अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की तरफ से गोलीबारी होती देख सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।
बाबू राम एक बार लाल चौक में नागरिकों को सुरक्षित रूप से निकालते समय आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हो गये थे लेकिन स्वस्थ होने के बाद फिर सेवा में आ गये थे।
पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि गिरफ्तार किये गए आरोपी लश्कर के कमांडरों के संपर्क में थे और उन्हें आश्रय और परिवहन की सुविधाएं मुहैया करवा रहे थे।
महबूबा ने सीमावर्ती जिले राजौरी में युवा सम्मेलन में कहा, आपको स्थिति को समझना होगा और हमारी आवाज बनना होगा।
श्रीनगर के जेवन इलाके में पुलिसकर्मियों को ले जा रही बस पर आतंकी हमला हुआ है। जिसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि जब कोई स्थानीय लोगों और आतंकवादियों के बीच आता है तो वे परेशान हो जाते हैं।
इससे पहले पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों के साथ 2 मुठभेड़ों में 5 आतंकवादी मारे गए थे।
श्रीनगर में मारे गए आतंकी की पहचान आमिर रियाज के तौर पर हुई है, वह पुलवामा का रहने वाला था। आईजी कश्मीर रेंज विजय कुमार के मुताबिक आतंकी आमिर रिजाय फिदायीन हमले की कोशिश में था लेकिन पहले ही उसका खेल खत्म हो गया।
कुछ मजदूरों ने बताया कि उनकी मजदूरी का भुगतान हो गया है वहीं कुछ ने कहा कि उनके नियोक्ताओं ने बिना बकाया मजदूरी का भुगतान किए उन्हें घाटी से जबरन भगा दिया।
महबूबा ने कहा, हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं और इसके लिए भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व वाली सरकार जिम्मेदार है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के लोग विकास चाहते हैं, आतंकवाद नहीं चाहते हैं।
बिंद्रू एक जाने-माने कश्मीरी पंडित व्यवसायी थे, जो नब्बे के दशक के दौरान उग्रवाद की शुरुआत के दौरान भी घाटी छोड़कर नहीं गए थे।
68 वर्षीय माखनलाल पिछले 31 वर्षों से हर अमीर-गरीब की मदद कर रहे थे और जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क दवा देते थे।
कश्मीरी पंडित समुदाय से बिंदरू उन कुछ लोगों में शामिल थे जिन्होंने 1990 के दशक में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद शुरू होने के बाद पलायन नहीं किया। वह अपनी पत्नी के साथ यहीं रहे और लगातार अपनी फार्मेसी बिंदरू मेडिकेट को चलाते रहे।
सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान से 6 आतंकवादी भारतीय सीमा में प्रवेश करने जा रहे हैं और 3 दिन पहले सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया था।
सूत्रों के मुताबिक, ये तीनों आतंकी बड़ी वारदात कर पंजाब को दहलाने की फिराक में थे।
पंजाब पुलिस ने तरनतारन जिले से तीन आतंकियों को हथियार और विस्फोटक के साथ गिरफ्तार किया है।
पाकिस्तानी फौज ने सोमवार को बताया कि उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली इलाके में खुफिया जानकारी के आधार पर एक अभियान चलाया गया था।
वहीं, एक अन्य घटना में संदिग्ध आतंकियों ने कुलगाम के निहामा इलाके में एक बिहारी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार इस आतंकी माड्यूल के पीछे पाकिस्तान में बैठा प्रतिबंधित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का प्रमुख लखबीर सिंह रोडे और कासिम का हाथ है।
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