प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान को हासिल करने के लिए राज्य सरकार अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। राज्य सरकार द्वारा इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हर अवसर का उपयोग किया जा रहा है, जो रोजगार सृजन में कृषि के बाद दूसरे स्थान पर है।
सूरत की एक कपड़ा मिल में आग लगने से करोड़ों का सामान खाक हो गया। सूरत शहर के पांडेसरा इलाके में प्रेरणा कपड़ा मिल में रविवार रात करीब 10 बजे आग लग गई।
इंडस्ट्री के मुताबिक पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले मांग अभी भी 35 से 40 फीसदी कम है। सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान शादियों के दौरान होने वाली बिक्री में गिरावट से हुआ है, हालांकि इंडस्ट्री को उम्मीद है कि फरवरी से स्थिति सुधरेगी
कपड़ा मंत्री के मुताबिक सरकार के खजाने पर पहले से ही दबाव है ऐसे में सेक्टर को नए माहौल में ढलना होगा
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते भारत से चीन को रूई और धागे का निर्यात ठप पड़ गया है और कपड़ा उद्योग में इस्तेमाल होने वाला रासायनिक पदार्थ व एसेसरीज आइटम का आयात नहीं हो रहा है, जिससे घरेलू कपड़ा उद्योग पर असर पड़ा है।
'समर्थ' योजना के तहत 18 राज्यों के करीब चार लाख लोगों को नए हुनर सिखाए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य व्यक्तियों को वस्त्र उद्योग क्षेत्र से जुड़े कामों में दक्ष बनाना और क्षमता निर्माण करना है। योजना के तहत केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वस्त्र क्षेत्र कृषि व उद्योग के बीच सेतु का काम करता है। मोदी ने यहां अंतर्राष्ट्रीय वस्त्र सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद कहा, "वस्त्र एक ऐसा क्षेत्र है, जो कृषि क्षेत्र व उद्योग के बीच सेतु का काम करत
भारतीय कपड़ा उद्योग का कारोबार अगले पांच साल में मौजूदा 108 अरब डॉलर से दोगुना होकर 223 अरब डालर तक पहुंचने की उम्मीद है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि कपड़ा उद्योग को प्रोत्साहन पैकेज मिलने से रफ्तार बढ़ेगी। वहीं इससे रोजगार के और अवसर पैदा होंगे और निर्यात बढ़ेगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने श्रम आधारित कपड़ा क्षेत्र (टेक्सटाइल) में रोजगार सृजन, विनिर्माण और निर्यात को प्रोत्साहन के लिए रियायतों को मंजूरी दे दी।
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