तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर में लड्डू प्रसादम में मिलावट मामले पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि अब हम देखते हैं कि इस लड्डू से हिंदुओं की भावनाएं कितनी गहरी आहत होती हैं।
तिरुपति मंदिर के प्रसाद यानी लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल पाए जाने की पुष्टि हुई है। राज्य के सीएम चंद्र बाबू नायडू ने लैब कि रिपोर्ट दिखाते हुए ये दावा किया है।
तिरुपति में लड्डू को लेकर उभरा विवाद बढ़ता जा रहा है। अब राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि 34,000 मंदिरों में प्रसाद बनाने के लिए नंदिनी घी का प्रयोग किया जाएगा।
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया कि तिरुपति मंदिर के लड्डू में इस्तेमाल किया जाने वाला घी अमूल ने सप्लाई किया था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि अमूल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए गलत सूचना फैलाई गई।
क्या 9-10 करोड़ रुपये बचाने के लिए घटिया क्वॉलिटी की घी का इस्तेमाल किया गया? क्या दुनिया के सबसे अमीर देवस्थान में 10 करोड़ रुपये बचाने के लिए घी का सप्लायर बदला गया?
तिरुपति मंदिर के प्रसाद में गड़बड़ी की बात सामने आने के बाद देशभर में आक्रोश नजर आ रहा है। इस बीच कुछ शब्दों की चर्चा काफी हो रही है, जिनका नाम एनिमल टैलो, लार्ड और फिश ऑयल है। आखिर इन शब्दों का मतलब क्या है?
तिरुपति बालाजी के लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल पाए जाने की पुष्टि की गई है। राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सबूत के तौर साइंटिफिक लैब की रिपोर्ट भी दिखाई है। वहीं इस पूरे मामले में 320 रुपये का खेल निकल कर सामने आया है।
कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने फैसला किया है कि राज्य के प्रमुख मंदिरों में बनने वाला प्रसाद अब केवल नंदिनी घी से ही बनाया जाएगा। कर्नाटक सरकार का यह आदेश तिरुपति के प्रसाद में हो रही मिलावट के बाद सामने आया है।
क्या आप भी आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में जाकर माथा टेकना चाहते हैं? अगर हां, तो रेलवे रूट के जरिए ट्रैवल करना आपके लिए ज्यादा बजट फ्रेंडली साबित हो सकता है।
Tirupati Balaji Laddu History: तिरुपति बालाजी मंदिर का प्रसादम लड्डू दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इन लड्डुओं को भगवान वेंकटेश्वर के आशीर्वाद के रूप में भक्तों को दिया जाता है। तो आइए आज जानते हैं तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डुओं का इतिहास।
तिरूपति मंदिर के लड्डू में मिलावट के मामले में कथित लैब रिपोर्ट में भी यही बात सामने आई है। अब इस मामले में कांग्रेस के एक नेता ने पीएम मोदी और सीएम चंद्रबाबू नायडू का इस्तीफा मांगा है।
तिरुपति के प्रसाद (Tirupati Laddu Controversy) में जानवरों की चर्बी, जानवरों का फैट (Animal Fat) और फिश ऑयल होने का दावा आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (CM Chandrababu Naidu) द्वारा किया गया. जिसके बाद से मंदिर की पवित्रता और लोगों की आस्था पर ठेस पहुंची.
Tirupati Laddu Case: तिरूपति वेंकटेश्वर मंदिर के लड्डू प्रसाद में जानवर की चर्बी मिलाए जाने के मामले पर हंगामा बरपा हुआ है। आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने पूरे देश के लिए एक 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' बनाने की मांग की है।
रिपोर्ट में दिखाया गया है कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान प्रतिष्ठित तिरुपति मंदिर के बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में पशु वसा, जिसमें गोमांस और मछली का तेल भी शामिल था के अंश पाए गए थे।
चंद्रबाबू नायडू ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि जगन प्रशासन ने तिरुपति प्रसाद में घी के बजाय जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया।
बेंलगुरु से सवारी लेकर तिरुपति जा रही एक बस में ट्रक ने टक्कर मार दी। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 15 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के नए मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को तिरुमाला में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा की है। पूजा के बाद नायडू ने पिछली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
तिरुपति बालाजी मंदिर में बनाए जाने वाले महाप्रसाद को बनाने में नंदिनी देशी घी का इस्तेमाल किया जाता था जिसकी आपूर्ती कर्नाटक मिल्क फेडरेशन करती थी। लेकिन अब इस कंपनी ने लड्डू बनाने के लिए अपना घी देने से मना कर दिया है।
तिरुपति में भीषण आग लगने की खबर है। यह गोविंदराजू स्वामी मंदिर के बगल वाली इमारत में लगी है। फिलहाल आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है।
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