्थल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहुंचे थे। इसके बाद वहां बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी पहुंची। इस दौरान दोनों के बीच मीडिया के सामने हादसे में मौत के आंकड़ों को लेकर मामूली बहस हो गई।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को सभी एयरलाइंस को निर्देश दिया कि भुवनेश्वर आने-जाने वाली उड़ानों के किराये में असामान्य वृद्धि पर निगरानी रखें और ऐसा होने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान सामने आया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि रेलवे में जो बुनियादी काम होना चाहिए, वह नहीं हो रहा है। बघेल ने कहा कि रेल मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
ओडिशा ट्रेन हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। रेल हादसे की जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालासोर जाकर खुद घटनास्थल का मुआयना किया है और स्वास्थ्य मंत्री और कैबिनेट सचिव से फोन पर बात की है। इसके बाद पीएम मोदी बालासोर में घायलों से भी मिलने पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेन हादसे की साइट पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। अडिशा के बालासोर में पीएम मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मामले की पूरी रिपोर्ट ली इसके बात उन्होंने सीधे दिल्ली फोन लगाया।
ओडिशा में ट्रेन हादसा कैसे हुआ इस बात की अब पूरी जानकारी मिल चुकी है। रेलवे मंत्री अश्विन वैष्णव ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी इंडिया टीवी को दी है।
मोरारी बापू कोलकाता में राम कथा का कार्यक्रम कर रहे हैं। जब उन्हें इस हादसे की जानकारी मिली तो वह दुखी हुए और उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए प्रति शोक संवेदना प्रकट कीं।
ओडिशी के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में 288 लोगों की मौत हो गई है और 1000 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस हादसे को लेकर कई तरह की शंकाएं उठ रही हैं कि क्या यह तकनीकी खराबी की वजह से हुआ, मानवीय भूल या किसी साजिश के तहत, जानें-
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बालासोर में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि अगर एंटी कोलिजन डिवाइस होता तो हादसा टल सकता था।
ओडिशा के बालासोर में भयानक ट्रेन हादसा हुआ। ट्रेन हादसे की शुरुआती जांच में पता चला है कि जिस रूट में ट्रेन एक्सीडेंट हुआ उसमें कवच सिस्टम नहीं था। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ट्रेन में कवच सिस्टम कैसे काम करता है और ट्रेन हादसे को कवच कैसे रोकता है।
13 फरवरी 2009 को ओडिशा के जाजपुर रोड के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। उस हादसे में 16 यात्रियों की मौत हो गई थी और 161 घायल हो गए थे।
2 जून की रात ओडिशा के बालासोर में एक भयानक रेल हादसा हुआ जिसमें सैकड़ों की जान गई और हजारों घायल हो गए। क्रिकेट जगत ने इस दर्दनाक दुर्घटना पर अपना शोक व्यक्त किया है।
ओडिसा के बालासोर ट्रेन हादसे में जहां 250 से ज्यादा ट्रेन यात्रियों की मौत हो गई वहीं कुछ ऐसे लोग भी रहे जो इस भीषण हादसे का शिकार होने से बच गए।
इस हादसे में 288 लोगों की जान गई है और 1000 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस हादसे के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दुःख व संवेदना जताई है।
ओडिशा-बालासोर में हुए रेलवे हादसे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआती जांच के मुताबिक सिस्टेमेटिक नाकामी सामने आई है। कई अफसरों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस्तीफे पर रेल मंत्री ने चुप्पी साध रखी है।
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