पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) 2024 का ड्राफ्ट पांच घंटे के बाद समाप्त हुआ और सभी छह टीमें खुश होकर लौटीं। अधिकांश टीमों की कोर बरकरार रही और कराची किंग्स, क्वेटा ग्लेडियेटर्स जैसी टीमों ने कुछ ट्रेड किए।
October Trade Data: अक्टूबर में निर्यात 6 प्रतिशत और आयात में 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। हालांकि, व्यापारिक घाटा बढ़कर 26 अरब डॉलर हो गया है।
प्रदर्शनी में एक जनपद एक उत्पाद जैसे बनारस की गुलाबी मीनाकारी व सिल्क, बांदा का संजर स्टोन, कन्नौज का इत्र, लखनऊ की चिकनकारी, मुरादाबाद का ब्रास वेयर, आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी भी प्रदर्शित की जाएगी।
भारत और ब्रिटेन के बीच निवेश पर एक अलग समझौते (द्विपक्षीय निवेश संधि) के तहत बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अब केवल कुछ ही मुद्दे बचे हैं। व्यापार एवं निवेश कार्यसमूह (टीआईडब्ल्यूजी) की बैठक (जयपुर में) के दौरान ब्रिटेन की टीम भारत आ रही है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम बाकी मुद्दों को पूरा कर लेंगे।
भारत और बांग्लादेश ने रुपये में व्यापार करने का फैसला किया है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार में बढ़ावा होने की उम्मीद है। वहीं भारत-बांग्लादेश के इस फैसले से चीन के बाजार को झटका लगा है।
भारत भले ही चीन पर अपनी निर्भरता अगल-अलग क्षेत्रों में धीरे-धीरे कम कर रहा है, लेकिन वह अभी भी दवाओं पर चीन से अपना पीछा नहीं छुड़ा पाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन से दवाओं का भारत ने 75 फीसद तक आयात किया है। यह रिपोर्ट निश्चित ही आत्मनिर्भर भारत के लिए चिंताजनक है।
देश से होने वाला एक्सपोर्ट लगातार चौथे महीने सालाना आधार पर 10.3 फीसदी घटकर मई में 34.98 अरब डॉलर रह गया, जबकि व्यापार घाटा बढ़कर पांच महीने के उच्चतम स्तर 22.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
ट्रेडिंग को आमतौर पर निवेशक बड़ा ही कैजुअली लेते हैं, जबकि ऐसा करना बिल्कुल गलत है। ट्रेडिंग को एक बिजनेस के तौर पर लेना चाहिए।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक ऐसा ऐलान किया है, जिससे भारत को सीधे तौर पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। देश के व्यापारियों और व्यवसायियों ने भी यह आशंका जाहिर की है। दरअसल ब्रिटेन शुल्क लाभ योजना (जीएसपी) वापस लेने जा रहा है। इसका असर भारतीय निर्यातकों पर पड़ सकता है।
भारत और अमेरिका के बीच रिकॉर्ड व्यापार हुआ है। 2022-23 में दोनों देशों में 128.8 अरब डॉलर का कारोबार किया है। इसमें भारत का 78 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात शामिल है। अब दोनों देश शीघ्र सीमा शुल्क समझौता करने जा रहे हैं। ताकि व्यापार को और बढ़ावा मिल सके।
दोनों देशों के बीच 2022-23 में व्यापार 8.9 अरब डॉलर का था जो 2021-22 में 11 अरब डॉलर का था।
अमेरिका और ताइवान के बीच होने वाले व्यापार समझौते को लेकर चीन की सरकार आग बबूला है। चीन ने ताइवान पर दबाव बनाने के लिए द्वीप पर बमवर्षक विमान और फाइटर जेट उतार दिए हैं। मगर अमेरिका इसे नजरअंदाज कर समझौते पर अडिग है।
अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध भारत के लिए नया अवसर लेकर आया है। इससे भारत की तरक्की की रेलगाड़ी और तेज गति से दौड़ेगी।
रूसी उप प्रधानमंत्री ने कहा कि 'यह मंच एक ऐसा स्थान बन गया है जहां इकट्ठा हुए मुस्लिम देश हमारा समर्थन करते हैं। मुस्लिम जगत के देश किसी भी रूस पर लगाए गए किसी भी प्रतिबंध के खिलाफ हैं।
रूस भारत के साथ दगाबाजी करने पर उतर रहा है। भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान के साथ नजदीकियां बढ़ा रहा है। पाकिस्तान के साथ रूस ने कारोबारी समझौता किया है। रूस से पाकिस्तान की करीबी भारत के लिए टेंशन बढ़ा सकती है।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि रूस के पास अरबों की राशि का भारतीय रूपया जमा पड़ा हुआ है, लेकिन उसका उपयोग रूस नहीं कर पा रहा है। इस पर भारत ने दो टूक जवाब दिया है।
नई विदेश व्यापार नीति का उद्देश्य ‘एससीओएमईटी’ (विशेष रसायन, जीव, सामग्री, उपकरण और प्रौद्योगिकियां) नीति के तहत दोहरे उपयोग वाले उत्पादों के निर्यात को व्यवस्थित करना है।
पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त सुरेश कुमार ने साफ कहा कि भारत की ओर से कभी भी पाकिस्तान के साथ कारोबारी रिश्तों को खत्म नहीं किया गया। उन्होंने ये भी कहा कि हम कारोबारी रिश्तों को सामान्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।
Good News for Small Traders: भारत सरकार छोटे उद्दोग को बढ़ावा देने और उसके विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है। सरकार की कोशिश इन उद्योगों को बड़ा करने की है। इससे लोगों को रोजगार के साथ उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।
फरवरी 2022 से लेकर इस साल 10 फरवरी तक रूस पर कुल 10,608 प्रतिबंध लगाए गए हैं। कई देशों ने जंग शुरू होने के बाद रूस पर दबाव बनाने के लिए पाबंदियां लगाईं। कई देशों ने रूस से तेल या हथियारों की खरीदी पर प्रतिबंध लगा दिया, जो रूस के लिए आय का बहुत बड़ा स्रोत माना जाता है।
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