वज्र योग का अर्थ होता है कठोर। इस योग में वाहन आदि नहीं खरीदे जाते हैं अन्यथा उससे हानि हो सकती है। इस योग में सोना खरीदने पर चोरी हो जाता है। वहीं, कपड़ा खरीदा जाए तो वह जल्द ही फट जाता है या खराब निकलता है।
किसी तरह के मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं, जिसके चलते आप अपने काम ठीक ढंग से नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में आज आपको शिवलिंग या शिवलिंग के तस्वीर पर जल में थोड़ा सा दूध मिलाकर अर्पित करें।
शनिवार के दिन भगवान शनि से संबंधी कुछ उपाय करके आप हर बाधा से छुटकारा पा सकते हैं। इसके साथ ही धन-धान्य की भी प्राप्ति होगी।
घर के सदस्यों की खुशहाली और उनकी तरक्की सुनिश्चित करने के लिए शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाकर पूजा करें।
अगर आप अपने घर के सदस्यों की खुशहाली पाना चाहते है और उनकी तरक्की सुनिश्चित करना चाहते है, तो आज स्नान आदि के बाद शिव मंदिर जाकर सबसे पहले शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाएं और धूप-दीप आदि से भगवान की पूजा करें |
आज 1 मई 2021, दिन शनिवार है। आज बुध ग्रह वृष में 5 बजकर 40 मिनट में प्रवेश लेंगे। बुध के मित्र ग्रह शुक्र की राशि वृष में शुक्रवार को बुध का प्रवेश प्रभावशाली रहने वाला है।
आज चैत्र शुक्ल पक्ष की उदया तिथि चतुर्दशी और दिन सोमवार है। आज करियर में तरक्की के लिए सुबह स्नान करके शिव मंदिर जाएं।
आज माघ शुक्ल पक्ष की उदया तिथि त्रयोदशी और दिन गुरुवार है। आज देर रात 1 बजकर 7 मिनट तक शोभन योग रहेगा | शुभ कार्यों और यात्रा पर जाने के लिए यह योग उत्तम माना गया है। इस योग में शुरू की गई यात्रा मंगलमय एवं सुखद रहती है।
आज माघ कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि दिन शनिवार है। द्वितीया तिथि आज रात 10 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। आज दोपहर 3 बजकर 8 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा। यह योग सदा मंगल करने वाला होता है।
आज पौष कृष्ण पक्ष की उदया तिथि चतुर्थी और रविवार का दिन है। चतुर्थी तिथि आज सुबह 8 बजकर 23 मिनट तक ही रहेगी उसके बाद पंचमी तिथि लग जाएगी। साथ ही आज सुबह 10 बजकर 10 मिनट तक प्रीति योग रहेगा उसके बाद आयुष्मान योग लग जाएगा।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि और दिन सोमवार है। सप्तमी तिथि शाम 4 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की सप्तमी को मित्र सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। दोपहर पहले 11 बजकर 51 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा।
कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन देवाधिदेव भगवान शंकर की पूजा करने से बहुत कुछ मिल सकता है। इस बात को आप यूं भी कह सकते हैं कि हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भोले बाबा की जय जयकार होती है और भोले बाबा अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उनकी इच्छाएं पूरी करते हैं।
संपादक की पसंद