भारत आतंकियों का सफाया करने के लिए पड़ोसी देश के अंदर घुसने से भी नहीं हिचकेगा। भारत के इस रुख पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस मुद्दे पर बेबाक राय रखी है।
अजित डोवाल ने ये भी कहा है कि कजाखिस्तान के अस्ताना में आयोजित एससीओ सदस्य देशों की बैठक में आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर अहम बयान दिया है। डोवाल ने इस क्षेत्र में फैले आतंकी नेटवर्क के खात्मे के लिए मजबूत कदम उठाने का भी समर्थन किया है।
आतकंवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और रूस साथ एक दूसरे का सहयोग करेंगे। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने यह बात कही है। रूसी राजदूत यह बात मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद कही है।
सिंगापुर की 3 दिनों की यात्रा पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बड़ी वजह बताई है। जयशंकर ने कहा कि यह एक अस्थाई प्रावधान था, जिसने जम्मू-कश्मीर में अलगवावाद और आतंकवाद को जन्म दिया। मगर इसे हटाए जाने के फायदा अब वहां देखा जा सकता है। आतंकवाद में कमी आई और विकास हो रहा है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी सिंगापुर यात्रा के दौरान पाकिस्तान का बैंड बजा दिया है। आतंकवाद के खिलाफ बोलते हुए जयशंकर ने जमकर पाकिस्तान की वॉट लगाई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का उद्योग चला रहा है। अब भारत आतंक को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
आतंकवाद को लेकर अमेरिकी अधिकारी की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू ने कहा है कि वर्तमान समय में पाकिस्तान के लोग आतंकवाद के भयानक खतरे का सामना कर रहे हैं।
पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्टरी है। अब उसी के पाले आतंकियों का दंश उसे झेलना पड़ रहा है। इसी बीच ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2024 की रिपोर्ट के अनुसार जानिए टॉप 5 आतंक पीड़ित देश कौन से हैं?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) में सुधार की किसी संभावना से इनकार कर दिया है। उन्होंने इसके पीछे इसी संगठन के एक देश पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान का नाम लिए बिना जयशंकर ने कहा कि एक देश की वजह से कुछ अच्छा नहीं हो पा रहा।
इधर भारतीय विदेश मंत्री ईरान की यात्रा पर गए और उधर ईरान ने भारत के दुश्मन पाकिस्तान पर बड़ा मिसाइल अटैक कर दिया। अचानक हमले से पाकिस्तान सकते में है। सवाल यह उठ रहा है कि यह हमला जयशंकर की यात्रा का संयोग है या कोई कड़ा संदेश?
टेरर फैलाने के लिए पाकिस्तान पूरी दुनिया में कुख्यात है। पाकिस्तान जो आतंकवाद की फैक्टरी है, वो खुद अब अपने ही पाले पोसे आतंकवादियों का निशाना बन रहा है। पाकिस्तान के गृह मंत्री ने संसद में बताया कि किस तरह उसे टीटीपी ही नहीं, साथ ही आईएसआईएस से भी खतरा है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए आतंकवाद पर लगाम लगाने का प्रयास किया है। पुलिस का कहना है कि जो भी व्यक्ति आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी की सूचना देगा उसे उचित नकद इनाम दिया जाएगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजौरी में सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का सफाया होना चाहिए और आपको इस प्रतिबद्धता से आगे बढ़ना चाहिए।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद फैलाने कि लिए पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है। साथ ही उसका सहयोग करने के लिए चीन की भी हवा निकाल दी है। हालांकि भारत ने पाकिस्तान या चीन का इस दौरान नाम नहीं लिया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कांबोज ने सीमा पार से आतंकवाद और हथियारों की तस्करी का मुद्दा उठाया।
जम्मू और कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ जंग खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटेंगे।
पुलिस का कहना है कि ये लोग ISIS के आतंकी साहित्य को अपनी जैसी मानसिकता वाले लोगों में वितरित कर उन्हें अपने आतंकी संगठन ISIS से जोड़ने का काम कर रहे थे ।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर अपना रुख दुनिया के सामने फिर से स्पष्ट कर दिया है। विदेश मंत्री ने भारत के स्टैंड को क्लियर करते हुए कहा कि आतंकवाद हमें अस्वीकार्य है और हमें इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। मगर यहां फिलिस्तीन का भी मुद्दा है, उसकी भी समस्याओं का समाधान होना चाहिए।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पिछले 5 सालों में जम्मू-कश्मीर की स्थिति में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहा, ''आतंकवाद, जिसने पूरे जम्मू-कश्मीर को अपनी गिरफ्त में जकड़ लिया था आज लगभग समाप्त हो चुका है और जो भी बची-खुची जड़ें हैं उन्हें भी जल्द ही उखाड़ फेंक दिया जाएगा।''
इजराइल और हमास की जंग पर UNSC में आयोजित मीटिंग में अमेरिका भड़क गया है। अमेरिका ने इजराइल का पक्ष लेते हुए दुनिया में फैले हर तरह के आतंकवाद की निंदा की है। साथ ही आतंकवादियों को मदद करने वाले देशों को भी आड़े हाथों लिया।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने का कहना है कि पाकिस्तान नार्को-आतंकवाद का केंद्र है और मादक पदार्थ जम्मू-कश्मीर के रास्ते पंजाब भेजे जाते हैं।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने आतंक को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आतंका समर्थन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
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