बढ़ते वैश्विक व्यापारिक तनाव की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में पिछले महीने भारी गिरावट आई है।
चीन ने शनिवार को अरबों डॉलर मूल्य के अमेरिकी उत्पादों पर आयात पर शुल्क बढ़ा दिया है।
नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद अमेरिका और भारत के रिश्तों में मजबूती आने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। लेकिन शुक्रवार रात अमेरिका ने भारत को बड़ा झटका दे दिया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीएसपी व्यापार कार्यक्रम के तहत भारत को प्राप्त लाभार्थी विकासशील देश का दर्जा खत्म कर दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसी महीने चीन की वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाया है। साथ ही चीन की दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनी हुवावेई को काली सूची में डाला है।
चीन की विवादित दूरसंचार कंपनी हुवावे के संस्थापक रेन झेंगफेई ने अमेरिका के प्रतिबंधों को कमजोर बताते हुये कहा कि अन्य देश इस मामले में अमेरिका का अनुकरण करने को बाध्य नहीं होंगे।
अमेरिकी राजदूत टेरी ब्रांस्टेड का यह दौरा दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध के बीच हो रहा है। अमेरिका द्वारा इस साल के शुरू में रेसीप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत एक्ट, 2018 पारित किये जाने के बाद चीन की तरफ से अमेरिकी राजदूत के दौरे की इजाजत दी गई है।
चीन के एक बड़े अधिकारी ने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध में उसके देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का एक प्रतिशत साफ हो सकता है।
ट्रंप ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि मुझे लगता है कि चीन को हालिया बातचीत में इस तरह का झटका लगा है कि वे 2020 के अगले चुनाव तक इंतजार करना चाहते हैं।
इसके साथ ही यह बयान इस बात का भी संकेत देता है कि अमेरिका इस क्षेत्र में भारत के साथ करीबी रिश्ता रखना चाहता है।
अमेरिका ने इन उत्पादों पर लगने वाले 10 प्रतिशत शुल्क को बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच छिड़ी व्यापारिक जंग और तेज होने की संभावना बढ़ गई है।
ट्रंप ने संभवतः व्यापार युद्ध को खत्म करने के लिए बातचीत पूरी करने के वास्ते चीन पर दबाव बनाने के लक्ष्य के साथ यह बयान दिया था।
पेरिस में एक सम्मेलन के दौरान लेगार्ड ने संवाददाताओं से कहा कि स्पष्ट रूप से अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है।
कारोबारियों ने कहा कि ट्रंप के हैरान करने वाले रुख से वैश्विक निवेशकों में बेचैनी बढ़ी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को चीन पर दबाव बढ़ाते हुए 200 अरब डॉलर के चीनी सामान पर आयात शुल्क बढ़ाने की धमकी दी है।
पाकिस्तान के खिलाफ अपना रुख सख्त करते हुए भारत ने बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर में दो स्थानों पर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के जरिए व्यापार अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया।
ट्रम्प ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में हालांकि यह भी कहा कि उन्हें भरोसा है कि चीन के साथ व्यापार समझौता हो जायेगा।
अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा 2018 में करीब सात प्रतिशत कम होकर 21.30 अरब डॉलर रह गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार हाल के तनाव से पहले करीब पांच प्रतिशत वार्षिक की दर से बढ़ रहा था। पाकिस्तान के मीडिया की रपटों में यह जानकारी दी गयी है।
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर आक्रोशित मध्यप्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर की आपूर्ति से इनकार कर दिया है, जबकि कारोबारियों ने घोषणा की है कि वे आर्थिक मोर्चे पर पड़ोसी मुल्क के दांत खट्टे करने के लिये वहां से आयातित खारक (छुहारा), सेंधा नमक और आम नहीं बेचेंगे।
संपादक की पसंद