उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2016 में ऐतिहासिक सऊदी अरब यात्रा का जिक्र भी किया, जब दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान और खूफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहयोग को बढ़ाने का फैसला किया था।
मोदी के इस साल मई में दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आने के बाद से ट्रम्प के साथ यह चौथी मुलाकात है। उनकी 40 मिनट तक चली बातचीत में मुख्यत: द्विपक्षीय व्यापार और पाकिस्तान से उपज रहे आतंकवाद से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में होने वाले आतंकवादी हमले को ‘‘आतंकवाद ही माना जाना चाहिए, इसे ‘बड़ा या छोटा’ अथवा ‘अच्छा या बुरा’ नहीं माना जाना चाहिए।’’
ये वो कड़वा सच है जिसे पाकिस्तान हमेशा से छिपाता आया है लेकिन अब ये खौफनाक साज़िश पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है। ये शर्मिंदगी भरा कबूलनामा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उसी अमेरिका में किया है जहां वो आतंक के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाते दिखाई देते हैं।
भारत ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना सोमवार को अंतर-सरकारी मंच की एक बैठक में कहा कि कुछ देशों की तरफ से वित्तीय, राजनीतिक और नैतिक सहयोग की वजह से आतंकवाद कायम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र से कहा कि जलवायु परिवर्तन की कार्रवाई पर भारत की नीति ' लालच नहीं, जरूरतों,' के सिद्धांत पर आधारित है और नई दिल्ली 2022 तक अपने मौजूदा नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को बढ़ाकर 175 गीगावाट से 450 गीगावाट करना चाहता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने 9/11 हमलों के बाद अमेरिका का साथ देकर बड़ी भूल की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों को वो वादा नहीं करना चाहिये था जिसे वे पूरा नहीं कर सकीं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सोमवार रात को न्यूयॉर्क में मुलाकात होगी। इमरान खान संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे है जो 24 सितंबर को शुरु होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सूरत में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान पर शनिवार को जमकर हमला बोला और कहा कि पाकिस्तान ने अगर आतंकवाद का साथ देना नहीं छोड़ा तो उसके टुकड़े होने से कोई नहीं रोक सकता।
जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से पाकिस्तान वैश्विक स्तर पर भारत को घेरने में जुटा है।
पाकिस्तान को ‘आतंकवाद का केंद्र’ करार देते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए पड़ोसी देश को आड़े हाथ लिया है।
अमेरिका ने आतंकवाद का मुकाबला करने और दुनियाभर में संदिग्ध आतंकवादियों, उन्हें धन मुहैया करने वालों तथा उनके समर्थकों पर नकेल कसने में ट्रंप प्रशासन की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक नया शासकीय आदेश जारी किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आज आतंकवाद एक विचारधारा बन गया है जो किसी सरहद से नहीं बंधा है। ये एक अंतर्राष्ट्रीय समस्या है। ये अंतर्राष्ट्रीय खतरा बन गया है जिसकी मजबूत जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को करारा जवाब देने वाली भारत की प्रतिनिधि विजय ठाकुर सिंह 1 अक्टूबर 2018 से विदेश मंत्रायल में सचिव (ईस्ट) पद पर कार्यरत है। विजय ठाकुर सिंह का जन्म 18 सिंतबर 1960 को हुआ था।
एक शीर्ष कश्मीरी-अमेरिकी संगठन का कहना है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए ने जम्मू कश्मीर में सशस्त्र हिंसा के लिए जमीन तैयार की थी।
पाकिस्तान में जन्मे एक किशोर पर आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट को सामग्री मुहैया कराने के प्रयास के लिये आरोप तय किये गए हैं। आरोप है कि उसने न्यूयॉर्क शहर के आसपास व्यस्त स्थानों पर चाकूबाजी या बम हमले की योजना बनाई थी।
जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को घुसपैठ के लिए तैयार किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान भारत और बहरीन ने पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से प्रहार करते हुए रविवार को यहां अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के इस्तेमाल को खारिज करने की अपील की।
जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को कम करने के लिए अमेरिका दो तरफा रणनीति पर काम रहा है।
पाकिस्तान कश्मीर घाटी में अशांति उत्पन्न करने के अपने ‘‘व्यापक षड्यंत्र’’ के तहत अफगानिस्तान से 100 से अधिक कट्टर आतंकवादियों को कश्मीर में घुसपैठ कराने की योजना बना रहा है। यह जानकारी सुरक्षा सूत्रों ने बृहस्पतिवार को दी।
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