तिरुपति में प्रसाद के अंदर मिलावट के मामले में सीएम योगी ने हाईलेवल बैठक की है। सीएम योगी ने साफ कहा है कि उत्तर प्रदेश में ये स्वीकार नहीं है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक तस्वीर काफी तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में कुछ पाकिस्तानी कर्मचारियों की प्रोफाइल दिखाई गई है। दावा किया जा रहा है कि ये उसी कंपनी के कर्मचारी हैं, जिस कंपनी ने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद के लिए घी सप्लाई किया था। आइये जानते हैं इस वायरल तस्वीर का पूरा सच क्या है?
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के पूर्व अध्यक्ष बी. करुणाकर रेड्डी अपनी बेगुनाही साबित करने तिरुपति बालाजी मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने श्रीवारी पुष्करणी में स्नान के बाद कपूर की आरती की। हालांकि इस दौरान राजनीतिक बयान देने की वजह से पुलिस को उनके खिलाफ एक्शन लेना पड़ा।
तिरुपति के प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद यूपी के मथुरा में प्रशासन चौंकन्ना हो गया है। यहां की 15 दुकानों से 43 नमूने लिए गए हैं और संदिग्ध पेड़े जांच के लिए भेजे गए हैं।
सपा सांसद डिंपल यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मथुरा के दुकानों में जो खोया बेचा जा रहा है। वह सब मिलावटी है। प्रसाद बनाए जाने वाले इन खोयों की भी जांच होनी चाहिए।
Mahashanti Homam Significance: हिंदू धर्म में महाशांति होम का विशेष महत्व बताया गया है। अगर आप इसे अपने घर में करवान का सोच रह हैं तो पहले ज्योतिषी चिराग बेजान दारूवाला से जान लीजिए इसका अर्थ और नियम।
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है। उन्होंने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के आरोपों की जांच की मांग की है।
तिरुपति बालाजी मंदिर को भारत का सबसे अमीर मंदिर कहा जाता है क्योंकि हमेशा भक्त यहां बड़े स्तर पर दान देते हैं। क्या आपको पता है इस दान की पीछे का कारण ये मान्यता है कि भगवान गरीब हैं? आइए जानते हैं पूरा किस्सा।
तिरुपति मंदिर के प्रसादम को लेकर हुए विवाद के बाद अब लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में बाजार से खरीदा गया प्रसाद बैन कर दिया गया है। इससे पहले कर्नाटक में भी मंदिरों के लिए निर्देश जारी हुए थे।
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। ऐसे में जनता उग्र ना हो, इसका पर पूरा जोर दिया जा रहा है। मंदिर की देखभाल करने वाले ट्रस्ट तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने महाशांति होम का आयोजन किया है।
नायडू ने अपने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि लड्डू के संबंध में इस खुलासे के बाद लोगों की भावनाएं आहत हुई कि उसके निर्माण में कथित तौर पर पशु चर्बी का इस्तेमाल किया।
अब मंदिर की प्रबंधन समिति में सिर्फ वही लोग रहेंगे, जिनकी भगवान के प्रति आस्था होगी। इसके अलावा सभी मंदिरों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) बनाई जाएगी, जिसका पालन सभी मंदिरों के लिए अनिवार्य होगा।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी शामला राव ने कहा कि एक जांच पैनल स्थापित किया गया है जो सुगंध, स्वाद और बनावट के मापदंडों पर खाद्य नमूनों का मूल्यांकन करेगा।
तिरुपति में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर भगवान विष्णु के भक्तों के बीच काफी ज्यादा पॉपुलर है। आइए जानते हैं कि आप किस रूट के जरिए तिरुपति सबसे जल्दी पहुंच सकते हैं।
चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाए हैं कि पिछली सरकार के दौरान तिरुपति बालाजी मंदिर में बनने वाले प्रसाद में मिलावटी घी का इस्तेमाल हुआ था। उन्होंने दावा किया कि लैब में हुई जांच में पाया गया है कि प्रसाद बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले घी में पशु की चर्बी पाई गई है।
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में आने वाले श्रद्धालु हर साल सैकड़ों टन बाल दान करते हैं। यहां के मंदिर में बाल दान करने के पीछे क्या मान्यता है और दान किए गए इन बालों का क्या किया जाता है? आइये जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब...
विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। उनके खिलाफ हैदराबाद के सैदाबाद में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध भी किया गया है।
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर विवाद जारी है। इस बीच आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा है कि वह भगवान वेंकटेश्वर को प्रसन्न करने के लिए 11 दिन की तपस्या करेंगे, जिसके बाद ही वह तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करेंगे।
तिरुपति मंदिर के प्रसाद यानी लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल पाए जाने की पुष्टि हुई है। राज्य के सीएम चंद्र बाबू नायडू ने लैब कि रिपोर्ट दिखाते हुए ये दावा किया है।
तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबर आने के बाद सभी मशहूर देवस्थान में बनाए जाने वाले प्रसाद की शुद्धता भी सवालों के घेरे में है। मुंबई के सिद्धिविनायक ट्रस्ट ने बताया कि यहप्रसाद की शुद्धता का पूरा ख्याल रखा जाता है।
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