खरीफ प्याज की आवक शुरू हो गई है और कीमतों में स्थिरता के साथ गिरावट का रुख है।
सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बावजूद टमाटर के बढ़ते दाम कम नहीं हो पा रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को फिर टमाटर के दाम में वृद्धि दर्ज की गई।
उपभोक्ताओं को टमाटर की ऊंची कीमतों से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की मदर डेयरी को शुक्रवार यानी आज से राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सफल ब्रांड 400 दुकानों के जरिए टमाटर की प्यूरी बेचने का निर्देश दिया है।
नवरात्र के बाद फिर से प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं, वहीं राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर का खुदरा मूल्य उछलकर 80 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में टमाटर की औसत खुदरा कीमत बुधवार को बढ़कर 54 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई, जबकि एक अक्टूबर को इसका भाव 45 रुपए प्रति किलो पर था।
बीते 10 दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर का दाम डेढ़ गुना बढ़ गया है जबकि एक पखवाड़े में टमाटर का भाव दोगुने से भी ज्यादा हो गया है। दिल्ली में लोगों को एक किलो टमाटर के लिए 80 रुपए से ज्यादा चुकाने पड़ रहे है, जबकि एक पखवाड़े पहले दिल्ली में टमाटर 30-40 रुपए किलो मिल रहा था।
चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश है और कुल वैश्विक टमाटर उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी लगभग 11 प्रतिशत है।
प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में बारिश की वजह से आपूर्ति में बाधा आई है और इसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर में टमाटर की खुदरा कीमत 60 से 80 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर आक्रोशित मध्यप्रदेश के किसानों ने पाकिस्तान को टमाटर की आपूर्ति से इनकार कर दिया है, जबकि कारोबारियों ने घोषणा की है कि वे आर्थिक मोर्चे पर पड़ोसी मुल्क के दांत खट्टे करने के लिये वहां से आयातित खारक (छुहारा), सेंधा नमक और आम नहीं बेचेंगे।
पाकिस्तान के टीवी चैनल पर भी देखने को मिल रहा है। इंटरनेट पर पाकिस्तान के एक टीवी पत्रकार का वीडियो खुब वायरल हो रहा है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में अत्यधिक गिरावट के समय किसानों की सहायता के लिए 500 करोड़ रुपए के कोष की नई योजना ऑपरेशन ग्रीन के प्रस्ताव पर बुधवार को विचार कर सकता है।
देशभर में ट्रक हड़ताल ही वजह से हो रही परेशानी के बावजूद राहत की बात ये है कि इससे महंगाई नहीं बढ़ी है। बीते 2 दिन के दौरान रोजमर्रा के इस्तेमाल की अधिकतर चीजों के दाम या तो स्थिर हैं या फिर कुछेग जगहों पर बहुत मामूली बढ़ोतरी हुई है। कई जगहों पर तो रोजमर्रा के इस्तेमाल की कुछेक जरूरी चीजो के दाम बढ़ने के बजाय घटे हैं। हड़ताल 20 जुलाई को शुरू हुई थी और आधिकारिक तौर पर अभी खत्म नहीं हुई है।
क्या आप भी खाने को ताज़ा रखने के लिए उसे फ्रिज में रखती हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि हर तरह के खाने को आप फ्रिज में नहीं रख सकती
केंद्र सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) को खत्म करने की घोषणा की है।
नवंबर के दौरान सिर्फ 9,59,262 क्विंटल टमाटर की आवक देखने को मिली है जबकि पिछले साल नवंबर में यह आवक 19,83,164 क्विंटल दर्ज की गई थी
व्यापार आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी के खुदरा बाजारों में प्याज और टमाटर के दाम 70 से 80 रुपये प्रति किलो के दायरे में हैं। इसी प्रकार की वृद्धि अन्य प्रमुख शहरों में भी दिखाई दे रही है
फसलों के लाभकारी मूल्य की मांग को लेकर इसी साल किसानों के हिंसक आंदोलन के गवाह मध्यप्रदेश में एक बार फिर यह मुद्दा गरमाने की आहट है
पाकिस्तान के कुछ भागों में टमाटर की कीमत 300 रुपये किलो होने के बावजूद वह भारत से टमाटर का आयात नहीं करेगा
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो इस साल प्याज और टमाटर की फसल कम नहीं बल्कि पिछले साल से ज्यादा है।
मोदी सरकार पर तंज कसने के लिए यहां स्टेट बैंक ऑफ टमाटर खोला गया है। इस बैंक के लिए बकायदा एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है जिसमें लोगों के लिए सिलसिलेवार तरीके से बैंक ने आकर्षक और लुभावने योजनाएं का भी जिक्र किया है। इसमें छह महीने में जमा किए गए टमाटर
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