बक्सर में हुए इस हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है और कई यात्री घायल हुए हैं। हादसे के बाद शुरुआती जांच में सामने आय है कि यह दुर्घटना कोई साजिश नहीं बल्कि पटरी में खराबी की वजह से हुआ है।
बिहार के रघुनाथपुर स्टेशन के पास हुए ट्रेन हादसे को लेकर शुरुआती जांच रिपोर्ट आ गई है और इसमें दुर्घटना के लिए पटरी में किसी खराबी को जिम्मेदार बताया गया है।
रेलवे अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, एक एक इलेक्ट्रिक मल्टिपल यूनिट ट्रेन मंगलवार को शकूर बस्ती स्टेशन से चली आ रही थी। मथुरा स्टेशन पर आते ही ये पटरी छोड़कर प्लेटफॉर्म पर चढ़ गई।
कर्नाटक के बेंगलुरु में सांगोली रायन्ना रेलवे स्टेशन पर उद्यान एक्सप्रेस ट्रेन में आग लग गई। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
पाकिस्तान में रविवार को हुई एक भीषण ट्रेन दुर्घटना में 43 लोगों की मौत हो गई थी। अब प्रारंभिक जांच में इस हादसे की वजह सामने आई है।
जिंदगी बहुत कीमती है मगर कुछ लोगों की बेवकूफी उनकी जान को खतरे में डाल देती है। जिनकी किस्मत अच्छी होती है वो बच जाते हैं मगर ऐसा सभी के साथ नहीं होता है। एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें दिख रहा है कि कैसे लापरवाही के कारण एक लड़की की जान खतरे में आ जाती है।
एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि लोग सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए किस हद तक बेवकूफी करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
Truck Train Accident Video : इंडोनेशिया के सेंट्रल जावा में एक ट्रेन बीच ट्रैक पर खड़ी ट्रक से टकरा गई। टक्कर होते ही एक जोरदार धमाका हुआ।
झारखंड के बोकारो में यह घटना ऐसे वक्त पर हुई है जब ओडिशा के बालासोर में बड़ा रेल हादसा हुआ है। इस दुर्घटना में कम से कम 278 लोगों की मौत हो गई थी और 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को हुए भीषण ट्रेन हादसे में अबतक 275 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक हजार से ज्यादा यात्री घायल हैं. वहीं अब हादसे के करीब 51 घंटे बाद ट्रैक पर ट्रेन का चलना शुरू हो गया है.
इस हादसे के बाद रेलवे ने बयान जारी कर कहा है कि यह हादसा भारतीय रेलवे से जुड़ा हुआ नहीं है। हादसा एक निजी नैरोगेज रेल लाइन पर हुआ है और यहां पटरी, इंजन और मालगाड़ी सभी एक निजी कंपनी की ही हैं।
रेल हादसे के बारे में बोलते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव भावुक हो गए और कहा-हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है। बता दें कि हादसे के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और वैष्णव के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
ओडिशा ट्रेन हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और लगभग 1000 लोग घायल हुए हैं। भारतीय रेल हादसों के इतिहास में यह अब तक का तीसरा सबसे बड़ा हादसा है।
शुक्रवार शाम ओडिशा में हुए इस हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हादसे के मदद लोग मदद के लिए बढ़-चढ़कर सामने आ रहे हैं।
ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर हुए हादसे में अब तक 288 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इस हादसे में लगभग 1000 लोग घायल भी हुए हैं। इस हादसे से रेलवे ने बड़ा सबक लिया है।
बालासोर के अस्पतालों में डॉक्टर घायल लोगों की जान बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। इस हादसे में अब तक 288 लोगों के जान गंवाने की पुष्टि हो चुकी है और 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
ओडिशी के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में 288 लोगों की मौत हो गई है और 1000 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस हादसे को लेकर कई तरह की शंकाएं उठ रही हैं कि क्या यह तकनीकी खराबी की वजह से हुआ, मानवीय भूल या किसी साजिश के तहत, जानें-
ओडिशा के बालासोर में भयानक ट्रेन हादसा हुआ। ट्रेन हादसे की शुरुआती जांच में पता चला है कि जिस रूट में ट्रेन एक्सीडेंट हुआ उसमें कवच सिस्टम नहीं था। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ट्रेन में कवच सिस्टम कैसे काम करता है और ट्रेन हादसे को कवच कैसे रोकता है।
13 फरवरी 2009 को ओडिशा के जाजपुर रोड के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। उस हादसे में 16 यात्रियों की मौत हो गई थी और 161 घायल हो गए थे।
इस हादसे में 288 लोगों की जान गई है और 1000 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस हादसे के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दुःख व संवेदना जताई है।
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