पश्चिम बंगाल का ये ट्रेन हादसा इतना भीषण था कि माल गाड़ी की टक्कर लगने के बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस की बोगियां एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गईं। कई बोगियां पटरी से भी उतर गईं। इस ट्रेन हादसे में 10 लोगों की जान चली गई और 60 से ज्यादा घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल में हुए हादसे के चलते सोमवार को कई ट्रेनों को रद्द किया गया था। वहीं, मंगलवार को भी कई ट्रेनों को रद्द किया गया है। कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है। रेलवे ने कहा कि रूट के सुचारु रूप से शुरू हो जाने के बाद ट्रेनों की सेवा फिर से शुरू कर दी जाएगी।
वैसे तो इस रेल एक्सीडेंट के पीछे मालगाड़ी के ड्राइवर की लापरवाही को वजह बताया जा रहा है। रेल मंत्रालय ने एक्सीडेंट की जांच के लिए एक टीम बना दी है लेकिन इस मामले पर अब सियासत भी शुरू हो गई है।
पश्चिम बंगाल के रानीपतरा रेलवे स्टेशन और चतर हाट जंक्शन के बीच ट्रेन हादसा देखने को मिला। इसके बाद से ही रेलवे सेवाएं इस रूट पर बाधित थी। अबतक इस रूट पर फिर से ट्रेन सेवाओं को शुरू कर दिया गया है।
अगरतला से सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस, जब आज सुबह न्यू जलपाईगुड़ी से आगे एक एक हाल्ट पर रुकी थी....उसी वक्त पीछे से आ रही एक गुड्स ट्रेन ने पेसेंजर ट्रेन को टक्कर मार दी.
पश्चिम बंगाल में सोमवार को भीषण ट्रेन हादसा देखने को मिला। इस हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हो गई है और दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि मालगाड़ी चालक की कोई गलती नहीं थी।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में रानीपतरा रेलवे स्टेशन और चत्तर हाट जंक्शन के बीच ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम सुबह से ही खराब था।
Kanchanjunga Express Accident। West Bengal के Jalpaiguri में हुए भीषण ट्रेन हादसे में कई लोगों की जान गई। 25 से ज्यादा लोग घायल हैं। बीते 10 सालों में कई ऐसे ट्रेन हादसे हुए जिसमें सैंकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के दुर्घटनास्थल पर ताजा हालात की समीक्षा करने के लिए बाइक से पहुंचे हैं। उन्होंने हादसे वाले स्थल का दौरा किया है।
न्यू जलपाईगुड़ी में ट्रेन हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है...जबकि कई लोग घायल हैं...वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंच गए हैं...अश्विनी वैष्णव जलपाईगुड़ी पहुंच गए हैं...वहीं दूसरी तरफ बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से कलकत्ता से रवाना होने वाली हैं...
मालगाड़ी की बोगी से धुंआ उठता देखकर इसे सुलतानपुर रेलवे स्टेशन पर रोका गया और दमकल विभाग को बुलाकर आग को बुझाया गया।
पश्चिम बंगाल के रंगापानी रेलवे स्टेशन के निकट सोमवार को भीषण ट्रेन हादसा देखने को मिला। यहां एक मालगाड़ी और सियालदाह जाने वाली कंचनजंघा एक्सप्रेस के बीच टक्कर हो गई। इस घटना में करीब 15 लोगों के मारे जाने की खबर है। बता दें कि पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में बड़ा रेल हादसा हुआ है। एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी है। केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विणी वैष्णव ने पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की है। आइए जानते हैं किन्हें कितना मुआवजा मिलेगा।
रेल हादसे के बाद कई ट्रेनों का रूट बदला गया है और गुवाहाटी जाने वाली कई ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है। इस स्टेशन पर जल्द मरम्मत करके ट्रेनों का संचालन जरूरी है। यह उत्तर-पूर्वी राज्यों को बाकी देश से जोड़ने वाला रेल मार्ग है।
कंचनजंगा एक्सप्रेस से पहले भी कई ट्रेनें हादसे का शिकार हो चुकी है। पिछले साल ओडिशा में तीन ट्रेनें हादसे का शिकार हुई थीं, जिसमें 233 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा भी दो हादसों में 12 लोगों की मौत हुई थी।
ऐसे हादसों के समय में इस पॉलिसी के तहत मिलने वाला कवर इंश्योरंस कंपनी की तरफ से उन घायल या इसके शिकार हुए पैसेंजर्स को उनकी स्थिति के मुताबिक दी जाती है।
कंचनजंगा एक्सप्रेस के हादसे के बाद विपक्ष रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव से उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि पहले के रेल मंत्री ऐसे हादसों के बाद अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देते थे।
जलपाईगुड़ी ट्रेन हादसे में दोनों ट्रेनों के बीच टक्कर इतनी तेज थी कि कंचनजंगा एक्सप्रेस का आखिरी कोच हवा में उठ गया। पीछे का कोच कागज की तरह मुड़ गया और मालगाड़ी भी बेपटरी हो गई।
पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में ट्रेन हादसे में 8 लोगों की मौत हुई है और 25 से ज्यादा लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है। हादसा रंगपानी और निजबाड़ी स्टेशन के बीच हुई है जब पीछे आ रही एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। एक्स्प्रेस ट्रेन में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। हादसे के बाद एक्सप्रेस ट्रेन की बोगियां एक-दूसरे पर चढ़ गईं।
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