देश के कई हिस्सों में टमाटर की बिक्री 100 रुपए किलो पर हो रही है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर 60 से 70 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
प्रमुख उत्पादक राज्यों में फसल के बर्बाद होने के कारण देश के अधिकांश खुदरा बाजारों में टमाटर की कीमतें 60 से 75 रुपए किलो की ऊंचाई पर पहुंच गई हैं।
होली से पहले सरसों तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। माना जा रहा है कि मार्च महीने में सरसों तेल की कीमतें 10 रुपए तक गिर सकती है।
इस साल प्याज की अधिक कीमतों की वजह से आपकी आंखों से आसूं ज्यादा निकलेंगे। सरकार ने चालू वर्ष में प्याज उत्पादन 5.8 प्रतिशत घटने का अनुमान व्यक्त किया है।
ट्रेडर्स के मुताबिक अच्छे मानसून के चलते की इस बार उत्पादन में बढ़ोत्तरी हई है। इसीलिए अक्टूबर महीने में आलू और टमाटर के दाम थोक में 10 रुपए तक गिर सकते है।
सरकार ने कहा कि देश का प्याज उत्पादन जून 2016 को समाप्त फसल वर्ष में 2.1 करोड़ टन की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंचने का अनुमान है।
McDonald ने उत्तर और पूर्वी भारत में अपने उत्पादों में टमाटर का इस्तेमाल बंद कर दिया है। यह फैसला टमाटर की खराब क्वालिटी की वजह से लिया गया है।
बाजारों में टमाटर का भाव 80 से 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंचने के बीच ऐसी आशंका व्यक्त की गई है कि अगली फसल आने तक इसमें तेजी बने रहने की आशंका है।
मंडियों में आवक कम होने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत मध्यप्रदेश में टमाटर के रिटेल दाम 100 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए हैं।
प्याज की गिरती कीमतों का सामना करते हुए व्यापारियों ने इस मुद्दे का समाधान करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप की मांग की है।
विभिन्न राज्यों में सूखे और बेमौसमी बारिश के चलते 2015 किसानों (खेतीबाड़ी) के लिए कठिन साल रहा। इस दौरान अनेक किसानों ने आत्महत्या तक की।
सस्टे टमाटर और मटर के लिए अभी आपको और इंतजार करना होगा। मदर डेयरी ने मंगलवार को कहा है कि दिसंबर के दूसरे हफ्ते से मटर और टमाटर की नई फसल बाजार में आएगी।
टमाटर की आसमान छूती की कीमतों वजह उत्पादन में कमी नहीं है। खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि टमाटर के उत्पादन में कोई गिरावट नहीं आई है।
प्याज के बाद अब टमाटर की कीमत आसमान छूने लगी हैं। दिल्ली के रिटेल मार्केट में टमाटर 60 रुपए प्रति किलो के भाव बिक रहा है।
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