सूत्रों ने बताया कि जिन 47 नई चीनी एप पर अब रोक लगाई गई है वह पहले बंद की गई एप के ही प्रतिरूप अथवा भिन्न रूप हैं। सूत्र ने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी किया गया था।
दूरसंचार एवं सूचना प्रसारण मंत्रालय ने सुरक्षा नियमों और डाटा प्रोटोकॉल का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इन एप्स पर प्रतिबंध लगाया है।
शाओमी की जिली, अलीबाबा की अलीएक्सप्रेस के साथ ही टिकटॉक की मालिकाना कंपनी बाइटडांस की रेसो और यूलाइक जैसे एप इस लिस्ट में शामिल हैं।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन पहले ही टिकटॉक के बारे में अपनी चिंताओं को जाहिर कर चुका है और यहां तक कि संकेत दिया है कि यह एप पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है।
यह कदम एक ऐसे समय में उठाया गया है जब टिकटॉक पर अश्लीलता व अनैतिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए इस पर रोक लगाने की मांग के साथ लाहौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है।
एक अमेरिकी अखबार ने भी इस बात की पुष्टि की है कि टिकटॉक भारत और अमेरिका सहित अन्य देशों में हो रहे विरोध के कारण चीन से बाहर निकलने की योजना पर काम कर रही है।
यूसी वेब भारत में 2009 से काम कर रही है और यहां वह मोबाइल ब्राउजर यूसी ब्राउजर और न्यूज एग्रीगेशन सर्विस यूसी न्यूज का परिचालन कर रही थी।
व्हाइट हाउस ने बुधवार को संकेत दिए कि टिकटॉक समेत चीनी मोबाइल ऐप्स पर कोई फैसला महीनों में नहीं बल्कि कुछ हफ्तों के भीतर लिया जा सकता है।
इस ईमेल के पांच घंटे बाद ही अमेजन ने अपने कर्मचारियों से कहा कि टिकटॉक को डिलीट करने का निर्देश देने वाला ईमेल एक गलती था और टिकटॉक को लेकर उसकी नीतियों में अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया है।
अमेजन ने कर्मचारियों को उनके फोन से टिकटॉक को हटाने को कहा है। कंपनी ने ऐसा सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए कहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस खबर की पुष्टी की है।
भारतीय सेना ने उन ऐप की लिस्ट जारी की है जिसका इस्तेमाल करने को लेकर उन्होनें अपने जवानों को मना किया है और जिन्हें सैन्यकर्मियों के लिए बैन किया गया है।
फेसबुक, टिकटॉक और इंस्टाग्राम के अलावा Snapchat, songs.pk, WeChat, Hike, TikTok, Likee, Shareit, True Caller, PUBG, Tinder जैसी ऐप्स पर भी रोक लगा दी गई है। सभी 89 मोबाइल ऐप्स मे चीन की वे ऐप्स बी हैं जिनके ऊपर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगाया हुआ है
लद्दाख में एलएसी पर तनाव के बीच देश में चीन विरोधी भावना बढ़ने के कारण मित्रों टिकटॉक के लिए एक घरेलू विकल्प के रूप में उभरा है।
फेसबुक, व्हाट्सऐप, टेलीग्राम, गूगल और ट्विटर के बाद छोटे वीडियो वाले ऐप टिकटॉक ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून पर सवाल उठाते हुए मंगलवार को कहा कि वह भी हांगकांग में अपनी सेवाएं फिलहाल बंद करने जा रहा है।
टिकटॉक के दुनियाभर में करोड़ों यूजर्स हैं। अकेले भारत में टिकटॉक के 20 करोड़ यूजर्स थे।
डेविड वॉर्नर ने कहा कि यह सरकार का निर्णय है और भारत में लोगों को इसका सम्मान करना होगा।
भारत सरकार ने देश की संप्रभुता और अखंडता और डेटा सुरक्षा को खतरा बताते हुये इन ऐप को बंद किया। लेकिन सरकार के इस निर्णय को 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुए हिंसक संघर्ष से जोड़कर देखा जा रहा है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने आज भारत को धमकाते हुए कहा है कि वह अपने देश की कंपनियों के हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कानूनी कदम उठाएगा।
इससे पहले यह एप महज 10 दिनों में 30 लाख डाउनलोड पर पहुंच गया और करीब 72 घंटों में 500,000 बार डाउनलोड हो चुका है।
, सभी टिकटॉक सितारों के इंस्टाग्राम पर पहले से अकाउंट बने थे, लेकिन टिकटॉक बैन होने के बाद इन अकाउंट्स में बहुत सारे नए फॉलोवर्स जुड़ गए।
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