आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथिऔर मंगलवार का दिन है | द्वितीया तिथिआज शाम 4 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। उसके बाद तृतीया तिथि लग जायेगी। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से आज पूर्वाभाद्रपदऔर मंगलवार के संयोग में किये जाने वाले विशेष उपायों के बारे में।
अगर आप मजबूत इरादों के साथ जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आपको स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को नमस्कार करना चाहिए और उन्हें जल अर्पित करना चाहिए। जल अर्पित करने के लिए अगर तांबे का पात्र हो, तो और भी श्रेष्ठ है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार शीतलाष्टमी के दिन स्नान करने के बाद शीतला मां का ध्यान करते हुए घर पर ही एक आसन बिछाकर बैठना चाहिए। इससे घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
अगर आप भविष्य में अपनी तरक्की को बनाए रखना चाहते हैं तो आज उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के दौरान आपको नीम के पेड़ के सामने हाथ जोड़कर प्रणाम करना चाहिए। साथ ही पेड़ की जड़ में जल चढ़ाना चाहिए।
मीन राशि वालों आज आपका दिन बढ़िया रहेगा। किसी नये कोर्स को ज्वाइन करने के लिए दिन शुभ है। काम-धंधे में आपका ज्यादा मन लगेगा। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए अन्य राशियों का हाल।
बुधवार को पड़ने वाले प्रदोष को बुध प्रदोष के नाम से जाना जाता है। व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेकर भगवान शिव को बेल पत्र, गंगाजल आदि से पूजा की जाती है। ऐसा करने से सुख-साधनों की प्राप्ति होती है।
आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और दिन मंगलवार है। एकादशी तिथि को हरिशयनी एकादशी का व्रत करने का विधान है । इस दिन भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
अगर आप अपने दाम्पत्य जीवन में हमेशा खुशियों की बहार देखना चाहते हैं, तो आज आप स्नान आदि के बाद थोड़े-से शहद में एक बूंद गंगाजल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि और दिन रविवार है। नवमी तिथि आज रात 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। अगर आप अपनी नौकरी में उच्च पद प्राप्त करना चाहते है, तो आज मछलियों को गेंहू के आटे की गोली बनाकर खिलाएं। लगातार 11 दिन तक ऐसा करें।
आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि और दिन शुक्रवार है। आज सुबह 9 बजकर 43 मिनट तक परिघ योग रहेगा | उसके बाद शिव योग शुरू हो जाएगा। यह योग बहुत ही शुभदायक है। इस योग में किए गए सभी मंत्र शुभफलदायक होते हैं।
आज चंद्रमा के दर्शन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और इसे बहुत भाग्यशाली और समृद्ध माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि चंद्रमा मन का स्वामी है। इसके अलावा जिन जातकों की जन्मपत्री में चंद्रमा नीच का है उन्हे गुस्सा जल्दी आता है। ऐसे लोग यदि इस दिन चंद्र भगवान की पूजा-अर्चना कर उनके दर्शन करते हैं तो उनका ग्रह दोष शांत होता है।
आज अमावस्या तिथि है। इस दिन स्नान-दान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही पितरों के निमित्त श्राद्ध किये जाने का भी विधान है, जिससे पितर प्रसन्न होते हैं। पितरों के आशीर्वाद से सारे काम पूरे होते हैं ।
प्रत्येक महीने की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित प्रदोष व्रत किया जाता है। कहा जाता है कि बुध प्रदोष का व्रत करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ।
आज आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि और दिन सोमवार है | एकादशी तिथि आज रात 10 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। जानिए आज कौन से उपाय करना होगा शुभ।
अगर आप बिजनेस से संबंधित किसी लीगत मैटर में उलझ गए हैं, जिससे आप बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं। तो इससे बाहर निकलने के लिए आप शनि स्तोत्र के मंत्र का 11 बार जाप करें ।
अगर आपके घर में सुख-सुविधाओं में लगातार कमी आ रही है, जिससे आप बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं। तो इसके लिए एक लोहे के बर्तन में जल, चीनी, दूध और घी मिलाकर आम के पेड़ की जड़ में जल को अर्पित करें।
अगर आप किसी मुसीबत में फंसे हुए हैं और उससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है, तो आज आटे का एक चौमुखा दिया बनाएं। उसमें सरसों का तेल भरिये। अब उसमें एक पड़ी हुई बत्ती लगाएं और अपने घर के आंगन में उस दीपक को जलाइए। साथ ही वहीं पर आसन बिछाकर बैठ जायें और राहु के मंत्र का 11 बार जाप करें।
धनिष्ठा नक्षत्र को सुख-समृद्धि तथा मान–प्रतिष्ठा का सूचक माना जाता है। इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह ढोल या मृदंग को माना जाता है। इसका संबंध शमी के पेड़ से बताया गया है। इसलिए, जिन लोगों का जन्म धनिष्ठा नक्षत्र में हुआ हो उन्हें आज शमी के पेड़ की उपासना करनी चाहिए ।
अगर आप अपना मन काम में नहीं लगा पा रहे हैं तो गणेश भगवान की तस्वीर या मूर्ति के आगे बैठें। इसके बाद दोनों हाथों की मुट्ठियां बांधकर, मध्यमा उंगलियों को बाहर की तरफ निकालकर सीधा करें। फिर आंखें बंद करके भगवान का ध्यान करते हुए,'श्री गणेशाय नमः' मंत्र का 5 मिनट के लिये जप करें।
त्रिपुष्कर योग में विषेश बहुमूल्य वस्तुओं की खरीदारी करना अच्छा रहता है। क्योंकि इस योग में खरीदी गई वस्तु, योग के नाम अनुसार ही भविष्य में तीन गुना हो जाती है। साथ ही इस योग में की गयी कोशिशों का हमें तीन गुना फायदा भी होता है |
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