टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने की सबसे बड़ी वजह है आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा। चूकि परिवार आपके कमाने की वजह से चल रहा होता है या यूं कहें कि आपकी आय पर निर्भर है तो ऐसे में अपने जीवनसाथी, माता-पिता और बच्चों की सुरक्षा करना महत्वपूर्ण है।
लाइफ इंश्योरेंस और टर्म इंश्योरेंस दोनों के अपने फायदे हैं। यदि आप सुरक्षा के साथ-साथ निवेश का भी लाभ चाहते हैं, तो लाइफ इंश्योरेंस आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। वहीं, यदि आप कम प्रीमियम में अधिक सुरक्षा चाहते हैं और निवेश की आवश्यकता नहीं है, तो टर्म इंश्योरेंस आपके लिए बेहतर विकल्प है।
इस योजना के लिए कस्टमर्स को महज 436 रुपये सालाना का प्रीमियम चुकाना होता है, जो उनके बैंक अकाउंट से ऑटो डेबिट हो जाता है।
टियर 1 और टियर 2 शहरों से 20 से 50 साल की उम्र के 800 लोगों पर किए गए सर्वे में सामने आया कि 64% को इस बात का पछतावा था कि उन्होंने टर्म इंश्योरेंस लेने में देरी कर दी।
बड़ी राशि को बेकार रखने के बजाय, इसे लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर विचार करें। समझदारी इसी में है कि टर्म इंश्योरेंस के पैसे से फिजूलखर्ची नहीं करें। अधिक पैसे खर्च करने से लंबे समय में वित्तीय अस्थिरता हो सकती है।
यूपी में एनएचएम के संविदाकर्मियों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। संविदाकर्मियों को अब 30 लाख तक का टर्म इंश्योरेंस मिलेगा। बता दें कि संविदाकर्मी लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे।
जब आप 30 साल की उम्र में आ जाते हैं तो आपकी फानेंशियल प्लानिंग में लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस सहित कुछ खास इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए।
टर्म प्लान आपके और बीमा कंपनी के बीच एक करार है जो पॉलिसी की शर्तों के तहत दोनों पक्षों को जवाबदेह बनाता है। अगर आप निवेश में नए हैं, तो आपको यह जानना ज़रूरी होगा की आप सर्वोत्तम टर्म प्लान कैसे तय कर सकते हैं जो आपके परिवार की सुरक्षा करेगा।
Income Tax Saving: टैक्स बचाने के लिए आप टर्म लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, गारंटी रिटर्न प्लान और ULIPs आदि में निवेश कर सकते हैं।
Term Insurance काफी जरूर है। इसकी मदद से आप अपने परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। इसका चुनाव करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो कि हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
जानकारों का कहना है कि करवाचौथ (Karwa Chauth) सिर्फ प्यार का जश्न मनाने का दिन नहीं है बल्कि यह एक साथ मिलकर अपने भविष्य की योजना बनाने का भी मौका है।
बीमा कंपनियों के नियमों के मुताबिक ग्राहक के जीवन कवर का पॉलिसी प्रीमियम जॉब प्रोफाइल से ज्यादा धूम्रपान की आदत से प्रभावित होता है।
टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के टर्म एंड कंडिशन लेने वाले व्यक्ति पर निर्भर करता है। अगर व्यक्ति ने अपने बारे में सभी जानकारी सही-सही दिया है तो कवर मिलने में समस्या नहीं आती है।
यह एक इंस्टेंट एन्युटी प्लान है जिसमें पॉलिसीधारक के पास एकमुश्त राशि के भुगतान पर 10 उपलब्ध विकल्पों में से एन्युटी के प्रकार का चयन करने का विकल्प होता है।
किसी भी कंपनी से टर्म इंश्योरेंस लेने से पहले उस से जुड़े ऑफर ड्क्यूमेंट को अच्छी तरह पढ़ें और समझें।
पारंपरिक एंडोवमेंट प्लान्स के उलट टर्म इंश्योरेंस में पॉलिसी अवधि के दौरान आपके जीवित रहने पर कोई रिटर्न नहीं मिलता है। ऐसे में इन टर्म प्लान्स का प्रीमियम बेहद कम होता है।
मानव जीवन मूल्य की अवधारणा के अनुसार, 40 वर्ष की आयु तक के व्यक्तियों को उनकी वार्षिक आय का 20-30 गुना का लाइफ कवर होना चाहिए।
आप पुराने समय को याद करें और कहें कि जब मैं युवा था तभी मुझे टर्म इंश्योरेंस ले लेना चाहिए था, इससे बेहतर है कि आप आज ही टर्म इंश्योरेंस खरीद लें।
पॉलिसी लेते वक्त जानकारी छुपाना घाटे का सौदा बन सकता है।
मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के सर्वेक्षण में कहा गया कि टर्म इंश्योरेंस योजनाओं के मामले में भी महिलाएं पुरुषों की तुलना में पीछे हैं। मेट्रो शहरों में महज 19 प्रतिशत महिलाओं के पास इस तरह का बीमा है, जबकि पुरुषों में यह प्रतिशत 22 है।
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