भीषण गर्मी और कम सप्लाई की वजह से देशभर में टमाटर की कीमतों में इजाफा हो रहा है। देश के टमाटर पैदावार करने वाले कई राज्यों खासकर दक्षिण के राज्यों में टमाटर की उपलब्धता कम देखने को मिल रही है।
देश में कई स्थानों पर, जहां कीमतें असाधारण रूप से ऊंची थीं, टमाटर को 90 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर बेचने के सरकार के हस्तक्षेप के कारण टमाटर की थोक कीमतों में कमी आई है।
टमाटर की कीमतें हर शहर में 80 या 100 रुपये नहीं हैं, उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 540 में से 100 शहरों में टमाटर 30 रुपए से भी सस्ता है।
सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बावजूद टमाटर के बढ़ते दाम कम नहीं हो पा रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को फिर टमाटर के दाम में वृद्धि दर्ज की गई।
नवंबर के दौरान सिर्फ 9,59,262 क्विंटल टमाटर की आवक देखने को मिली है जबकि पिछले साल नवंबर में यह आवक 19,83,164 क्विंटल दर्ज की गई थी
पिछले कुछ दिनों से लोगों को टमाटर की कीमतें रुला रही रही हैं। इसके दाम में अप्रत्याशित वृद्धि की वजह से किचन में इसकी मौजूदगी पहले के मुकाबले कम हो गई है।
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