भारतीय जवान भी लगातार पाकिस्तान की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सुरक्षाबलों को देर रात खबर मिली थी कि कुछ आतंकी नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर जम्मू-कश्मीर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के बाद गोलीबारी शुरू हुई।
सेना को गांव के किसी घर में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जवानों को देखते ही आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद सेना के जवानों की ओर से भी फायरिंग शुरू की गई।
जम्मू- कश्मीर के सोपोर जिले में में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि, एहतियात के तौर पर इलाके में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है।
जम्मू एवं कश्मीर के 87 युवा 20 जुलाई तक आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए हैं। इनमें से 12 राज्य में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद आतंकी बने हैं।
जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया...
शोपियां के अहगाम में सेना की एक पट्रोलिंग पार्टी गश्त पर निकली हुई थी। तभी आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया। हमले में एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया है। इलाके को खाली करा लिया गया है और जवाबी कार्रवाई जारी है। सेना ने सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है।
बताया जा रहा है कि लापता होने के दौरान एसपीओ के पास एके 47 राइफल भी थी। न तो अभी एसपीओ के बारे में पता चला है और न ही राइफल बरामद हुई है। फिलहाल जम्मू-कश्मीर पुलिस एसपीओ की तलाश करने में जुटी है।
आजाद जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि हाल के आंकड़ों पर गौर करें तो सेना की कार्रवाई नागरिकों के खिलाफ ज्यादा और आंतकियों के खिलाफ कम हुई है। घाटी में हालात बिगड़ने का मुख्य कारण यह है कि मोदी सरकार बातचीत करने की अपेक्षा कार्रवाई करने में ज्यादा यकीन रखती है...
भारत सरकार ने रविवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए रमजान के दौरान कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ किए गए सीजफायर को आगे न बढ़ाने का फैसला लिया है...
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ये तस्वीरें जारी की हैं। पुलिस को शक है कि इन्हीं बाइक सवारों ने वरिष्ठ पत्रकार बुखारी की हत्या की है। पुलिस ने सूबे की आवाम से अपील की है कि वह इन संदिग्धों की पहचान में मदद करें।
सेना को शनिवार देर शाम बांदीपोरा के पनार इलाके के जंगलों में कुछ आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इस सूचना के बाद सेना की चौदह राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने पनार के जंगलों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंकियों की घुसपैठ की एक और कोशिश को नाकाम कर दिया है। सूबे के कुपवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे 6 आतंकियों को मार गिराया...
आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान ने 11 नए लॉन्चिंग पैड तैयार किए हैं। इनके जरिए पाकिस्तान इन आतंकियों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराने की कोशिश कर रहा है। इन सभी आतंकियों को पाकिस्तान की खुफ़िया ऐजेंसी ISI और पाक आर्मी ने तैयार किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने दो से चार आतंकवादियों की घुसैपठ को नाकाम कर दिया, जिसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ग्रेनेड से हमला होते ही आर्मी कैंप के गेट पर अफरा-तफरी मच गई। कैंप के गेट पर तैनात जवानों ने फौरन जवाबी कार्रवाई शुरू की लेकिन इसी बीच स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर पहुंच गई और आतंकियों के समर्थन में नारेबाजी करने लगी।
रिपोर्ट्स की मानें तो नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए जम्मू-कश्मीर में कम से कम 20 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी प्रवेश कर चुके हैं। ये जैश के आंतकी बड़े स्तर पर आंतकी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा रमजान के महीने में कश्मीर में सीजफायर के फैसले के आतंकी गतिविधियों में एकदम से इजाफा हुआ है। हालांकि, हर बार सुरक्षाबलों ने इन नापाक कोशिशों का जवाब बहादुरी से दिया है और एक भी कोशिश को कामयाब नहीं होने दिया है।
बस अड्डे के पास ही पुलिस की पेट्रोलिंग टीम की गाड़ी खड़ी थी जिसमें एसएचओ के साथ पांच पुलिसवाले भी मौजूद थे। इसी पुलिस वैन के पास जोरदार धमाका हुआ। धमाका होते ही बस अड्डे पर अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर से उधर भागने लगे।
क्षेत्र में आतंकवादियों के होने की सूचना के बाद राष्ट्रीय राइफल्स, राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह और अर्धसैनिक बलों द्वारा संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया। जैसे ही सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेरा, यहां छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी करनी शुरू कर दी।
पिछले साल अक्तूबर में मिर्जा और मोहम्मद कासिम स्टिम्बरवाला को गिरफ्तार किया गया था और दोनों के खिलाफ आरोपपत्र भरुच जिले के अंकेलेश्वर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दायर किए गए। व्हाट्सऐप्प चैट में मिर्जा अपने अज्ञात सहयोगी ‘फरारी’ से पिस्तौल खरीदने के बारे में बात करता है। इसके जवाब में फरारी ने प्रधानमंत्री को निशाना बनाने की बात की।
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