जम्मू कश्मीर के कठुआ इलाके में सोमवार को आतंकियों के हमले में पांच जवान शहीद हो गए। आतंकियों ने सेना के वाहन पर ग्रेनेड से हमला किया था। जो जवान शहीद हुए हैं, जानिए उनके बारे में सबकुछ-
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकी हमले के बाद अब सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। इस बीच पुंछ में एक देर रात एक पाकिस्तान ड्रोन देखा गया। हालांकि जवानों ने फायरिंग की, जिसके बाद से ड्रोन वापस लौट गया।
कठुआ के बदनोटा इलाके में आतंकवादियों ने एक बार फिर सेना के एक काफिले पर हमला कर दिया। इस हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नाम के एक संगठन ने ली है।
रूस आतंकियों के निशाने पर रहा है। हाल के दिनों में रूस आतंकी हमलों के दंश को झेलता रहा है। इस बार रूस में दागिस्तान में आतंकियों ने हमला किया था।
बुधवार 12 जून की रात जम्मू-कश्मीर के के डोडा क्षेत्र में एक बार फिर से सेना और आतंकियों में मुठभेड़ शुरू हो गई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, इस मुठभेड़ में एसओजी का एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है।
जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने तीसरी बार हमला किया है, इस बार आतंकियों ने डोडा में पुलिस व आर्मी की एक टेम्परेरी चौकी को निशाना बनाया है।
जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए जाने वाले रास्तों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात हैं।
वैष्णो देवी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर सोमवार को आतंकियों ने गोलीबारी की। इस हमले में कई लोग मारे गए। इस घटना में जीवित बचे पीड़ित परिवार ने इस घटना की आपबीती बताई और कहा कि वह इस हमले को कभी नहीं भूल पाएंगे।
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों से भरी बस पर आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे बस असंतुलित होकर खाई में जा गिरी। तीर्थयात्री शिवखोड़ी मंदिर जा रहे थे, तभी घात लगाए बैठे आतंकियों ने फायरिंग कर दी।
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिला से आंतकी घटना की खबर सामने आई है। जिले के रांसु क्षेत्र में तीर्थयात्रियों से भरी बस पर आतंकी हमले की घटना हुई। इस घटना में बस बेकाबू होकर नीचे खाई में गिर गई। इस घटना में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
पुंछ में 5 मई की शाम भारतीय वायुसेना के काफिले पर आतंकवादी हमला हुआ था। इस हमले में वायुसेना के एक जवान की मौत हो गई, जबकि अन्य चार घायल हो गए। आतंकवादी हमले के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया। अब इस हमले को अंजाम देने वाले तीन संदिग्ध आतंकवादियों की सीसीटीवी तस्वीरें सामने आई हैं।
पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में आतंकियों ने 11 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। पाकिस्तान पुलिस के अनुसार इनमें से 9 बस यात्री भी शामिल हैं, जिन्हें आंतकियों ने बस से नीचे उतरवाया, फिर उन्हें जंगली पहाड़ी पर ले गए और फिर गोली मार दी।
दुनिया में खुद को अमेरिका के मुकाबले ताकतवर बताने वाले चीन ने बलूचिस्तान के आगे घुटना टेक दिया है। पाकिस्तान में 5 चीनियों की आतंकी हमले में मौत के बाद चीनी कंपनियों ने अब देश छोड़ने की योजना बना ली है। कई चीनी कंपनियां और उनके कर्मी अब डर के मारे पाकिस्तान में काम करने की हिम्मत नहीं कर पा रहे।
रूस की राजधानी मास्को में हुए बड़े आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा दावा किया गया है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि हमले से पहले आतंकियों ने तुर्की की यात्रा की थी।
रूस ने मॉस्को में बड़े आतंकी हमले के बावजूद अंतरिक्ष में अपने तीन वैज्ञानिकों को भेजकर नई कामयाबी हासिल की है। इस मिशन में नासा के अंतरिक्ष यात्री लोरल ओ'हारा, मैथ्यू डोमिनिक, माइक बैरेट और जेनेट एप्स के साथ-साथ रूसी ओलेग कोनोनेंको, निकोलाई चूब और अलेक्जेंडर ग्रीबेनकिन शामिल हैं।
रूस की राजधानी मॉस्को में हुए दो दशक के सबसे भयानक आतंकी हमले में पकड़े गए एक संदिग्ध ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया है। संदिग्ध आतंकी ने बताया कि वह लंबे समय से बेरोजगार था और तजाकिस्तान के एक साथी के साथ हॉस्टल में रह रहा था। फिर उसे पैसे के बदले लोगों को मारने का ऑफर आया।
रूस आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 133 हो गई है। इससे पहले अक्टूबर 2015 में इस्लामिक स्टेट ने सिनाई में रूस के एक यात्री विमान को निशाना बनाया था जिसमें विमान में सवार सभी 224 यात्रियों की मौत हो गयी थी। इनमें से ज्यादातर मिस्र से छुट्टियां मनाकर लौट रहे रूसी नागरिक थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस घिनौने आतंकी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। भारत इस घड़ी में रूसी संघ के साथ खड़ा है। साथ ही पीड़ित परिवार के प्रति हमारी संवेदनाए हैं।
रूस के मॉस्को में बड़ा आतंकी हमला देखने को मिला है। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। बता दें कि शुक्रवार की शाम क्रोकस सिटी हॉल में कुछ लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में 40 लोगों की मौत हुई है, वहीं 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
ग्वादर पर बलूचिस्तानियों के हमले के बाद चीन की पाक में सीपीईसी योजना और खतरे में पड़ गई है। हालांकि ग्वादर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कैप्टन (सेवानिवृत्त) जोहेब मोहसिन ने कहा कि हालात अब काबू में हैं। मगर चीन को अपना प्रोजेक्ट खतरे में दिख रहा है। इसलिए वह पाकिस्तान के साथ आतंक के खिलाफ खड़ा होने की बात कह रहा है।
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