Airtel ने नए 4G/5G यूजर्स जोड़ने के मामले में Reliance Jio को पीछे छोड़ दिया है। TRAI की नई टेलीकॉम सब्सक्राइबर्स रिपोर्ट में रिलायंस जियो का ओवरऑल सब्सक्राइबर बेस बढ़ा है, लेकिन नए 4G/5G यूजर्स जोड़ने के मामले में Airtel ने जियो को पीछे छोड़ दिया है।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी ट्राई (TRAI) ने अपने डीएनडी ऐप यानी डू नॉट डिस्टर्ब को लेकर एक बड़ा अपडेट दिया है। कंपनी के मुताबिक जल्द ही DND में आने वाले सभी बग्स को ठीक कर लिया जाएगा इसी के साथ अब ऐप सभी स्मार्टफोन्स के लिए कंपैटिबल होगा।
अगर आप जियो, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया या फिर बीएसएनएल का सिम इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए बेहद काम की खबर है। ट्राई यानी भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने टेलीकॉम यूजर्स को चेतावनी दी है। Trai ने यूजर्स को अपनी वॉर्निंग में आ रहे धमकी भरे फर्जी कॉल्स को लेकर बड़ी जानकारी दी है।
जियो और एयरटेल देश की दो सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी हैं। जियो के यूजर बेस में लाखों की संख्या में नए ग्राहक जुड़े हैं। इस बात का खुलासा ट्राई की लेटेस्ट रिपोर्ट में हुआ है। सिर्फ जियो ही नहीं बल्कि एयरटेल के साथ भी अगस्त महीने में लाखो ग्राहक जुड़े हैं। वहीं इस बार भी वीआई और BSNL का हाल थोड़ा बुरा रहा है।
रिलायंस जियो देश की नंबर एक टेलीकॉम कंपनी है जबकि दूसरे और तीसरे नंबर पर एयरटेल और वोडाफोन आइडिया है। हाल में सामने आई ट्राई की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जियो ने अपने साथ करीब 29 लाख नए यूजर्स जोड़े हैं जबकि वहीं एयरटेल के साथ करीब 2 लाख यूजर्स जुड़े हैं। हालांकि वोडाफोन आइडिया को भारी नुकसान हुआ है।
ट्राई की नई रिपोर्ट के मुताबिक इस समय टेलीकॉम सेक्टर में कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 114,32,05,267 है। इसमें जियो के पास कुल 43,63,09,270 है। वहीं एयरटेल के पास कुल 37,23,15,782 सब्सक्राइबर्स हैं। वहीं तीसरे नंबर पर वोडाफोन आइडिया है।
डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए TRAI लगातार फेक कॉल्स, एसएमएस और स्पैम मैसेज को रोकने के लिए कारगर कदम उठा रहा है। अब TRAI ने एक और कदम बढ़ाते हुए बैंक्स और वित्तीय संस्थाओं को भी निर्देश दिए हैं।
ट्राई ने अपने आदेश में कहा कि यह बात सामने आई है कि कुछ टेलीमार्केटर्स अपने कॉल्स और मैसेज टेम्पलेट का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। ट्राई ने कहा कि अनसॉलिसेटेड कमर्शियल कम्युनिकेशन लोगों की परेशानी को बढ़ा रहे हैं और इससे यूजर्स की प्राइवेसी को भी बड़ा खतरा है।
TRAI के प्रस्ताव के मुताबिक फिक्स्ड लाइन और मोबाइल के लिए ज्यादा डिजिट के नंबर होने चाहिए। अब माना जा रहा है कि ट्राई बहुत जल्द 11 डिजिट वाले मोबाइल नंबर को जारी कर सकती है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या आपका पुरान नंबर खराब हो जाएगा। आइए आपको बताते हैं।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने इस मामले में सभी टेलिकॉम कंपनियों को आदेश जारी किया है कि वे अपने कॉल्स और मैसेज सेवाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्पैम फिल्टर को जल्द से जल्द लगाएं।
ट्राई ने दूरसंचार विभाग की तरफ से उल्लिखित अंतरिक्ष-आधारित संचार सेवाओं के लिए प्रासंगिक सभी स्पेक्ट्रम बैंडों पर विचार किया है।
प्रमोशनल कॉल्स और मैसेज को लेकर ट्राई अब सख्त है। ट्राई की तरफ से अब ऐसे नंबर के खिलाफ सख्त कदम उठा सकती है जो टेलीमार्केटिंग के लिए रजिस्टर्ड नहीं हैं। जानकारी के लिए बता दें कि नॉर्मल कॉल और प्रमोशनल कॉल्स दोनों के लिए अलग अलग नंबर रिलीज किए जाते हैं।
वोडाफोन आइडिया ने कृत्रिम मेधा/मशीन लर्निंग पर प्रस्तुतीकरण दिया। यह प्रणाली मोबाइल नंबरों से भेजे जाने वाले धोखाधड़ी वाले संदेशों का विश्लेषण करने और उसके तरीके का पता लगा सकती है।
ट्राई ने टेलिकंपनियों को एक अलर्ट दिया है जिसमें अनरजिस्टर्ड नंबर को 30 दिन के अंदर बंद करने को कहा गया है. ट्राई ने टेलिकंपनियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि नॉर्मल नंबर से किसी भी तरह के प्रमोशनल मैसेज या फिर कॉल करके मोबाइल यूजर्स को परेशान न किया जाए.
5G नेटवर्क को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है. जियो और एयरटेल जैसी टेलिकॉम कंपनियों ने देश के कई शहरों में अपनी 5G सर्विस को लॉन्च कर दिया है. हालांकि अभी भी 5G नेटवर्क को लेकर लोग उतने संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं जितना उन्होने उम्मीद की थी. कई लोगों को पेमेंट करने के बाद भी 5G का नेटवर्क नहीं मिल रहा है और साथ ही कॉल
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा है कि दूरसंचार सेवा प्रदाता टेलीमार्केटिंग कंपनियों की तरफ से हेडर एवं संदेश के खाके का दुरुपयोग रोकने के लिए तत्काल कदम उठाएं।
बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया कि दूरसंचार कंपनियों ने एक साथ कहा कि ‘समान सेवा-समान कानून’ पर जोर दिया और कहा कि दूरसंचार कंपनियों के समान सेवाएं देने वाली ओटीटी कंपनियों पर भी वैसे ही नियम लागू होने चाहिए जैसे उनपर लागू हैं।
वोडा आइडिया तिहरे संकट में घिरी है। एक ओर जहां कंपनी इंडस टावर का बिल नहीं चुका पा रही है, वहीं यह कंपनी सरकार को भी लाइसेंस फीस नहीं चुका पाई है। इन संकटों के बीच 18 लाख ग्राहकों ने भी कंपनी का साथ छोड़ दिया है
केवाईसी डेटा अधिकारियों को यह पता लगाने में मदद करेगा कि मोबाइल कंपनियों ने सिम कार्ड देने से पहले सत्यापन की प्रक्रिया सही तरीके से फॉलो किया है।
रिलायंस जियो ने सितंबर 2021 में 20.9 एमबीपीएस की औसत डाउनलोड दर के साथ 4जी गति के मामले में शीर्ष स्थान बनाए रखा, जबकि वोडाफोन आइडिया 7.2 एमबीपीएस डेटा गति के साथ अपलोड खंड में शीर्ष स्थान पर रही।
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