पार्क ने कहा कि सिंधू सेमीफाइनल में चीनी ताइपै की ताइ जु यिंग के खिलाफ हार के बाद आंसू नहीं रोक पायी थी।
यह मुकाबला 1 घंटा 19 मिनट चला, जिसमें केरेन कहीं भी 2020 यूएस ओपन फाइनलिस्ट ज्वेरेव के सामने टिकते नजर नहीं आए।
पीवी सिंधु को टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में हारने के बाद थोड़ी ज्यादा प्रेरणा की जरूरत थी और यह भूमिका उनके पिता पी वी रमन्ना ने निभायी जिनका कहना है कि उनकी बेटी ने उनको ‘उपहार’ देने की इच्छा को पूरा किया।
पीवी सिंधु ने चीन की हे बिंगजियाओ को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है। इस खुशी में बॉलीवुड सेलेब्स ने सिंधु को सोशल मीडिया पर बधाई दी है।
पीवी सिंधु दो ओलंपिक पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय और देश की पहली महिला खिलाड़ी बनीं है।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में 2 अगस्त को भारतीय महिला हॉकी टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबला खेलने उतरेगी।
पीवी सिंधु ने कहा,‘‘मैं सातवें आसमान पर हूं। मैं इस लम्हें का पूरा लुत्फ उठाऊंगी। मेरे परिवार ने मेरे लिए कड़ी मेहनत की है और काफी प्रयास किए जिसके लिए मैं उनकी आभारी हूं।’’
टोक्यो ओलंपिक के 9वें दिन पीवी सिंधु ने भारत को झोली में एक और पदक डाला, वहीं हॉकी पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में 49 साल बाद प्रवेश किया।
टोक्यो ओलंपिक के क्वाटर फाइनल में में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
मौजूदा विश्व चैंपियन पीवी सिंधु ने रविवार को चीन की ही बिंग जिओ को 21-13, 21-15 से हराकर टोक्यो ओलंपिक में महिला एकल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया। अपने लगातार दूसरे ओलंपिक फाइनल में आगे बढ़ने का मौका गंवाने के बाद, सिंधु ने चीनी शटलर को पछाड़कर मुसाशिनो फॉरेस्ट प्लाजा में तीसरे स्थान के प्लेऑफ में सीधे गेम में जीत दर्ज की।
पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है।
पीवी सिंधु ने चीन की ही बिंगजियाओ को टोक्यो ओलंपिक 2020 में 21-13 और 21-18 से मात देकर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है।
भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी चौथे और अंतिम दौर में एक ओवर 72 के स्कोर के साथ रविवार को यहां ओलंपिक पुरुष गोल्फ स्पर्धा में संयुक्त 42वें स्थान पर रहे।
भारतीय लड़कियां बिना किसी दबाव के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल सकती हैं क्योंकि उन्होंने पहली बार ओलंपिक के नॉकआउट चरण में प्रवेश कर इतिहास रच दिया है और अब उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है।
पुरुष मुक्केबाजों में केवल पदार्पण कर रहे सुपर हेवीवेट सतीश कुमार ही एक जीत दर्ज कर सके जबकि दुनिया के नंबर एक अमित पंघाल (52 किग्रा) सहित चार शुरुआती दौर में बाहर हो गये।
ये दोनों तैराक इस ओलंपिक के सबसे सफल खिलाड़ियों की सूची में में शामिल है। मैककॉन एक ओलंपिक में सात पदक जीतने वाली पहली महिला तैराक और ओवरऑल (सभी खेलों को मिलाकर) दूसरी खिलाड़ी है।
पांच पुरुष और चार महिलाओं सहित नौ मुक्केबाजों ने टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया था लेकिन केवल लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) ही सेमीफाइनल में पहुंचकर एकमात्र पदक हासिल कर सकीं हैं।
बाकी दो क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम का सामना स्पेन से और भारत का ब्रिटेन से होगा। अर्जेंटीना की खिताब की रक्षा करने की उम्मीदों पर जर्मनी ने पानी फेर दिया।
टोक्यो से वापस आने के बाद उन्होंने शनिवार रात को पीटीआई-भाषा से कहा कि पूर्व कोच जसपाल राणा के साथ विवाद के कारण ओलंपिक के लिए उनकी तैयारियां प्रभावित हुई थी।
कोकुगिकान एरेना में रविवार को विश्व चैम्पियन और एशियाई चैम्पियन उज्बेकिस्तान के बाखोदीर जालोलोव ने ब्ल्यू कार्नर से खेल रहे सतीश को एकतरफा अंदाज में 5-0 के अंतर से हराकर टोक्यो से विदा किया।
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