प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन के खिलाफ टेरर फंडिंग के मामले में 13 संपत्तियों को जब्त किया गया है।
जांच से जुड़े एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि अवामी एक्शन कमेटी के अध्यक्ष, फारूक और छह से अधिक शीर्ष अलगाववादी नेता आतंकी वित्तपोषण मामले में जल्द ही कार्रवाई का सामना कर सकते हैं।
जहूर को 17 अगस्त 2017 को गिरफ्तार किया गया था और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कश्मीर में कथित टेरर फंडिंग के मामले में पाकिस्तानी आतंकवादियों हाफिज सईद, सैयद सलाहुद्दीन, सात कश्मीरी अलगाववादी नेताओं और अन्य के खिलाफ 18 जनवरी को आरोपपत्र दायर किया था।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि सैयद शकील अहमद को एनआईए ने अपनी बात रखने के लिए तीन-चार बार मौका दिया था लेकिन उन्होंने 2011 के टेरर फंडिंग केस के मामले में कोई भी जानकारी जांच एजेंसी को नहीं दी।
पूर्व जेकेएलएफ आतंकवादी बिट्टा कराटे, फोटो पत्रकार कामरान यूसुफ और जावेद अहमद भट का नाम भी आरोप पत्र में शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए ने सईद और सलाहुद्दीन पर संकट को भड़काने और गैर बैंकिंग माध्यमों से घाटी में आर्थिक मदद भेजने का आरोप है।
एनआईए ने जुलाई में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों का वित्तपोषण मामले की जांच के संबंध में सात अलगाववादी नेताओं और एक स्थानीय कारोबारी को गिरफ्तार किया था। एनआईए ने बुधवार को कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मियां कयूम से लगभग सात घंटे तक पूछताछ की। घाटी
टेरर फंडिंग मामला में एनआईए ने आज सुबह श्रीनगर, कश्मीर और दिल्ली में विभिन्न हिस्सों में कारोबारियों के ठिकानों पर छापे मारे और संदिग्ध स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया।
बता दें कि टेरर फंडिंग मामले में एनआईए की टीम अब तक कई अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ कर चुकी है। एनआईए ने करीब 20 दिनों तक अलगाववादी नेताओं से पूछताछ की थी। पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं, जिसको लेकर एनआईए की जांच जारी है। पिछली
दिल्ली की एक अदालत ने कथितरूप से आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराने के लिए एक दशक पुराने धन शोधन के मामले में गिरफ्तार कश्मीरी अलगाववादी नेता शब्बीर शाह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में आज भेज दिया।
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