संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद, चरमपंथ और हिंसा पर राजनीतिक सहूलियत अपनाने के लिए यूएन समेत कनाडा पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अब ऐसा नहीं चलने वाला है। जयशंकर ने कहा कि वे दिन बीत गए, जब कुछ देश एजेंडा तय करते थे।
आंकड़ों के मुताबिक, 2015 से 2019 के बीच आतंकी हमलों में 329 पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई थी जबकि 5 अगस्त 2019 के बाद 146 सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई।
पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर से घुसपैठ की कोशिश की गई। जिसमें सेना के जवानों ने एक आतंकी को मार गिराया। इससे पहले 6 अगस्त को कुपवाड़ा जिले में भी सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिश हुई थी। उस वक्त भी एक आतंकी को मार गिराया गया था।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और धारा 35 ए हटाए जाने का फैसला राज्यवासियों के लिए शानदार साबित होता दिख रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार जम्मू-कश्मीर में अब आतंकवाद ने घुटने टेकने शुरू कर दिए हैं। इस वर्ष 6 माह तक में सिर्फ 26 आतंकी घटनाएं हुई। घुसपैठ कोई नहीं। जबकि 2022 में आतंकी घटनाएं 125 व घुसपैठ 14 थी।
आसिया और नीलोफर की मृत्यु 29 मई 2009 को डूबने से हो गई थी। इन दोनों का मुख्य मकसद सुरक्षा बलों पर बलात्कार और हत्या का झूठा आरोप लगाकर भारतीय सेना व देश के खिलाफ असंतोष पैदा करना था।
भारत ने पाकिस्तानी आतंकी साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने के प्रस्ताव पर अड़ंगा लगाने के लिए चीन को जमकर धोया है। भारत ने चीन का नाम लिए बगैर उसे तुच्छ तक कह डाला है। भारत ने कहा कि जहां सारे सुबूत और तथ्य मौजूद हों, उसे बिना कारण खारिज करना क्या दर्शाता है। यह तुच्छ भू-राजनीतिक हितों के कारण है।
लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने कहा कि कश्मीर में जो आतंकी हैं, उनको भी बार-बार पूरी तरह से घेरे में लेने की हमारी तैयारी है और बेकसूर लड़कों को गुमराह होने से हम बचा रहे हैं, जिनको आतंकी अपने जाल में ब्लैकमेल करके फंसा रहे हैं।
इससे पहले सोमवार को NIA ने जम्मू कश्मीर में शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ रहे आतंकी संगठनों एवं उनके सहयोगी संगठनों पर कार्रवाई के तहत घाटी में 13 स्थानों पर छापे मारे थे।
इन मैसेंजर मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए जम्मू-कश्मीर में आतंकी सीक्रेट मैसेज भेजते थे। आतंकी इन ऐप्स का इस्तेमाल कश्मीर में अपने सपोर्टर्स और ऑन-ग्राउंड वर्कर्स (OGW) के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए कर रहे थे।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की एक बैठक में कहा है कि वह सीमा पार से ड्रोन का इस्तेमाल कर अवैध हथियारों की आपूर्ति की ‘गंभीर चुनौती’ का सामना कर रहा है जो पड़ोसी देश के अधिकारियों की मदद के बिना मुमकिन नहीं है।
पाकिस्तान पर जब गरीबी, कंगाली की तलवार लटकी, तो उसे आतंकवाद पर लगाम लगाने की याद आई। टेरर फंडिंग करने वाले पाकिस्तान के पीएम ने आतंकवाद पर शिकंजा कसने के लिए अहम बैठक बुलाई। हालांकि पाकिस्तान खुद तालिबानी आतंकियों से परेशान है। लेकिन आतंकियों की पनाहगाह भी यहीं है। जानिए आतंक पर लगाम के पीछे चीन का क्या कनेक्शन है।
वारदात के स्थल से हथियार और गोला-बारूद जब्त किए गए। ये आतंकवादी सुरक्षा बलों के खिलाफ आतंकवादी कृत्यों और निर्दोष नागरिकों की हत्या करने जैसे कृत्यों में शामिल थे।
ISKP ने अपने मुखपत्र "वॉयस ऑफ खुरासान" मैगजीन के माध्यम से स्वीकार किया है कि उसके आतंकवादी दक्षिण भारत में मौजूद हैं और पिछले साल हुए इन दो धमाके की घटनाओं में शामिल थे।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले को कायराना करार दिया और एक नागरिक की हत्या की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक खालिद और अबुल्ला पाकिस्तान हैंडलरों के संपर्क में थे और जम्मू कश्मीर के कुछ कंट्टरपंथी युवाओं के साथ आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान जाने वाले थे। इस बाबत पुलिस को सूचना मिली थी। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई कर पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
बदहाली से जूझ रहे कंगाल पाकिस्तान को भारत कोई मदद करने वाला नहीं है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद को पोषक करार दिया है। उन्होंने उसकी मौजूदा स्थिति के लिए पाक को खुद जिम्मेदार बताया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शनिवार को कहा कि उनका देश पहले ही दिवालिया हो चुका है। इसलिए अब जमीन बेचने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर महंगी सरकारी जमीन पर बने दो गोल्फ क्लबों को बेच दिया जाए तो पाकिस्तान का एक-चौथाई कर्ज चुकाया जा सकता है।
पाकिस्तान भले ही भारत का पड़ोसी है, लेकिन उसकी आतंकवादी गतिविधियों के चलते दोनों देशों के संबंध अति तनावपूर्ण बने हैं। इस वक्त कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले दिनों भारत के साथ संबंध सामान्य करने की इच्छा जाहिर की थी।
पाकिस्तान (Pakistan) की सरकार को हाल के दिनों में आतंकवादी संगठन टीटीपी (TTP) से बड़ी चुनौती मिल रही है। आतंकी लगातार हमले कर आम लोगों के साथ जवानों को मौत के घाट उतार रहे हैं।
उपराज्यपाल ने कहा, हमें कश्मीरी पंडितों से 8400 आवेदन प्राप्त हुए, जिनकी जमीन और संपत्ति को 1990 में जबरन हड़प लिया गया था। प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि ऐसी संपत्तियों को पुन: प्राप्त किया जाए।
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