भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की है।
200 मीटर दौड़ में दुती चंद सेमीफाइनल के लिए क्वॉलीफाई करने से चूक गईं।
रविवार को मेडल सेरेमनी के बाद ताई जू-यिंग ने खुलासा किया कि किस तरह पीवी सिंधु के प्रोत्साहन के शब्दों ने उन्हें रुला दिया।
पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। सिंधु का ओलंपिक में यह दूसरा मेडल है।
मनप्रीत सिंह ने कहा, "हम बेहद खुश हैं क्योंकि लंबे समय के बाद हमने सेमीफाइनल में जगह बनाई है। हालांकि अब भी हमारा काम खत्म नहीं हुआ है।"
टोक्यो ओलिंपिक के 10वें दिन भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ दुती चंत और कमलप्रीत कौर पर भारतीय फैन्स की नजरें होंगी।
पार्क ने कहा कि सिंधू सेमीफाइनल में चीनी ताइपै की ताइ जु यिंग के खिलाफ हार के बाद आंसू नहीं रोक पायी थी।
यह मुकाबला 1 घंटा 19 मिनट चला, जिसमें केरेन कहीं भी 2020 यूएस ओपन फाइनलिस्ट ज्वेरेव के सामने टिकते नजर नहीं आए।
पीवी सिंधु को टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में हारने के बाद थोड़ी ज्यादा प्रेरणा की जरूरत थी और यह भूमिका उनके पिता पी वी रमन्ना ने निभायी जिनका कहना है कि उनकी बेटी ने उनको ‘उपहार’ देने की इच्छा को पूरा किया।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में 2 अगस्त को भारतीय महिला हॉकी टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबला खेलने उतरेगी।
पीवी सिंधु ने कहा,‘‘मैं सातवें आसमान पर हूं। मैं इस लम्हें का पूरा लुत्फ उठाऊंगी। मेरे परिवार ने मेरे लिए कड़ी मेहनत की है और काफी प्रयास किए जिसके लिए मैं उनकी आभारी हूं।’’
टोक्यो ओलंपिक के 9वें दिन पीवी सिंधु ने भारत को झोली में एक और पदक डाला, वहीं हॉकी पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में 49 साल बाद प्रवेश किया।
टोक्यो ओलंपिक के क्वाटर फाइनल में में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है।
पीवी सिंधु ने चीन की ही बिंगजियाओ को टोक्यो ओलंपिक 2020 में 21-13 और 21-18 से मात देकर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है।
भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी चौथे और अंतिम दौर में एक ओवर 72 के स्कोर के साथ रविवार को यहां ओलंपिक पुरुष गोल्फ स्पर्धा में संयुक्त 42वें स्थान पर रहे।
भारतीय लड़कियां बिना किसी दबाव के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल सकती हैं क्योंकि उन्होंने पहली बार ओलंपिक के नॉकआउट चरण में प्रवेश कर इतिहास रच दिया है और अब उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है।
पुरुष मुक्केबाजों में केवल पदार्पण कर रहे सुपर हेवीवेट सतीश कुमार ही एक जीत दर्ज कर सके जबकि दुनिया के नंबर एक अमित पंघाल (52 किग्रा) सहित चार शुरुआती दौर में बाहर हो गये।
पीवी सिधु और ही बिंग जिओ के बीच अभी तक 15 मुकाबले खेले गए हैं जिसमें सिंधु सिर्फ 6 ही बार जीत हासिल करने में सफल रही है। आज अगर उन्हें कांस्य पदक पर कब्जा करना है तो रिकॉर्ड बदलने होंगे।
चक्का फेंक की महिला एथलीट कमलप्रीत कौर ने फाइनल में जगह बनाकर शनिवार को भारतीय खेमे में कुछ आशा की किरण जगायी। फिर भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी क्वॉर्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।
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