टूथपेस्ट खरीदते समय आपने देखा होगा कि किसी पर लाल, किसी पर हरा तो किसी पर नीले या सफेद रंग के निशान बने होते हैं। लेकिन क्या कभी सोचा है कि उन निशानों का क्या मतलब है?
सर्दी का मौसम भले ही खुशगवार हो लेकिन ये मौसम अपने साथ कई बीमारियां भी लाता है। जिनमे से एक है दांतों की सेंसटिविटी। इस मौसम में जिनके दांत सेंसिटिव होते हैं, उन्हें लिए गर्म, ठंडा कुछ भी खाना बेहद मुश्किल हो जाता है। कई बार तो दातों में दर्द होने लगता है।
Baking soda toothpaste: बेकिंग सोडा को कई प्रकार की चीजों को साफ करने के लिए इस्तेमाल (baking soda toothpaste benefits) किया जाता है। ऐसे में दांत साफ करने के लिए आपको क्यों और कैसे, इसका इस्तेमाल करना चाहिए। जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
नीम हर्बल दंत मंजन: नीम की पत्तियों से आप एक हर्बल मंजन तैयार कर सकते हैं। ये आपके दांतों की कई समस्याओं को कम करने में मददगार है। क्यों और कैसे, जानते हैं विस्तार से।
Herbal Tooth Powder: अगर दांतों में कीड़े पड़ जाएँ या मुंह से बहुत ज़्यादा बदबू आए तो आप हर्बल टूथ पाउडर बनाकर इस समस्या से निपट सकते हैं।
Tooth pain: दांत का दर्द बहुत ही भयावह होता है। ऐसे में उसे दूर करने के लिए आप इन घरेलू नुस्खों को आज़मा सकते हैं।
AMU Health News: अपने देश में आमतौर पर लोग दांतों के स्वास्थ्य को लेकर आज भी उतने अधिक सजग व जागरूक नहीं हैं। शरीर के अन्य अंगों की तरह दांतों की देखभाल भी बहुत कम लोग ही करते हैं। दांतों को स्वस्थ, सुंदर और मजबूत बनाए रखने के लिए अपने जाने वाले समस्य उपाय भी बहुत गिने-चुने लोग ही करते हैं।
सेंसोडाइन के ‘दुनियाभर में दंत चिकित्सकों द्वारा रेकमेंडेड' और 'दुनिया का नंबर एक सेंसेटिविटी टूथपेस्ट' का दावा करने वाले विज्ञापन को सात दिन के अंदर हटाने के लिए कहा है।
अधिकतर हम टीवी या तस्वीर देखते है कि पूरे ब्रश में टूथपेस्ट लगा होता है। लेकिन यह युवा के साथ-साथ बच्चों के लिए भी खतरनाक है। जानें टूथपेस्ट कितना करें यूज और क्यों है ऐसा करना जरुरी।
नाखून की देखभाल करना बहुत ही जरुरी है। नहीं तो नाखून टूटने, दाग, पीले हो जाएंगे। अगर आपके नाखून पीले या फिर उसमें स्पॉट पड़ गए है तो टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर आसानी से शाइनिंग, सफेद नाखून पा सकते है। इसके अलावा अपने चेहरे की तरह नाखूनों की भी देखभाल करना बहुत ही जरुरी है।
आपने ध्यान दिया होगा कि टूथपेस्ट के आखिरी में लाल, काले, नीले, हरे आदि रंगों का एक लंबा निशान बना होता है। ये निशान आपको ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ट्यूब में मिलने वाली दूसरी चीजों में भी दिख जाएगा। जानिए क्या है इसका मतलब।
टूथपेस्ट व हाथ धोने के साबुन सहित दूसरे उपभोक्ता उत्पादों में जीवाणुरोधी (एंटीबैक्टीरियल) व कवकरोधी (एंटीफंगल) ट्राइक्लोसन के इस्तेमाल से कोलन (बड़ी आंत) में सूजन व कैंसर पैदा हो सकता है। शोध के दौरान ट्राइक्लोसन का प्रयोग चूहों पर किया गया।
कोलगेट समेत तेल-साबुन और टूथपेस्ट बनाने वाली एफएमसीजी कंपनियों को जीएसटी लागू होने से जो फायदा हुआ है, उसे उन्होंने ग्राहकों के साथ बांटना शुरू कर दिया है
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