अल्बानिया ने बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ते देख चीन की टिकटॉक एप पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया है। अल्बानिया ने यह फैसला टिकटॉक की वजह से हुई चाकूबाजी की एक घटना के संदर्भ के बाद किया है।
टिकटॉक कंपनी को बड़ा झटका देते हुए अमेरिका ने मुकदमा दर्ज कर दिया है। कंपनी पर बच्चों का भविष्य बर्बाद करने और गोपनीयता कानून का उल्लंघन करने का आरोप है।
भारत के बाद अमेरिका ने भी चीन को जोर का झटका दिया है। अमेरिकी सदन ने चीनी एप टिकटॉक को बैन करने वाला विधेयक भारी बहुमत से पारित कर दिया है। सांसदों ने प्रस्तावित कानून के पक्ष में 352 और विपक्ष में सिर्फ 65 वोट दिए।
नेपाल ने भी भारत की राह पर चलकर चीन को बड़ा झटका दिया है। नेपाल ने भी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रचंड कैबिनेट की बैठकमें बैन लगाने का फैसला किया गया।
ऑस्ट्रेलिया ने भी आखिरकार सरकारी उपकरणों में चीन के वीडियो ऐप टिकटॉक (Tiktok) के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। टिकटॉक पर चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी बाइटडांस (Byte Dance) का मालिकाना हक है और उसका कहना है कि वह चीनी सरकार के साथ डेटा साझा नहीं करती है।
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो चीनी सोशल मीडिया ऐप टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाने के बाद बेहद खुश हैं। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि इससे मुझे पर्सनली बहुत फायदा होगा। जानिए उन्होंने ऐसा क्यों कहा है।
ब्रिटेन में चाइनीज ऐप टिक-टॉक की परेशानी बढ़ गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि जो मंत्री या नेता टिकटॉक पर एक्टिव हैं वो अपने पर्सनल फोन पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन वह डिवाइस संसद के वाई-फाई से कनेक्ट नहीं होना चाहिए।
भारत में पिछले टिकटॉक उपयोगकर्ताओं के बारे में बारीक डेटा को पुन: प्राप्त और विश्लेषण कर सकता है, प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों से लेकर औसत व्यक्ति तक सभी शामिल हैं।
चीनी ऐप टिकटॉक की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पिछले कुछ दिनों में कई देशों में टिकटॉक को बैन किया गया है। न्यूजीलैंड से पहले ऐप को यूनाइटेड किंगडम और कनाडा में भी बैन किया जा चुका है।
कनाडा ने भी चायनीज ऐप टिकटॉक पर बैन लगा दिया है। सुरक्षा हवाला देते हुए कनाडा ने चायनीज कंपनी के ऐप के खिलाफ ये कदम उठाया है। इससे पहले अमेरिका भी इसी तरह का हवाला देते हुए ये कार्रवाई कर चुका है।
अमेरिका ने चीनी शॉर्ट वीडियो-मेकिंग ऐप टिकटॉक को राष्ट्रव्यापी तौर पर प्रतिबंधित करने की योजना बनाई। हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी अगले महीने टिकटॉक के प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से ब्लॉक करने के लिए एक बिल पर वोट करेगी।
TikTok: पिछले 15 महीनों में यह चौथी बार है जब पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाया और फिर हटाया है। पाकिस्तान ने किशोरों और युवाओं के बीच लोकप्रिय टिकटॉक पर सबसे पहले अक्टूबर 2020 में प्रतिबंध लगाया था।
चाइनीज़ एप टिकटॉक को भले ही भारत में बैन है लेकिन वैश्विक स्तर इसका दबदबा कायम है।
पाकिस्तान ने ‘अनुचित सामग्री’ को हटाने में कथित तौर पर विफल रहने पर TikTok ऐप पर बुधवार को रोक लगा दी।
पाकिस्तान की एक अदालत ने वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म ‘TikTok’ पर लगा प्रतिबंध शुक्रवार को वापस ले लिया।
पाकिस्तान में एक साल के भीतर चाइनीज़ वीडियो शेयरिंग एप टिकटॉक पर तीसरी बार बैन लगा दिया है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा TikTok समेत कई चीनी ऐप्स को बैन करने के फैसले पर बाइडेन प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है।
हाई कोर्ट ने कथित अश्लील सामग्री को लेकर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का 11 मार्च को आदेश दिया था और छह महीने में दूसरी बार ऐसा किया गया है। अदालत ने बृहस्पतिवार को यह प्रतिबंध हटा दिया।
पाकिस्तान की मीडिया नियामक एजेंसी ने चीनी वीडियो सेवा ऐप ‘टिकटॉक’ को बृहस्पतिवार को एक बार फिर से ब्लॉक कर दिया।
पिछले साल जून में लद्दाख के गलवान में जब चीन के सैनिकों ने धोखा देकर भारतीय सैनिकों पर जानलेवा हमला किया था तो उसके बाद भारत सरकार ने चीन की कई मोबाईल एप्लीकेशन पर अस्थाई प्रतिबंध लगाया था
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