26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर अभी तक कुल 38 FIR दर्ज़ की गई है और 84 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।
अपनी आदतों से मजबूर पाकिस्तान ने एक बार फिर कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर टिप्पणी की है। पाकिस्तान इस आंदोलन की आड़ में भारत के खिलाफ दुनियाभर के देशों का समर्थन जुटाने में लगा है।
गाजीपुर बार्डर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दो महिला पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारी किसानों के ट्रैक्टर के आगे खड़ी हो जाती, जिसपर प्रदर्शनकारी किसान उन्हें हटने के लिए कहते हैं लेकिन दोनों महिलापुलिस कर्मी हटने के बजाय अपनी ड्यूटी पूरी बहादूरी के साथ करती रहती हैं।
गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर प्रदर्शनकारी किसानों के उपद्रव के दौरान जहां इस राष्ट्रीय धरोहर को भारी नुकसान पहुंचा, वहीं कई ऐतिहासिक पुरावशेष गायब भी हुए हैं।
सिख धर्म के प्रतीक निशान साहिब को स्थापित करने के लिए लोगों को उकसाने के आरोपों के बाद से उनका कोई पता नहीं लग पाया है। सिद्धू को अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सनी देओल का करीबी भी बताया जा रहा है।
किसान आंदोलन की आड़ में 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा करने वाले दंगाइयों के खिलाफ अब देशद्रोह का मुकदमा चलेगा।
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के उपद्रव के मामले में किसान नेता राकेश टिकैत ने सरेंडर करने से इंकार कर दिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि वो सरेंडर नहीं करेंगे।
पिछले दो महीनों से मैं ये लगातार कह रहा हूं कि किसानों के आंदोलन में असामाजिक तत्वों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने घुसपैठ की है।
दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते से ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए।
26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली की आड़ में जो दंगे हुए उससे देश गुस्से में है। अब किसानों की शक्ल में आए इन गुंडों के खिलाफ पब्लिक सड़कों पर उतर आई है। वहीं दिल्ली पुलिस भी इनके खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी में जुटी है।
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों के भेष में घुसे दंगाइयों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर भी पथराव किया था। दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान रूट डायवर्ट कर उपद्रवी दिल्ली में घुस गए। इसी दौरान दिल्ली पुलिस मुख्यालय गेट पर खड़े पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया।
ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। इन नेताओं से दिल्ली पुलिस ने तीन दिनों में जवाब मांगा है।
बता दें कि हाथों में लाठी, तिरंगा और यूनियन के झंडे लिये हजारों किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टरों पर सवार होकर विभिन्न स्थानों पर अवरोधकों को तोड़ते हुए राजधानी में प्रवेश कर गये जिनकी विभिन्न जगहों पर पुलिस के साथ झड़प हुयी।
वीडियो में जो तस्वीरें सामने आई हैं वे ये साबित करने वाली हैं कि लाल किले में जो कुछ हुआ वो महज़ उन्माद की नतीजा नहीं था। वो कोई भटकी हुई भीड़ नहीं थी। वो रास्ते छोड़कर आई भीड़ नहीं थी। बल्कि वो एक बड़ी प्लानिंग के बाद साज़िश की गई थी। ये तस्वीरें उस वक्त की हैं जब किसानों का चोला पहने भीड़ लाल किले के अंदर घुस रही थी।
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दिल्ली में हिंसक होने के एक दिन बाद बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा स्थिति और शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपायों का जायजा लिया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुयी हिंसा के एक दिन बाद सरकार ने बुधवार को कहा कि उसने किसानों के साथ बातचीत के दरवाजे बंद होने के बारे में कभी कोई बात नहीं कही।
कांग्रेस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर बुधवार को आरोप लगाया कि यह एक ‘सुनियोजित साजिश’ थी और इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
इंडियन नेशनल लोक दल के विधायक अभय सिंह चौटाला ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में 1 हजार से अधिक ट्विटर हैंडल की पहचान की है। सू्त्रों के अनुसार साइबर सेल ने 1 हजार से अधिक ट्विटर हैंडल की पहचान की जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कल की घटना में अहम भूमिका निभाई।
दिल्ली-नोएडा सीमा पर मंगलवार की सुबह कलाबाजी दिखाने के दौरान एक ट्रैक्टर पलट गया। इस ट्रैक्टर पर दो किसान सवार थे।
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